टेंडनाइटिस क्या है? जानिए कारण, लक्षण और उपचार | Tendinitis In Hindi

हमारी मांसपेशियों और हड्डियों को जोड़ने वाली तंतुमय रचना को टेंडन कहते है। टेंडन में आने वाली सूजन या किसी भी प्रकार के स्वास्थ्यकिय विकार को Tendinitis कहा जाता है।

टेंडनाइटिस क्या है जानिए कारण, लक्षण और उपचार Tendinitis In Hindi

आज-कल ज़माना कम्प्युटराइज़्ड हो गया है। जिसमे लोग बैठे-बैठे अपने हाथो द्वारा कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है। ऐसे में शरीर की ज़्यादातर हलन-चलन टेंडन पर आधारित होती है। अनेक कारणों से इसमें खराबी भी आ सकती है।

डॉक्टरी भाषा में कहे तो इसे Tendinitis, Tendinosis और Tendinopathy जैसे नामो से जाना जाता है। अत्याधिक शारीरिक श्रम लेने पर इस तरह की परेशानी उदभवित होती है।

जब टेंडनाइटिस की समस्या हो तो तब उस जगह पर काफी दर्द या सूजन हो जाती है। अधिकांश लोग ऐसी समस्या को छोटी-मोटी समझ कर अनदेखा करते है। लेकिन स्वास्थ्य निष्णांत के मुताबिक इसका समयसर इलाज करना चाहिए।

टेंडनाइटिस क्या है? (What Is Tendinitis In Hindi)

शरीर के अन्य अंगो की तरह ही टेंडन महत्वपूर्ण कार्य करता है। यह मांसपेशियों को हड्डी से जोड़ने का काम करता है। टेंडन में आयी पेरशानी को टेंडनाइटिस के नाम से जाना जाता है।

बहुत से लोग अपनी जीवनशैली और अनियंत्रित आहार के कारण टेंडनाइटिस जैसी समस्या का शिकार बनते है। साथ ही शरीर के कही अंगो में इसका प्रभाव पड़ सकता है।

कही बार चोट या शारीरिक खामियों की वजह से टेंडनाइटिस का खतरा हो सकता है। शुरुआती तोर पर आप पौष्टिक आहार और कुछ एक्सरसाइज कर के इसे मिटा सकते है।

टेंडनाइटिस का मतलब (Tendinitis Meaning In Hindi)

टेंडन से जुडी एक प्रकार की स्वास्थ्यकिय समस्या को टेंडनाइटिस कहते है। इसका हिंदी में में मतलब कंडारा से जुडी परेशानी होता है।

हिंदी में कही लोग इसे कोहनी की समस्या भी कहते है। शरीर के जिस हिस्से में टेंडन है, वहा टेंडनाइटिस विकार होने की संभावना ज़्यादा रहती है।

टेंडनाइटिस शरीर के किस हिस्से में हो सकता है

वैसे तो टेंडनाइटिस शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। मगर शरीर का जो हिस्सा टेंडन के अधिक दबाव को झेलता है। उस हिस्से पर टेंडनाइटिस होने का खतरा ज़्यादा रहता है।

  1. कंधे : अपने कंधे और बैग या किसी भारी चीज़ को उठाने पर होता है।
  2. कोहनी : टेनिस खेलने वाले या अत्याधिक शरीर श्रम लेने वालो में यह होता है, कोहनी में टेंडनाइटिस का खतरा ज़्यादा रहता है।
  3. घुटने : ज़्यादातर बड़ी उम्र वाले व्यक्ति में इस प्रकार का टेंडनाइटिस दिखा जाता है।
  4. पैर की एड़ी : जो लोग ज़्यादा खेल कूद करते है उन्हें यह समस्या होने की संभावना रहती है।
  5. हाथो की कलाई : ज़्यादा कम्प्यूटर में टाइपिंग या अन्य किसी कलाई पर दबाव आए ऐसे कामो की वजह से होता है।
  6. पीठ : पीठ के निचले भाग के टेंडन में भी टेंडिनाइटिस हो सकता है।

इसके अलावा गर्दन, हिप्स, घुटने और पैर के अन्य हिस्सों में भी टेंडिनाइटिस का खतरा हो सकता है।

टेंडिनाइटिस के लक्षण (Symptoms Of Tendinitis)

लगातार शारीरक रूप से श्रम लेने पर टेंडिनाइटिस की समस्या हो सकती है। इस परेशानी के दौरान कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते है। टेंडिनाइटिस में दिखे जाते लक्षणों की संपूर्ण जानकारी निचे दर्शाई है।

