खूबकला (Khubkala) क्या है, खूबकला के फायदे और कीमत

औषधीय गुणों से युक्त आयुर्वेदिक वनस्पति Khubkala स्वास्थ्य सबंधित समस्याए दूर करने में रामबाण इलाज समान है। टाइफोइड जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में कई लोग खूबकला अंजीर मुनक्का से बने व्यंजन खाते है। आयुर्वेदिक दवाइया, औषधि या काढ़ा बनाने के लिए खूबकला पौधे की पत्तिया, फूल, जड़ वगेरा उपयोग में लिया जाता है।

खूबकला (Khubkala) क्या है, खूबकला के फायदे और कीमत

खूबकला के बीज दिखने में बिलकुल सरसों बीज जैसे और साइज में राई से छोटे होते है। दुनियाभर के कही हिस्सों में खूबकला का उत्पादन किया जाता है। भारत में इसका उत्पादन जम्मू- कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में किया जाता है। यहाँ खूबकला के फायदे बताये है, जिन्हे जान कर आप जरूर खूबकला का सेवन करना चाहेंगे।

खूबकला क्या है Khubkala Kya Hai

हेज मस्टर्ड के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध खूबकला एक तरह का गुणकारी पौधा है। खूबकला को बनारसी राई, खाकसी, खाकसीर और जंगली राई इत्यादि के नाम से भी जाना जाता है। खूबकला की तासीर गर्म होती है, स्वाद में इनके बीज तीखेपन वाले होते है। खाकसी पौधे में पाए जाते पीले रंग के फूल आयुर्वेद की दृष्टि से गुणकारी है।

मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया की पारंपारिक चिकित्सा में खूबकला एक यूनानी नाम है। इस चिकित्सा को लोग यूनानी चिकिस्ता के नाम से भी जानते है। लेकिन यह एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रचलित है। इस पौधे का वानस्पतिक नाम सिसिम्ब्रियम ऑफ़िसिनेल (Sisymbrium officinale) है। यह पौधा ब्रैसिकेसी परिवार से सबंधित है।

पौष्टिक गुणों से भरपूर खूबकला पौधे जैसे ही उसके बीज भी पोषक तत्वों का खजाना है। इन बीजो का सेवन करने पर अनेक स्वास्थ्य लक्षी समस्याओ से मुक्ति मिलती है। तो आइये जानते है प्रति मूल्य 74 ग्राम खाकसी बीज में पोषक तत्वों की मात्रा कितनी है।

  • कैलोरी – 235 kcal
  • पानी – 4.51 g
  • प्रोटीन – 8.98 g
  • टोटल लिपिड – 3.4 g
  • कार्बोहाइड्रेट – 43.11 g
  • कैल्शियम – 1208 mg
  • आयरन – 0.08 mg
  • मैग्नीशियम – 232 mg
  • फ़ास्फ़रोस – 4 mg
  • पोटैशियम – 1576 mg
  • सोडियम – 68 mg
  • जिंक – 0.22 mg
  • थियामिन – 0.141 mg
  • राइबोफ्लेविन – 0.313 mg

इसके अलावा खूबकला में फाइबर, मिनरल्स, नियासिन, फोलिक एसिड, मैगनीज, फोलेट, कॉपर, विटामिन सी और के पाए जाते है।

खूबकला के फायदे Khubkala Ke Fayde

खाकसी यानी की खूबकला का पौधा हो या बीज दोनों स्वास्थ्य के लिए लाभकारक है। खूबकला के पौधे पत्तिया, फूल और जड़ो से बनाये जाने वाला आयुर्वेदिक काढ़ा पिने से, कही प्रकार की शारीरिक समस्याओ से छुटकारा मिलता है। ऐसे ही ढेरो खूबकला के फायदे Khubkala ke fayde है, जो निचे अनुसार है।

(1) थाइरॉइड दूर करने में फायदे

गर्दन में श्वषन नलिका के ऊपर तितली जैसे आकार की ग्रंथि को थाइरॉइड कहते है। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। लेकिन इस ग्रंथि में कोई विकार आये तो यह ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाती। थाइरॉइड पीड़ितों के लिए खूबकला अंजीर मुनक्का की रेसिपी बेहद फायदेमंद है।

अगर आपको थाइरॉइड सबंधित कोई भी शुरुआती लक्षण देखने को मिलते है। तो तुरंत देर न करते हुए खूबकला और गिलोय का काढ़ा पीना चाहिए। यह उपाय आजमाने से थाइरॉइड में काफी हद तक राहत मिलती है। लेकिन यह लक्षण अधिक बढ़ चुके हो तो डॉक्टर का संपर्क करे।

