Vegan Meaning In Hindi | वीगन डाइट का मतलब और फायदे
बहुत से लोगो को प्रश्न है की Vegan Meaning In Hindi क्या है? तो वीगन शाकाहार और मांसाहार की तरह एक खाद्य प्रणाली यानि डाइट है। जिसमे खास कर वनस्पति आधारित और पर्यावरण के अनुकूल भोजन लिया जाता है।
वीगन के साथ वीगनिज़म (Veganism) नाम का शब्द भी अधिक प्रचलित हुआ है। वीगनिज़म एक खान-पान और जीवनशैली होती है। इसमें जानवरो द्वारा मिलते खाद्य पदार्थ या उनसे बनाए गए उत्पादनो का इस्तेमाल नहीं करना होता।
आज-कल दुनिया भर में वीगन डाइट अपनाने का ट्रेंड चल रहा है। भारत के लोकप्रिय सेलिब्रिटीज विराट कोहली, अक्षय कुमार, विद्युत जामवाल, आलिया भट्ट, सोनम कपूर, कंगना रनौत और आमिर खान जैसे कही लोगो ने इसे अपनाया है।
इनको देख कर सामान्य लोग भी Vegan Diet अपनाने के लिए प्रेरित होते है। कहा जाता है की वीगन डाइट पर्यावरण को सही रखने में मदद करता है। स्वास्थ्यकिय दृष्टि से भी वीगन के कारण कही रोगो से दूर रहा जा सकता है।
खास कर लोग इन कारणों की वजह से वीगन खाद्य प्रणाली अपना रहे है।
- पशुओ के प्रति करुणा
- बीमारियों के बचाव में
- धार्मिक कारणों से
- पर्यावरण संरक्षण के लिए
वीगन डाइट क्या है (Vegan Meaning In Hindi)
जिस आहार शैली में पशुओ द्वारा उत्पादित खाद्य पदार्थो का सेवन नहीं किया जाता उसे वीगन डाइट कहते है। यह शाकाहार और मांसाहार दोनों से थोड़ा अलग होता है। यह वनस्पति आधारित एक खाद्य प्रणाली है।
जो लोग पशुओ के प्रति दया और करुणा का भाव रखते है। शुरआत में ऐसे लोगो ने वीगन डाइट अपनाना शुरू किया था। धीरे-धीरे इसके स्वास्थ्य लक्षी फायदों के कारण यह दुनिया भर में मशहूर हुआ।
कुछ लोगो को लगता है की वीगन आहार शैली अपनाने से उनके पास खाने के विकल्प बहुत कम हो जाते है। लेकिन इसमें वनस्पति द्वारा उत्पन्न हुए सभी प्रकार के हेल्थी खुराक आप खा सकते है।
इसमें दूध, दही, छांस और पनीर जैसे प्रोडक्ट्स नहीं खा सकते है। इसके अलावा शहद को भी खाना मना है। इस डाइट अनुसार पशुओ से प्राप्त होते खाद्य पदार्थ पर उनके बच्चो का पहला हक़ है।
इस डाइट के साथ वीगनिज़म भी अपनाया जाता है। जिसमे पशुओ की चमड़ी या अन्य चीज़ो से बनाए उत्पादनो का इस्तेमाल नहीं होता। जैसे,
- पशुओ की चमड़ी से बना जैकेट, बेल्ट, शूज इत्यादि।
- हाथी के दांत द्वारा बने आभूषण या चीज़े।
- कीड़ो द्वारा बनाया गया रेशम का कपड़ा।
- मधुमक्खियों के छाते में से निकला शहद।
- प्राणीओ के अवशेष द्वारा बनाई चीज़े।
- कुछ कीड़ो द्वारा बनाई रेशो की शॉल।
अब आपको समझ आ गया होगा की वीगन क्या है और उसमे कौनसा खाना आता है।
वीगन आहार के नाम (Vegan Food Diet List In Hindi)
यदि आप भी पशुओ और पर्यावरण के लिए सही हो वैसी आहार शैली अपनाना चाहते है, तो वीगन डाइट बिलकुल सही है। यहाँ हमने वीगन डाइट में शामिल सभी आहारों की सूचि दर्शाई है।
क्रमांक | खाद्य पदार्थ के नाम |
1 | सब्जियाँ – पत्ता गोभी, बैंगन, टमाटर आदि |
2 | फल – सेब, संतरा, केला, अनानास आदि |