(1) अत्याधिक दर्द होना

जब भी आप किसी कार्य को करने जाओ तब इस लक्षण के दौरान प्रभावित क्षेत्र पर दर्द होने लगता है। ध्यान न देने पर दर्द धीरे-धीरे बढ़ता जाता है।

(2) सूजन हो जाना

दर्द पर ध्यान ना दिया जाए तो टेंडिनाइटिस प्रभावित जगह पर सूजन होने की संभावना रहती है। शुरुआत में यह सूजन छोटी होती है, लेकिन आगे जा कर बढ़ सकती है।

(3) अधिक कमजोरी लगना

शरुआती तोर पर यह लक्षण ज़्यादा नहीं दीखता। लेकिन टेंडिनाइटिस की समस्या बढ़ने पर कमजोरी महसूस हो सकती है।

(4) अकड़न महसूस होना

इसमें प्रभावित जगह पर अकड़न जैसे महसूस होने लगता है। इसके कारण हाथ और पेअर के हलन चलन में परेशानी हो सकती है।

(5) टेंडरनेस की समस्या

टेंडन पर आते अत्याधिक दबाव की स्थिति को टेंडरनेस कहा जाता है। इस स्थिति में जल्दी से जल्द इलाज करना योग्य है।

(6) वामर्थ की परेशानी

कही बार आंतरिक सूजन के कारण अंदरूनी हिस्से में जलन होती है। उसी तरह टेंडिनाइटिस के दौरान गर्माहट और जलन महसूस होती है।

टेंडिनाइटिस होने के कारण (What Causes Tendinitis)

टेंडिनाइटिस के कारण आमतौर पर टंडन वाली जगहों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते है। यह होने के पीछे कही वजह हो सकती है। जैसे की

(1) नियमित व्यायाम करना

रोजाना व्यायाम करने से मांसपेशियों में तनाव आता है, जिसका प्रभाव टेंडन पर पड़ता है। अत्याधिक व्यायाम करने के कारण टेंडिनाइटिस की समस्या हो सकती है।

(2) शारीरिक श्रम करना

बहुत से लोग है जो अत्याधिक श्रम करते है और सही से आराम नहीं ले पाते। ऐसे लोगो में टेंडिनाइटिस की परेशानी ज़्यादा होने की संभावना रहती है।

(3) ज़्यादा खेल कूद करना

खेल कूद करने वाले एथलीट को हड्डियों से जुडी कही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनमे से एक टेंडिनाइटिस विकार होना। ज़्यादा खेल कूद के कारण टेंडिनाइटिस जैसी समस्या होती है।

(4) जीवाणुओं का संक्रमण होना

कही बार बाहरी कीटाणुओं हमारे शरीर पर हमला कर देते है, जिस वजह से अनेक स्वास्थ्य समस्या होती है। जीवाणु संक्रमण के कारण टेंडिनाइटिस से जुड़े विकार हो सकते है।

(5) एक पोजीशन में लंबे समय तक बैठे रहना

आज कल कही लोग ऐसे कार्य करते है जिनमे बैठे बैठे ही कार्य करना होता है। यदि लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहे तो आगे जा कर टेंडिनाइटिस होने का खतरा रहता है।

(6) मोटापा के कारण

मोटापा के कारण बहुत सी स्वास्थ्यकिय समस्याए हो सकती है। मोटापा अत्याधिक बढ़ने से टेंडन पर अधिक वजन और तनाव आता है। जिस कारण मोटापा की वजह से भी टेंडिनाइटिस हो सकता है।

(7) शारीरिक चोट लगना

कभी कभार किसी कारणों की वजह से हमे चोट लग जाती है। यदि चोट टेंडन वाली जगह पर लगी हो तो वह टेंडिनाइटिस होने का खतरा ज़्यादा रहता है।

(8) बढ़ती उम्र के साथ

बढ़ती उम्र के लक्षणों में अनेक समस्या दिखी जाती है। उनमे से एक है हड्डियां और मांसपेशियों में परेशानी होना। इसका प्रभाव टेंडन में टेंडिनाइटिस की समस्या खड़ी कर सकता है।

सभी टेंडिनाइटिस के नाम (Names Of All Tendinitis Problem)

वैसे तो लोग केवल टेंडन में होते दर्द को टेंडिनाइटिस के नाम से जानते है। लेकिन शरीर के विभिन्न हिस्सों में होते टेंडिनाइटिस के दर्द को अलग अलग नामों से जाना जाता है।