(2) कमजोरी जल्दी दूर होती है

अत्याधिक तनाव लेने पर या अधिक शारीरिक श्रम करने से शरीर में कमजोरी आ जाती है। इसके कारण शरीर में पुरे दिन थकान और कमजोरी महसूस होती है। कमजोरी दूर करने के लिए खूबकला जूस और इसके बीज लाभदायक है।

इसका घरेलू उपचार करने के लिए पहले एक छोटे बर्तन में खूबकला बीज को डाल कर गेस पर रख दे। उसे तब तक भुने जब तक वह पूरी तरह से काले न हो जाए। ध्यान रहे की यह बीज उछलते बहुत है इसलिए कोई उपयोगी चीज को वहा से दूर रखे। अब उस बर्तन में दूध डाले और उसे उबलने दे। इस मिश्रण को रोजाना पिने से कमजोरी दूर होती है।

(3) चेचक का इलाज है खूबकला

विषाणु जनित रोग को चेचक के नाम से जाना जाता है। यह एक बहुत ही खतरनाक संक्रमण वाली बीमारी है। अंग्रेजी में इसे स्मॉलपोक्स कहा जाता है। भारत में कही लोग इसे धार्मिक आस्था के साथ जोड़ लेते है। इस बीमारी के कारण शरीर पर छोटे छोटे झलके दिखाई देते है।

चेचक रोग के इलाज में आपको खूबकला का घरेलू उपाय करना चाहिए। खूबकला के फूल और पत्तियों को पीस कर उसका लेप बना कर पुरे शरीर पर लगाना चाहिए। इससे चेचक के कारण होने वाले लाल रंग के झलके दूर होते है। इसके अलावा आप Khubkala के बीजो को पानी में पका कर भी पी सकते है। ऐसा करने से शरीर में संक्रमण फैलना कम हो जाता है।

(4) अस्थमा में राहत मिलती है

श्वषन मार्ग पर जीर्ण सूजन से होने वाले रोग को अस्थमा कहते है। सामान्य शब्दो में कहे तो सांस लेने में दिक्कत होने की समस्या को अस्थमा कहा जाता है। अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों के लिए खूबकला का पौधा और बीज लाभदायी है।

दमा के गंभीर लक्षणों को दूर करने में खूबकला कारगर है। रोजाना योगा और दूध में खूबकला बीजो को मिला कर पिने से अस्थमा में राहत मिलती है। साथ ही यह सर्दी, खांसी, झुखाम और बुखार को भी दूर करता है।

(5) बवासीर का घरेलु उपाय

जब पाचन क्रिया ठीक तरह से कार्य न कर पा रही हो, तब बवासीर की समस्या उत्पन्न होती है। बवासीर से मुक्ति पाने के लिए खूबकला फायदेमंद है। खुनी बवासीर और बादि बवासीर को यह खतम करता है। बवासीर के कारण मलाशय में होने वाली सूजन को कम करने में खूबकला अच्छे से काम करता है।

बवासीर से मुक्ति पाने के लिए सप्ताह में 2 बार खूबकला का घरेलू उपाय करना चाहिए। एक गिलास गर्म दूध या पानी में खूबकला का पाउडर डाल कर पीजिये। यह उपचार से बवासीर की समस्या में राहत मिलती है। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए यहाँ पढ़े।

(6) हैजा की बीमारी दूर करता है

एशियाई महामारी के रूप में हैजा को जाना जाता है। वाइब्रियो कॉलेरी नाम के जीवाणु के कारण यह रोग तेजी से फैलने लगता है। हैजा बीमारी के संक्रमण से बचने के लिए खूबकला का उपयोग करना चाहिए। वाइब्रियो कॉलेरी द्वारा उत्पन्न एंटेरोटॉक्सिन का उत्पादन कम करने में खूबकला बीज सहायक बनते है।

हैजा के संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों को खूबकला का काढ़ा बना कर पीना चाहिए। रात को गुलाब जल के अंदर थोड़े Khubkala Seeds को दाल देना चाहिए। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट पिने से हैजा की बीमारी जल्दी दूर होती है।

(7) सिरदर्द से राहत पाने में

ज़्यादातर लोग सिरदर्द की समस्या को सामान्य समझते है। लेकिन जब सिरदर्द की मात्रा अधिक बढ़ जाती है और तेज सिरदर्द होने लगता है। तब काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। पर आयुर्वेदिक की नज़र से सिरदर्द में राहत पाने के लिए खूबकला का इस्तेमाल करना चाहिए।

गुणकारी औषधि खूबकला के फूलों और पत्तियों को पीस कर उसका लेप बना कर सिर पर लगाने से सिरदर्द में राहत मिलती है। इसके अलावा आप खूबकला के बीज को गुनगुने पानी में डाल कर भी पी सकते है। सिरदर्द की समस्या ज्यादा रहती है तो Headache Medicine लीजिये।

