लौ पोटैशियम डाइट इन हिंदी Low Potassium Food

विज्ञान अनुसार पोटैशियम एक रासायनिक तत्व और खनिज है। जो हमें फल सब्जी और अनाज द्वारा आसानी से प्राप्त हो जाता है। पोटैशियम खाद्यपदार्थ को हमेशा सही मात्रा में सेवन करना चाहिए। अन्यथा कही स्वास्थ्यकिय समस्याए हो सकती है। डॉक्टर्स किडनी पेशेंट को लौ पोटैशियम डाइट लेने की सलाह देते है। क्यों की इन मरीजों में पोटैशियम का अधिक प्रमाण किडनी को नुकसान करता है।

लौ पोटैशियम डाइट इन हिंदी Low Potassium Food

हाई पोटैशियम होने से किडनी के साथ हृदय स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। पोटैशियम शरीर की मांसपेशियों के विकास कार्य में और तंत्रिकाओं को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी होता है। जिसके लिए किडनी मुख्य माध्यम की तरह काम करती है। जो पोटैशियम के प्रमाण को नियंत्रित कर के बिनजरूरी पोटैशियम को पेशाब मार्ग द्वारा बहार निकाल देती है। किडनी के रोगियों में यह कार्यविधि सही से काम नहीं कर पाती।

इसी कारण उन्हें अपने डाइट में लौ पोटैशियम हो वैसे खाद्यपदार्थ लेने चाहिए। जिससे किडनी पर अधिक बोज ना आये और अच्छे से कार्य कर पाए। साथ ही लौ पोटैशियम डाइट हृदय बीमारी, स्ट्रोक, डायबिटीज के प्रमाण को भी कम करने में सहायता करता है।

लौ पोटैशियम डाइट Low Potassium Food

आस पास के बाजार में आसानी से मिलने वाले फल, सब्जी, फूड्स को आप लौ पोटैशियम डाइट में शामिल कर सकते है। जैसे की कीवी, सेब, नाशपाती, संतरा, अंगूर, तरबूज़, ब्रोकली, गाजर, पत्ता गोबी, खीरा, अंडे, पनीर, दूध, साबुत अनाज और चावल।

साथ ही पोटैशियम की कम मात्रा वाले खुराक को आप कम तेल मसाले वाले बना के खायेगे। तो Low Potassium Food के अधिक फायदे प्राप्त होंगे। इससे किडनी स्वस्थ रहती है, और अपना कार्य भी अच्छी तरह से करती है।

(1) कीवी

कीवी फल अपने कही फायदेमंद गुणों की वजह से दुनिया भर में मशहूर है। कीवी खाने से शरीर को स्वास्थ्य लाभ ढेरो मिलते है। लौ पोटैशियम डाइट इन हिंदी में कीवी सबसे लाभकारी फ़ूड है। कीवी का सेवन करने से शरीर की पाचन प्रणाली मजबूत बनती है। किडनी की समस्या हो तो कीवी फल आपके लिए एक बेहतर इलाज है। कीवी किडनी के लिए लाभदायी है, किडनी ठीक तरह से कार्यरत बने इसके लिए कीवी खाना उपयोगी है।

(2) मशरूम

मशरूम विटामिन डी का एक बेहतरीन स्त्रोत है। मशरूम के अंदर बहुत कम मात्रा में पोटैशियम की मौजूदगी होती है। रक्त में शर्करा के प्रमाण को नियंत्रित करने के लिए मशरूम के फायदे मिलते है। मोटापा की समस्या को दूर करने के लिए मशरूम का सेवन करना अच्छा है। मशरूम की तासीर ठंडी होने की वजह से यह पेट की जलन, एसिडिटी, पेट दर्द और अपचा जैसी समस्याओ को दूर करता है।

(3) शिमला मिर्च

लाल, हरे, नारंगी और पिले रंग के यह शिमला मिर्च भारतीय व्यंजनों में लोकप्रिय है। कही लोग शिमला मिर्च की सब्जी या सुप पीना पसंद करते है। शिमला मिर्च में कार्बोहाइड्रेट, शुगर, फाइबर, विटामिन सी और विटामिन ए के गुणों की मौजूदगी है। इसके अंदर पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम और लौ पोटैशियम पाया जाता है। जो पाचन क्रिया को ठीक रखने में मददगार बनता है। साथ ही शिमला मिर्च का सेवन करने से आंखे तेज होती है। और कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में भी शिमला मिर्च का सेवन करना अच्छा है।

(4) ब्रोकली

फूल गोबी जैसी दिखने वाली सब्जी ब्रोकली इतनी मशहूर नहीं है, लेकिन ब्रोकली खाने से शरीर को कही प्रकार के फायदे मिलते है। हृदय स्वास्थ्य के लिए ब्रोकली का सेवन लाभदायी है। ब्रोकोली को सब्जी, सलाड और सूप के रूप में खाया जाता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, मैग्नीशियम, ज़िंक, फ़ास्फ़रोस और पोटैशियम की मौजूदगी है। साथ ही यह एंटी ऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर है। यह हमारी रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ावा देने में कारगर है।

(5) बिन्स

पौष्टिक तत्वों से भरपूर बिन्स सेहत को अच्छी रखने के लिए उपयोगी है। हरी बिन्स की कली और अंदर के बीज स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें बीटा केरोटीन, मिनरल, फाइबर ,विटामिन ए की मौजूदगी है। साथ ही इसमें पोटैशियम की कम मात्रा है। इसलिए बिन्स को लौ पोटैशियम डाइट इन हिंदी में शामिल किया गया है। शरीर की कोशिकाओं के विकास में बिन्स का सेवन मददगार बनता है। खून की कमी दूर करने में भी बिन्स सहायक के रूप में साथ देते है।