  1. कोहनी विकार (Tennis elbow)
  2. गोल्फर की कोहनी (Golfer’s elbow)
  3. पिचर का कंधा (Pitcher’s shoulder)
  4. तैराक टेंडिनाइटिस विकार (Swimmer’s shoulder)
  5. जम्पर का घुटना (Jumper’s knee)

टेंडिनाइटिस से बचाव कैसे करे

कुछ सामान्य बातो का ध्यान रखा जाए तो टेंडिनाइटिस की गंभीर समस्या से बचा जा सकता है। इसके लिए ज़्यादा कुछ नहीं बस रोजिंदा आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने होते है।

(1) हल्की एक्सरसाइज करे

  • यदि रोजाना नार्मल एक्सरसाइज की जाए तो टेंडिनाइटिस जैसे बड़े खतरे से बचा जा सकता है। 
  • इसके लिए आप हल्का वार्म-अप करें और स्ट्रेच कर सकते है।
  • ऐसा करने से कही फायदे भी मिलते है और शरीर कही समस्याओ से बच सकता है।

(2) गतिविधिया करते रहे

  • अगर आप एक ही पोजीशन में बैठे रहते है तो टेंडिनाइटिस होने की संभावना ज़्यादा रहती है।
  • इसलिए शरीर को थोड़ा हलन चलन कराना चाहिए।
  • इसके लिए आप कोई भी कार्य जैसे सिडिया चढ़ना या सामान्य वाक कर सकते है।

(3) ज़्यादा शारीरिक परिश्रम ना करे

  • अत्याधिक परिश्रम करने के कारण टेंडिनाइटिस का खतरा होता है।
  • यदि टेंडिनाइटिस की स्थिति हो तो ज़्यादा शारीरिक परिश्रम नहीं करना चाहिए।
  • इसमें ज़्यादा वजन वाली चीज़े भी नहीं उठा सकते आप।

(4) सही पोश्चर में बैठे

  • जो लोग ऑफिस वर्क करते है वह ज़्यादातर एक ही पोजीशन में बैठे रहते है।
  • ऐसा करने पर शारीरिक हलन चलन नहीं हो पाटा और टेंडिनाइटिस की समस्या होती है।
  • इसलिए हमेशा सही पोश्चर में बैठना उत्तम है, जिससे कही ज़्यादा दबाव ना आए।

(5) ज़्यादा पानी पीए

  • कहा जाता है की ज़्यादा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
  • शरीर हाइड्रेटेड रहने पर शरीर के सभी अंगो को राहत मिलती है।
  • इसके कारण टेंडिनाइटिस का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।

(6) पौष्टिक खुराक आहार में ले

  • गुणवत्ता युक्त आहार लेने पर कही शारीरिक परेशानियों से बचा जा सकता है।
  • इसलिए रोजाना आहार में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स और विटामिन्स युक्त खुराक ले।
  • इसके कारण शरीर को सही पोषण मिलता है, और टेंडिनाइटिस की समस्या नहीं होती।

(7) आरामदायक जूते पहने

  • कही बार लोग काफी टाइट जूते या ज़्यादा हिल वाले सेंडल पहन लेते है।
  • जिस वजह से पैर के टेंडन में दर्द के साथ टेंडिनाइटिस विकार हो सकता है।
  • इसलिए हमेशा ऐसे जूते पहने जो आरामदायक और चलने में सही हो।

(8) समय समय पर मालिश करे

  • आयुर्वेद अनुसार मालिश करने से शरीर को कही फायदे मिल सकते है।
  • हाथ, पैर, कंधे और सभी जगहों के टेंडन पर मालिश करने से टेंडिनाइटिस का खतरा टलता है।
  • साथ ही यह टेंडिनाइटिस के कुछ शुरुआती लक्षणों को भी दूर कर सकता है।

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टेंडिनाइटिस का इलाज (Treatment Of Tendinitis)

दैनिक क्रियाओ में सही से ध्यान ना देने पर टेंडिनाइटिस की समस्या हो सकती है। ऐसे में योग्य समय पर इसका इलाज करना सही है। वरना आगे जा कर यह परेशानी बढ़ सकती है।

(1) शरीर को आराम दे

  • सही समय पर शरीर को आराम देना चाहिए।
  • इससे हड्डियां एवं मांसपेशियों को राहत मिलती है।
  • आराम लेने से शुरुआती टेंडिनाइटिस की समस्या ख़तम होती है।