3 | अनाज – चावल, गेहूँ, ज्वार, बाजरा आदि |
4 | दालें – चना, मूंग, मसूर, लोबिया आदि |
5 | नट्स और सीड्स – मूंगफली, बादाम, इत्रा आदि |
6 | तेल और वसा – नारियल, सोयाबीन, जैतून का तेल आदि |
7 | दूध विकल्प – सोया, बादाम, ओट्स आदि से बना |
8 | वीगन चीज और पनीर |
9 | सोया प्रोडक्ट्स – टोफू, सोया चंक्स आदि |
10 | वीगन मीट – सोया नगेट्स, वीगन बर्गर आदि |
यह डाइट लिस्ट देखने पर साफ़ पता चलता है की वीगन लोगो के पास खाने के विकल्प कम नहीं है।
वीगन डाइट को कौन से समय पर खाना चाहिए
अगर आप वीगन आहार फॉलो करना चाहते है? तो सबसे पहले इसके खुराक और उसे किस समय पर खाना है यह जान लीजिये। इसके कारण वीगन डाइट को आप बिलकुल सरलतापूर्वक रोजिंदा जीवन में शामिल कर सकते है।
समय | आहार का नाम |
सुबह का नाश्ता (7-8 बजे) | फल या सलाद या ओटमील |
सुबह का नाश्ता (10-11 बजे) | नट्स और सीड्स |
दोपहर का भोजन (12-1 बजे) | रोटी, दाल, सब्जी, चावल |
शाम का नाश्ता (4-5 बजे) | नमकीन/चाट या फल |
रात का खाना (7-8 बजे) | वीगन पनीर, रोटी, सलाद |
रात का नाश्ता (9-10 बजे) | दूध विकल्प जैसे बादाम दूध या ओट्स दूध |
वीगन डाइट कैसे अपनाते है (How To Follow Vegan Diet)
कुछ लोगो को लगता है की वीगन आहार शैली अपनाना बहुत मुश्किल है। लेकिन सही जानकारी और खाद्य पदार्थो के बारे में जान लेने पर यह समस्या नहीं होती।
अब प्रश्न होगा की डेरी प्रोडक्ट्स और मांसाहार का सेवन नहीं करना। तो जरूरी पोषक तत्व शरीर को कैसे मिल पाएंगे? तो यहाँ हमने वीगन डाइट में शामिल सभी पौष्टिक गुणों से भरपूर आहार की जानकारी दी है।
(1) उच्च प्रोटीन स्त्रोत
- दाल
- चना
- मुंग
- सोया प्रोडक्ट्स
- नट्स
- दलिया
- औषधि बीज
(2) कैल्शियम के स्त्रोत
- साबुत अनाज
- अलसी का बीज
- नारियल का दूध
- अन्य वानस्पतिक दूध
- वानस्पतिक दही
- हरी सब्ज़िया
- टोफू
- अलसी
(3) हैल्थी फैट के लिए
- नारियल
- पौष्टिक फल
- बादाम
- अखरोट
- नारियल का तेल
- वानस्पतिक निर्मित ब्रेड
- चावल
- बिन्स
(4) विटामिन्स से भरपूर
- सोयाबीन
- सोया चीज़
- सोया का दूध
- वानस्पतिक दूध
- हरी सब्ज़िया
- टोफू
(5) अन्य पोषक गुणों के लिए
- हेल्थी नट्स
- वीगन पनीर
- टोफू
- लाभकारी सीड्स
- वीगन पनीर
- पास्ता
- स्मूदी
- फलों का जूस
- पोहा
- दलिया
- उपमा
(6) कुछ ज़रूरी सप्लीमेंट्स
- वीगन पनीर
- टोफू
- ककड़ी के चिप्स
- वीगन प्रोटीन पाउडर
- वीगन मिल्क पाउडर
- ब्राउन राइस
- वेजिटेबल सुप
वीगन डाइट अपनाते समय क्या ध्यान रखे
दूसरी आहार प्रणाली के मुकाबले वीगन डाइट अपनाने में थोड़ा समय लगता है। इस आहार और जीवनशैली में जानवरो से निर्मित कोई भी खाना या वस्तु, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन का उपयोग नहीं करना होता।
निचे हमने वीगन डाइट फॉलो करते समय ध्यान रखने वाली बातो की सारी जानकारी दी है।
(1) मांसाहार बंद करे
वीगन डाइट अपनाने के लिए आपको सबसे पहले मांसहार का सेवन बिलकुल बंद करना पड़ेगा। जैसे की आहार में मांस, मछली, अंडे और अन्य मांसाहारी चीज़े आप नहीं ले सकते है।
