कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan

ज्यादातर हम सभी को स्कूल में पढ़ाया गया है की दांत और हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम मिनरल सबसे जरुरी है। इसी कारण आपने देखा होगा की टूथपेस्ट बनाने वाली कही बड़ी कंपनिया दावा करती है, उनके टूथपेस्ट से कैल्शियम की कमी के लक्षण दूर होंगे। पर हक़ीक़त में सिर्फ एक प्रोडक्ट से इतने अच्छे रिजल्ट नहीं मिल पाते।

कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan

जब शरीर को सही मात्रा में कैल्शियम की प्राप्ति नहीं हो पाती। तब कही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।जैसे दांत और हड्डियों में कमजोरी आना, रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, हृदय के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ना। यदि आप चाहते है Calcium ki kami ke lakshan आपमें नजर ना आये, तो रोजाना कैल्शियम फूड्स का सेवन करे।

कैल्शियम की कमी के लक्षण Calcium ki kami ke lakshan

हड्डियों का विकास क्रम कैल्शियम से जुड़ हुआ होता है। ऐसे में किसी छोटे बच्चे को बचपन से जरुरी मात्रा में कैल्शियम ना मिल पाता हो। तो आगे चल कर इस कमी की वजह से उसका कद जल्दी नहीं बढ़ पायेगा, और हड्डियों में भी कमजोरी रहेगी।

सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है की कैल्शियम की कमी किस कारण होती है। क्यों की किसी भी उपाय या दवाई अपनाने से पहले कारण और लक्षण समझना जरुरी है।

कैल्शियम की कमी के कारण

  • आहार में विटामिन डी की कमी
  • अधिक व्यायाम करना
  • मल-मूत्र द्वारा कैल्शियम निकल जाना
  • खाद्य पदार्थ के अंदर फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अधिक मात्रा
  • ज़्यादा सुस्ती लगने से
  • भरपूर मात्रा में प्रोटीन, शुगर युक्त आहार लेना
  • अत्यधिक मात्रा में नमक खाना
  • बहुत ज़्यादा चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक पीना

यहाँ बताये गए कारणों से आप भी जुड़े है, तो तुरंत इसको बंद या कम कर दीजिये। क्यों की Calcium ki kami ke lakshan अधिक देखने मिलते है, तो कही बीमारियों का शिकार भी बन सकते है।

(1) हड्डियों में कमजोरी

हाथ-पांव में दर्द होना, शरीर में जकड़न आना, शरीर झुक जाना, मांसपेशियों में दर्द होना यह सब हड्डियों के कमजोर होने का संकेत है। यह सबकी शुरुआत ही हुई है तो अपने खाने में मछली, पनीर, दूध, चीज़, हरी सब्जि को शामिल करे।

समस्या बढ़ गयी है तो तुरंत किसी एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करे और उनकी सलाह अनुसार अपना खानपान बदले। ऐसी स्थिति में सामान्य व्यायाम करना बेहतर उपाय है, जिसमे चाहे तो योगा भी कर सकते है।

(2) नाख़ून टूटना

नाख़ून कमजोर पड़ना या टूट जाना हमे एक आम बात लगती है। पर शरीर में कैल्शियम की कमी हो तभी इसकी समस्या होती है। स्वस्थ, लम्बे और अच्छे नाख़ून हर किसी की पर्सनालिटी बढ़ा देता है। आपका स्वास्थ्य केसा है, वह आपके नाख़ून को देख कर जाना जाता है। बार बार नाखूनों का टूटना कई गंभीर रोगो का संकेत भी हो सकता है।

इसलिए नाख़ून का टूटना रोकने के लिए पुरे दिन खूब पानी पीना चाहिए। चाहे तो नाखूनों पर तेल से मालिश भी कर सकते है। रोज़ाना आहार में कैल्शियम की कमी पूर्ण करने के लिए दूध, दही और पनीर ले। इसके सिवा नाख़ून अच्छे रखने के लिए दूध में अंडे की जर्दी को डाल कर अच्छे से मिलाइए। और उसमे नाख़ून को डुबो कर रखे, इससे नाख़ून स्वस्थ और मजबूत बने रहेंगे।