(2) लेजर थेरपी कराए

  • अगर टेंडिनाइटिस की समस्या ज़्यादा बढ़ गयी हो लेजर थेरपी करवाना एक बेस्ट ऑप्शन रहेगा।
  • अन्य थेरपी के मुकाबले यह कम दर्दनाक और ज़्यादा असरकारक होती है।
  • लेजर थेरपी करवाने पर टेंडिनाइटिस की समस्या में काफी आराम मिलता है।

(3) फिजियोथेरेपी करवा सकते है

  • खास कर हड्डीयां एवं मांसपेशियों से जुडी समस्याए ख़तम करने के लिए फिजियोथेरेपी की जाती है।
  • यह टेंडिनाइटिस विकार में बिलकुल सही थेरपी है, जिससे इसे ख़तम किया जा सकता है।
  • व्यायाम और स्ट्रेचिंग द्वारा इसमें टेंडिनाइटिस की परेशानी का समाधान होता है।

(4) एनाल्जेसिक क्रीम का उपयोग करे

  • एनाल्जेसिक क्रीम एक तरह की दर्द निवारक क्रीम होती है।
  • क्रीम में मौजूद मेंथॉल, यूकैलिप्टस, टुर्पेंटाइन नाम के तत्व दर्द मिटने में सक्षम होते है।
  • डॉक्टर की सलाह अनुसार टेंडिनाइटिस में इसका उपयोग करना सही है।

(5) कंप्रेशन बैंडेज को बंधे

  • कंप्रेशन बैंडेज आमतौर पर हल्के और मध्यम चोटों में लाभकारी होता है।
  • टेंडिनाइटिस और मांसपेशी के खिंचाव में कंप्रेशन बैंडेज बांधना उपचार समान है।
  • याद रहे इस बैंडेज को ज़्यादा टाइट नहीं बांधना है, इससे रक्त संचार में परेशानी आती है।

(6) योग्य दवाई लीजिए

  • टेंडिनाइटिस विकार अगर ज़्यादा बढ़ जाता है इसमें दवाई लेना सही है।
  • इसमें खास कर गैर-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइया दी जाती है।
  • सही दवाइया लेने पर कम समय में टेंडिनाइटिस राहत मिल सकती है।

(7) डॉक्टर से परामर्श करे

  • यदि आपको टेंडिनाइटिस के बारे में सही जानकारी नहीं है तो डॉक्टर से परामर्श करना योग्य है।
  • उनकी सलाह अनुसार आप सही ट्रीटमेंट करवा सकते है।
  • इसके अलावा स्वास्थ्य निष्णांत द्वारा दी गयी दवाइयों का सेवन करना भी सही है।

सवाल जवाब (FAQ)

बहुत से लोगो में टेंडिनाइटिस को लेकर अनेक प्रश्न है। उनमे से मुख्यतर सवालों के जवाब हमने यहाँ दर्शाए है।

(1) टेंडोनाइटिस क्या है और इसका हिंदी में क्या मतलब है?

टेंडन में होने वाले किसी भी तरह के विकार को टेंडिनाइटिस कहा जाता है। इसे हिंदी में भी टेंडिनाइटिस की बीमारी से ही जाना जाता है।

(2) टेंडिनाइटिस की समस्या कैसे हो सकती है?

अनेक कारणों से टेंडिनाइटिस की समस्या हो सकती है। जैसे की अत्याधिक शारीरिक श्रम करना, ज़्यादा व्यायाम करना, एक ही स्थिति में बैठे रहना आदि।

(3) टेंडोनाइटिस ठीक होने में कितना समय लगता है?

टेंडिनाइटिस की समस्या का प्रमाण कैसा है उस आधार पर उसे ठीक होने में समय लगता है। आमतौर पर इसे ठीक होने में 2 से 3 सप्ताह लग सकते है।

(4) क्या टेंडोनाइटिस को ठीक होने में महीनों लग सकते है?

वैसे तो टेंडिनाइटिस थोड़े सप्ताह में ठीक हो जाता है। लेकिन टेंडिनाइटिस का खतरा ज़्यादा बढ़ने पर इसे ठीक होने में महीने लग सकते है।

(5) कौन सी दवाएं टेंडोनाइटिस का कारण बनती है?

स्टैटिन या कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं, फ्लोरोक्विनोलोन एंटीबायोटिक्स मेडिसिन टेंडिनाइटिस का कारण बन सकती है।

आशा करती हु टेंडिनाइटिस की पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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