(2) डेरी प्रोडक्ट नहीं ले सकते
कुछ लोग समझते है की वीगन डाइट भी शाकाहार की तरह ही होता है। लेकिन इसमें आपको पशु द्वारा मिल रहा दूध, दही, पनीर इत्यादि खाने में में नहीं लेना है।
(3) शहद को उपयोग में न ले
वीगन डाइट में हमेशा पशुओ और प्रकृति का ध्यान रखा गया है। जिस कारण इसमें आप शहद को भी उपयोग में नहीं ले सकते। क्यों की यह मधुमक्खियों के छाते में से निकाला जाता है।
(4) ज़्यादा जंक फ़ूड न खाए
ज़्यादातर पैक्ड फूड्स में रसायण या कुछ हानिकारक तत्व होते है। ऐसे खुराक समय चलते शारीरिक नुकसान पहुंचाते है। इसलिए वीगन आहार शैली में ज़्यादा जंक फ़ूड का सेवन नहीं करना है।
(5) पशुओ द्वारा प्राप्त उत्पादनो का उपयोग न करे
कही लोगो को ऐसा लगता है की वीगन बनने के लिए सिर्फ आहारशैली बदलनी होती है। लेकिन इसमें जीवन शैली में भी कुछ बदलाव लाने होते है। जैसे की पशुओ द्वारा प्राप्त लेदर जैकेट, सूट, बेल्ट, शूज, चेर, सिल्क इत्यादि का उपयोग नहीं करना।
(6) असंतुलित तरीके से वीगन डाइट न अपनाए
कुछ लोग ऐसे भी होते है जिन्हे वीगन डाइट बहुत कठोर लगता है। इसलिए हमेशा सही और संतुलित तरीके से वीगन डाइट शुरू करे। जो आपको एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है।
वीगन आहार के फायदे (Benefits Of Vegan Diet In Hindi)
कहा जाता है की वीगन आहार शैली अपनाने से बहुत से फायदे होते है। इसमें ज़्यादातर वनस्पति से प्राप्त चीज़ो का सेवन करना होता है, जो स्वास्थ्यकिय दृष्टि से लाभकारी है।
(1) पाचन क्रिया अच्छी रहती है
बहुत बार मांसाहार और शाकाहारी भोजन के कारण पाचन क्रिया बिगड़ जाती है। मगर वीगन आहार प्रणाली में ऐसा बहुत कम देखने मिलता है।
यह पाचन क्रिया को बेहतर और कारक्षम बनाने में मददरूप है। दरअसल में वीगन डाइट फूड्स के अंदर फाइबर की अधिक मात्रा होती है। जो पाचन क्रिया को अच्छी बनाने में कारगर है।
(2) वजन नियंत्रण में सहायक
ज़्यादा डेरी प्रोडक्ट्स या प्राणीओ का मांस खाने से वजन बढ़ने की समस्या ज़्यादा रहती है। पर वीगन प्रणाली अपनाने में पर वजन बढ़ने का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है।
इस डाइट में ज़्यादातर कम फैट वाले हेल्थी खुराक खाने की सलाह दी जाती है। यदि आप मोटापा जैसी समस्या से पीड़ित है, तो वीगन डाइट फॉलो करना बिलकुल सही है।
(3) हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
वीगन खाद्य प्रणाली के सबसे ज़्यादा फायदे हृदय को होते है। क्यों की हृदय स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए कम वसा वाले पौष्टिक आहार की जरूरत होती है।
वीगन डाइट में भी खास कर ऐसे ही फूड्स होते है। जिसमे ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पौष्टिक गुणों का खजाना होता है। जिस वजह से इन आहार का सेवन करने पर हृदय स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
(4) कैंसर में सुरक्षा देता है
अधिकांश लोग अयोग्य खान पान, जीवन शैली और धूम्रपान जैसी समस्याओ के कारण कैंसर का शिकार बनते है। लेकिन रोजाना वीगन डाइट फॉलो करने पर कैंसर से बचा जा सकता है।