(3) दांतो में दर्द

कही बार दांतो में तेज दर्द होता है, इसके कही कारण हो सकते है। जैसे की दांतो की अच्छे से सफाई न रखना, अधिक ठंडा या गर्म खाना, मीठा खाना। इससे दांतो में सड़न, दांत टूटना और दांतो में दर्द होना जैसी समस्या होती है। इस तरह की समस्या में दांत दर्द की टेबलेट लेने से राहत मिल जाती है। पर यदि यह कैल्शियम की कमी के लक्षण है तो एक टेबलेट से राहत नहीं मिलेगी।

सामान्य दर्द के लिए चाहे तो घरेलु उपचार आजमा सकते है। जैसे की सरसों के तेल में नमक और हल्दी की पेस्ट बना के दांतो में लगाने से दर्द में राहत मिलेगी। इसके अलावा दांतो की अच्छी सेहत के लिए नीम का दातुन भी उपयोग में ले सकते है।

(4) नींद न आना

दुनिया भर के लोग अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे है, जिसके पीछे आज की इंटरनेट टेक्नोलॉजी और अस्तव्यस्त जीवनशैली सबसे बड़े कारण है। इस तरह की स्थिति में रहना लोगो के लिए आम बात बन गयी है। पर यदि आपको रात में कही घंटो तक ठीक से नींद नहीं आ पाती। तो जरूर बॉडी में कुछ गडबडी चल रही है, जिसके पीछे पोषक तत्त्व की कमी होना कारण हो सकता है।

अच्छी निंद्रा के लिए शरीर को प्रोटीन, विटामिन्स और कैल्शियम सही मात्रा में मिलना चाहिए। जिसके लिए दूध की बनावटो को सबसे अच्छा आहार स्त्रोत माना जाता है। यह खाद्य पदार्थ केवल कैल्शियम ही नहीं बल्कि कही तरह की पोषक तत्त्व कमी को दूर करता है। नींद की कोई दवा लेना चाहते है तो आयुर्वेदिक दवा लेना बेहतर रहेगा।

(5) भूख कम लगना

कैल्शियम कमी की वजह से हमारा पसंदीदा खाना हो तो भी खाने का मन नहीं करता। भूख की कमी, पेट जल्दी भर जाना, खाना आधा छोड़ कर उठा जाना, निगलने में परेशानी होना,खाते वक़्त उबकाई आना जैसे इसके आम लक्षण है। भूख कम लगने से शरीर को पोषण नहीं मिल पाता इसलिए कमजोरी हो जाती है।

जब भूख लगे तभी खा लेना चाहिए, ऐसा नहीं करोगे तो भूख धीरे-धीरे कम हो जाती है। एक बार में पेट भर के खाने के बजाय पुरे दिन थोड़ा थोड़ा खाना अच्छा रहेगा। भूख को बढ़ाने के लिए आप हरड़े या फिर चूर्ण का सेवन भी कर सकते है। पुरे दिन खूब पानी पीना और व्यायाम करने से भूख बढ़ती है।

(6) त्वचा रूखी होना

कही बार कैल्शियम की कमी होने की वजह से त्वचा रूखी बन जाती है। और ऐसी त्वचा में नमी प्रदान करने के लिए बार बार क्रीम लगानी पड़ती है। शरीर में विटामिन ए और कैल्शियम की कमी होने से त्वचा रूखी हो जाती है। ऐसी त्वचा पर खुजली और जलन भी हो सकती है।

रूखी त्वचा में नमी के लिए नारियल, बादाम और जैतून के तेल को थोड़ा गरम कर के लगाने से फायदा होगा। ऐसी त्वचा वालो को ज़्यादा डिटर्जेंट या साबुन उपयोग में नहीं लेना चाहिए। उनको माइल्ड सोप उपयोग में लेना चाहिए। खाने में मौसमी फल जैसे की सीताफल, गाजर और आंवला लेने अच्छे रहेंगे। साथ ही विटामिन्स, फाइबर और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ ले।