(6) अंकुरित अनाज

अनाज को कई घंटो तक पानी में भिगोए रखने से, उनमे अंकुरण की प्रक्रिया होती है। जिसके कारण वह अंकुरित अनाज बन जाता है। जिसमे चना, कुट्टू, भूरा चावल, क्विनोआ, मूली, मेथी, सोयाबीन, राजमा, तिल, सूरज मुखी के बीज और मुंग बिन्स शामिल है। अंकुरित अनाज Low Potassium Foods का एक अच्छा स्त्रोत है। वजन कम करने के लिए अंकुरित अनाज का सेवन करना लाभदायी है।

(7) सेब

फलों का सेवन करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। सेब के अंदर कई फायदेकारक पोषक तत्वों की मौजूदगी है। त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में सेब मददगार बनता है। सेब के अंदर कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, शुगर वगेरा जैसे पोषक तत्वों की उपलब्धि है। और पोटैशियम भी कम मात्रा में मौजूद है, जिससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। सेब को आप काट के सलाड के रूप में या सेब का रस भी पी सकते है।

(8) नाशपाती

लौ पोटैशियम फ़ूड नाशपाती स्वास्थ्य के लिए लाभदायी है। गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों को नाशपाती का सेवन करने से कोई भी बाहरी संक्रमण नहीं लग पाता। नाशपाती के अंदर प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद है। जो महिलाओ को स्तन कैंसर जैसी बीमारी से बचाता है। साथ ही नाशपाती का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। नाशपाती स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट होता है जो खाने में अच्छा लगता है।

(9) संतरा

विटामिन सी का सबसे बेहतरीन स्त्रोत है, संतरा। इसके अंदर कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, शुगर, फाइबर, फोलेट, नियासिन, राइबोफ्लेविन और पोटैशियम है। इन सब पोषक तत्वों के कारण संतरा शरीर को कई तरह से फायदेमंद बनता है। किडनी स्टोन के उपचार में संतरा खाने से पथरी की समस्या से राहत मिलती है। खट्टे मीठे स्वाद का संतरा सभी को पसंद होता है।

(10) खीरा

खीरे की तासीर ठंडी होती है, इसलिए ज़्यादातर लोग गर्मियों के मौसम में खीरा खाना पसंद करते है। खीरे को सलाड के तोर पर या सब्जी के रूप में खाया जाता है। जिन लोगो को शरीर में पानी की कमी की समस्या रहती हो। उनके लिए खीरा बेहद फायदेकारक है, क्यों की यह शरीर को डिहाइड्रेट रखने में मदद करता है। खीरा के अंदर फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम है, जिसके कारण ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। खीरा लौ पोटैशियम डाइट का बेहतर स्त्रोत है।

(11) अंडे

शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों की आपूर्ति करने के लिए अंडा अच्छा स्त्रोत है। अंडे के अंदर भरपूर मात्र में प्रोटीन होता है। जो शरीर के विकास के लिए महत्व पूर्ण है। अंडे में पोटैशियम की कम मात्रा देखने को मिलती है। अंडे को आप सुबह के नाश्ते में ले सकते है, उसमे भी उबले हुए अंडे सबसे ज़्यादा फायदेकारक माने जाते है। अंडे का सफ़ेद और पीला भाग दोनों शरीर के लिए उपयोगी है।

(12) तरबूज़

गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए तरबूज़ का सेवन करना लाभदायी है। तरबूज Low Potassium Foods का अच्छा स्त्रोत है। साथ ही लू से बचाव करने के लिए भी तरबूज़ का सेवन करना अच्छा है। तरबूज़ का सेवन करने से शरीर में डिहाइड्रेशन भी बना रहता है। तरबूज़ के अंदर विटामिन ए की उपलब्धि है, जिससे आंखो का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

(13) मक्का

मक्के का भुट्टा ज़्यादातर लोगो की पसंद है, पर मक्का अपने स्वाद के साथ सेहत के लिए भी बेहतरीन है। अगर कच्चा मक्का खाया जाए तो उसके फायदे अधिक बढ़ जाते है। साथ ही लौ पोटैशियम के गुणों वाली मक्के की रोटी भी बहुत लोकप्रिय है। मक्का का सेवन करने से मूत्राशय के रोगो में राहत प्रदान होती है। जो लोग वजन कम करना चाहते है, उनके लिए मक्का एक अच्छा स्त्रोत है। इसी के साथ मक्का आंखो की रौशनी बढ़ाने के लिए भी काम करता है।

(14) प्याज

अधिकतर लोग मुख्य आहार के साथ सलाड के रूप में प्याज का इस्तेमाल करते है। कच्चा प्याज खाने से शरीर को ज़्यादा फायदे मिलते है। प्याज में पोटैशियम की कम मात्रा के साथ, फोलेट और आयरन जैसे खनिज तत्वों की मौजूदगी है। हृदय स्वास्थ्य को अच्छा रखने में प्याज हमे मददगार बनता है। साथ ही प्याज का रस पिने से शरीर की रोग प्रतिकारक शक्ति में बढ़ावा होता है।

(15) अजवाइन

पाचन सबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए अजवाइन एक बेहतर उपाय है। खाना पकने के लिए एक मसाले के रूप में अजवाइन का इस्तेमाल किया जाता है। अजवाइन में पोटैशियम की कम मात्रा में उपलब्धि है। सर्दी, खांसी और झुखाम जैसी बीमारियों को दूर करने में अजवायन मददगार बनता है। महिलाओ में मासिक धर्म के दौरान अजवाइन का सेवन करने से पेट और कमर का दर्द दूर होता है।

आशा करती हु लौ पोटैशियम डाइट इन हिंदी Low Potassium Food पर अच्छी जानकारी दे पायी हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

DAWAiLAJ
Logo