इसमें शामिल फ़ूड के अंदर अत्याधिक मात्रा में एंटी कैंसर गुणों की उपस्थिति होती है। रोजाना ऐसा आहार लेने पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी राहत मिलती है।
(5) त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार
आज के मॉडर्न ज़माने में हर कोई सुंदर दिखना चाहता है। इसके लिए वह अपनी स्किन केयर के लिए बहुत कुछ करते है। अच्छी स्किन पाने के लिए आहार का ध्यान रखना भी जरूरी होता है।
यदि वीगन डाइट अपने जाए तो स्वास्थ्य के साथ सौंदर्य भी अच्छा रहता है। इसके खाद्य पदार्थ में रहे पोषक गन त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते है।
(6) मधुमेह नियंत्रण में लाभदायी
विश्व सहित भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में सब मधुमेह को नियंत्रण में रखने के लिए अनेक उपाय आजमा रहे है।
वीगन डाइट में खास कर कम शर्करा प्रमाण वाले आहार होते है। जिस कारण वीगन आहार शैली अपनाने से आप मधुमेह जैसी बीमारी को कंट्रोल कर सकते है।
(7) आँखों के लिए फायदेमंद है
आँख शरीर का एक महत्व पूर्ण अंग है, जिसके द्वारा हम बाहरी दुनिया को देख सकते है। आज कल के अयोग्य खान पान के कारण आँख में द्रष्टि विकार होने की संभावना रहती है।
आँखों के स्वास्थ्य को अच्छा रखने में वीगन डाइट मददरूप है। इसमें खास कर फल एवं हरी सब्ज़िया खाने की सलाह दी जाती है। जिससे आँखों का स्वास्थ्य और द्रष्टि दोनों अच्छे रहते है।
(8) ताजगी महसूस होती है
कुछ आहार ऐसे होते है जो जिन्हे खाने के बाद आलस आती है या शरीर में भारीपन महसूस होता है। इसी वजह से हमारा ध्यान अन्य कामो में भी नहीं लग पाता।
नियमित रूप से वीगन डाइट अपनाने पर शरीर में ताजगी एवं स्फूर्ति महसूस होती है। जिससे आपको पुरे दिन फ्रेशनेस तो मिलती ही है। साथ ही अन्य कामो में भी दिल लगा रहता है।
(9) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
जब शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो तो किसी भी प्रकार का बाहरी संक्रमण आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसलिए ऐसे खुराक आहार में लेने चाहिए जिससे हमारी रोग प्रतिकार शक्ति में बढ़ावा हो।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में वीगन डाइट में शामिल आहार फायदेमंद है। इसमें ज़्यादातर फूड्स एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते है, जिससे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
(10) रक्तचाप नियंत्रण में रहता है
रक्तवाहिका दीवारों पर रक्त संचार के कारण जो दबाव आता है, उसे हम रक्तचाप के नाम से जानते है। यह समस्या अगर ज़्यादा हो जाए तो हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी कई गंभीर बीमारिया हो सकती है।
हृदय स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में वीगन डाइट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके कारण ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम रहता है।