(7) हृदय की धड़कने तेज चलना

हृदय का स्वास्थ्य अच्छा हो तो भी लगातार धड़कने तेज होना मतलब Calcium ki kami ke lakshan हो सकता है। इसके कारण आगे जाकर हृदय सबंधित रोग होने का खतरा रहता है। इसलिए सही समय पर योग्य उपचार करना बेहतर रहेगा। हो सके तो अपनी समस्या डॉक्टर को जरूर बताये।

नियमित रूप से योगा किया जाए तो हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा। शरीरिक गति-विधिया जैसे की सीढिया चढ़ना, सुबह-शाम चलने से भी हृदय का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साथ ही हृदय के लिए अच्छे खाद्य पदार्थ जैसे की मछली, सोयाबीन, फल और हरी सब्जियों का सेवन करना बेहतर रहेगा।

(8) थकान महसूस करना

जल्दी थक जाना, कही काम में मन न लगना, अधिकतर सुस्ती महसूस होना और कमजोरी महसूस करना थकान के आम लक्षण है। आज की इस भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई थकान महसूस करता है। सब लोग काम के बोज में शरीरिक और मानसिक दोनों तरह से थके हुए है। ऐसी व्यस्त जीवनशैली में लोग पौष्टिक आहार भी नहीं ले पाते। उन लोगो में कैल्शियम की कमी ज़्यादा देखने को मिलती है।

ऐसे में कैल्शियम की कमी के लक्षण दूर करने के लिए नियमित दिनचर्या अपनानी होगी। व्यायाम, योग और पौष्टिक खुराक अपने जीवन में शामिल करे, जिससे कमजोरी दूर होगी। हो सके तो अपने दिन में से कुछ समय ध्यान लगाने में व्यतीत करे।

(9) याददास्त कमजोर पड़ जाना

वृद्धावस्था में याददास्त कमजोर पड़ जाना आम बात है। पर आज-कल अयोग्य जीवनशैली होने के कारण कोई भी उम्र में याददास्त कमजोर पड़ती है। याददास्त कमजोर होने से हम कई बार काम की चीजे भूल जाते है। ज़्यादा या कम नींद लेने से मष्तिस्क कोशिकाओं को नुकसान होता है। और याददास्त कमजोर हो जाती है, जो कैल्शियम कमी के लक्षण है।

ऐसे में याद शक्ति बढ़ाने के लिए अखरोट, बादाम, अंजीर जैसे सूखे मेवे और चुकंदर का रस पीना लाभदायी रहेगा। मक्खन में काली मिर्च और शक़्कर डाल के चाटने से दिमागी कमजोरी दूर होती है। दूध में शहद डाल कर पीना मानसिक विकास में बढ़ोतरी करता है।

(10) मासिक धर्म में पेट दर्द

शरीर में जब कही तरह के Calcium ki kami ke lakshan दिखते है। जैसे की अधिक थकान लगना, कमजोरी महसूस करना, कुछ अच्छा न लगना, पेट में दर्द होना। तब महिलाओ में मासिक धर्म के दौरान उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति दोनों में विकार होता है। पीरियड्स के 5 से 7 दिन स्त्रीयो के लिए असहनीय बन जाते है। ऐसी स्थिति में सिर दर्द भी काफी बढ़ जाता है।

मासिक धर्म के दौरान होते दर्द को कम करने के लिए आप घरेलू उपचार कर सकते है। पुरे दिन अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए, योग और व्यायाम करना चाहिए इससे ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ता है। जिससे शरीर में दर्द कम होगा और आराम भी मिलेगा। साथ ही नारियल या ऑलिव ऑइल को हल्का सा गर्म करके मालिश करने के बाद नहाना बेहतर रहेगा।

आखरी शब्द

जो व्यक्ति अभी से अपनी सेहत पर ध्यान देती है, तो आगे जाकर अच्छी तंदुरस्ती उसकी अनमोल जमापूंजी बन जाती है। अमेरिकन मोटिवेशनल स्पीकर डेनिस वेटले ने भी कहा है ”समय और स्वास्थ्य दोनों अनमोल सम्पतिया है, जिनकी कीमत हम तब ही समझते है जब वह नहीं रहती।” इसलिए सही वक़्त अपना स्वास्थ्य सुधार करना बेहतर रहेगा।

आशा करती हु कैल्शियम की कमी के लक्षण पर पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

DAWAiLAJ
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