वीगन मीट या प्लांट बेस्ड मिट की जानकारी
कुछ लोग इसी बात की वजह से भी वीगन डाइट नहीं अपनाते क्यों की उन्हें लगता है की इसमें मांसाहार का सेवन नहीं किया जाता। मगर वीगन डाइट में आप प्लांट बेस्ड मिट को विकल्प के तोर पर खा सकते है।
यहाँ हमने प्लांट बेस्ड यानि वनस्पति आधारित मांस की जानकारी दी है।
- इसे बिलकुल मांस की तरह ही समान रंग रूप में बनाया जाता है।
- मगर यह प्राणीओ का मांस नहीं होता, बल्कि इसे बनाया जाता है।
- इस प्रकार के मांस को प्रोटीन द्वारा बनाया जाता है।
- यह प्रोटीन मटर, चना, सोयाबीन, बिन्स आदि से लिया जाता है।
- प्लांट बेस्ड मिट में फैट कम और फाइबर की अत्याधिक मात्रा होती है।
- इसमें वह बेड कोलेस्ट्रॉल नहीं होता जो मांस में पाया जाता है।
- यह वीगन्स और शाकाहारियों के लिए अच्छा विकल्प है।
- पर्यावरण के लिए भी यह मिट लाभकारी होता है, क्यों की इसमें प्राणीओ की हत्या नहीं की जाती।
- यह स्वाद में बिलकुल ही असली मांस की तरह होता है।
स्वाद पूर्ण वीगन आहार के नाम
अनेक लोग ऐसा सोचते है की वनस्पति आधारित वीगन डाइट ज़्यादा स्वाद पूर्ण नहीं होता। लेकिन यह बात पूरी तरह से सच नहीं है। वीगन डाइट में भी बहुत सी स्वादिष्ट डिशेस बनाई जा सकती है, जिसके नाम हमने यहाँ दर्शाए है।
- वीगन पनीर मक्खन मसाला
- सोया नगेट बिरयानी
- टोफू मटर
- वीगन चोले
- वीगन पिज़्ज़ा
- वीगन पास्ता
- वीगन मोमोज़
- वीगन बर्गर
- वीगन चावल
- वीगन कढ़ी
- वीगन मीट बिरयानी
- वीगन मलाई कोफ़्ता
- वीगन चिकन
- वीगन क्यूब्स
- वीगन पकौड़े
- वीगन डोसा
सवाल जवाब (FAQ)
बहुत से लोगो को वीगन डाइट को लेकर प्रश्न होते है। जिनमे से मुख्य सवालों के जवाब हमने यहाँ दर्शाए है।
(1) वीगन फूड क्या होता है?
वानस्पतिक पेड़ पौधो पर आधारित आहार प्रणाली जिसमे मांसाहार और डेरी उत्पादनो का उपयोग नहीं होता वीगन फ़ूड कहते है।
(2) वीगन डाइट में क्या खाया जाता है?
वीगन डाइट में खास कर सब्जियां, अनाज, नट और फल और पौधों से बने खाद्य पदार्थ उपयोग में लिए जाते है।
(3) वीगन होना अच्छा है या बुरा?
वैसे तो इंसान अपनी पसंदगी और जरूरत अनुसार का डाइट अपना सकता है। लेकिन कोई डाइट सूट न करता हो तो वीगन डाइट अपनाना अच्छा साबित हो सकता है। क्यों की इसमें ज़्यादातर वनस्पति के खुराक खाने होते है।
(4) वीगन डाइट अपनाने से क्या फायदे होते है?
वीगन डाइट अपनाने पर कही फायदे मिलते है। जैसे की
- भरपूर मात्रा में प्रोटिओं मिलता है
- आँखों के लिए काफी फायदेमंद है
- पाचन क्रिया बेहतर बनती है
- हृदय स्वास्थ्य में सुधार आता है
- हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है
- रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है
- कैंसर के बचाव में उपयोगी है
(5) वीगन डाइट को प्लांट बेस्ड क्यों कहा जाता है?
वीगन डाइट में ज़्यादातर खुराक वनस्पति आधारित होते है, जिस कारण इसे प्लांट बेस्ड कहा जाता है।
आशा करती हु Vegan Diet सम्बंधित पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।