(8) कफ की समस्या कम करता है

मौसम में बदलाव आने से या अधिक मात्रा में ठंडी चीजों का सेवन से कफ की समस्या होती है। बच्चो से लेकर वृद्धो तक हर किसी को कफ की समस्या हो सकती है। कफ के कारण खांसी भी लगती है, इसके बचाव में खूबकला के फायदे प्राप्त होते है।

स्वस्थ शरीर के लिए वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहना जरूरी है। रोजाना खूबकला के पत्तो का रस निकाल कर पिने से कफ की समस्या से काफी हद तक राहत मिलती है। यह शरीर में रहे बिनजरूरी कफ को दूर करता है।

(9) खूबकला से सूजन कम होती है

कोई भी प्रकार की बाहरी या अंदरूनी चोट आने पर सूजन हो सकती है। शरीर के जिस हिस्से में सूजन लगी हो वह हिस्सा दूसरे हिस्सों के मुकाबले अधिक फूल जाता है। सूजन की समस्या को जल्दी से ठीक करने के लिए खूबकला के पौधे का इस्तेमाल करना चाहिए।

शरीर के जिस हिस्से में सूजन हो उस हिस्से पर खूबकला का लेप लगाना फायदेकारक है। यह लेप बनाने के लिए खूबकला के पौधो और फूलों का उपयोग किया जाता है। इस लेप को सूजन पर लगाने से सूजन के दर्द में भी आराम मिलता है।

(10) बच्चो के शारीरक विकास में

बच्चे के मानसिक विकास की शुरुआत माँ के पेट से ही होने लगती है। माताओ को शिशुओं के मस्तिष्क विकास के लिए गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक खुराक आहार में लेने चाहिए। छोटे शिशु को कुपोषण से बचाने के लिए उसको खूबकला दीजिये।

मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहे इसलिए बच्चे को 50 ग्राम खूबकला के साथ बकरी या गाय का दूध दे। लेकिन सबसे पहले खूबकला के बीजो को अच्छी तरह से छान लेना चाहिए। और उसे अच्छी तरह से पीसने के बाद दूध में डाल कर बच्चो को दीजिये।

खूबकला के साथ अंजीर मुनक्का

जैसे की हमने बताया थाइरॉइड और शरीर की कमजोरी दूर करने में खूबकला अच्छा है। पर इसमें अंजीर और मुनक्का को भी मिलाया जाए तो इसके फायदे अधिक बढ़ जाते है।

टाइफॉइड पीड़ित व्यक्ति 15 दिन रोजाना, खूबकला अंजीर मुनक्का को मिला कर खाये तो इससे कही लाभ मिलते है। तो आइये जानते है खूबकला के साथ अंजीर मुनक्का का उपयोग कैसे करते है।

  • खूबकला, अंजीर और मुनक्का की चटनी बनाई जाती है। जो लंबे समय तक बिगड़ती नहीं, इसे खाने से कही शारीरिक समस्याए दूर होती है।
  • वैसे तो इन तीनो को अलग-अलग खाने से भी कही फायदे मिलते है। लेकिन खूबकला अंजीर मुनक्का को मिला कर खाया जाये तो यह ज़्यादा लाभकारक है।
  • अंजीर की तासीर गर्म होती है, इसलिए रात को 4 से 5 अंजीर को भिगो कर रख दे। सुबह अंजीर खाने से यह थोड़ी नर्म भी हो जाती है, जिसे खाने पर आसानी रहती है।
  • आप चाहे तो अंजीर, खूबकला और मुनक्का को घी में भून कर, स्वाद के लिए थोड़ा सा मक्खन डाल कर खा सकते है।
  • स्वाद के लिए आप उसमे काली मिर्च को भी डाल सकते है।
  • 6 मुनक्का और आधा चम्मच खूबकला बीज को आप सुबह शाम खा सकते है।

खूबकला की चटनी कैसे बनाते है

भारत में पुराने जमाने से लेकर आज तक खूबकला की चटनी एक लोकप्रिय व्यंजन रहा है। सेहत के प्रति सजाग हो ऐसे लोग आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर खूबकला चटनी का सेवन करना अवश्य पसंद करते है। हमने निचे खूबकला की चटनी कैसे बनाते है की पूरी विधि बताई है।

  • खूबकला की चटनी बनाने के लिए शहद, मुनक्का, अंजीर और खूबकला जैसी सामग्री को इक्क्ठा कर लीजिये।
  • एक खल या मिक्सी में 9 से 10 मुनक्का डाल कर उसे अच्छे से पीस ले।
  • चटनी बनाने के एक दिन पहले रात को छोटे से बर्तन में स्वच्छ पानी डाल कर 8-9 अंजीर भिगो के रख दे, ताकि वह सुबह तक थोड़े से नर्म हो जाए।
  • भिगोये हुए अंजीर को पीसने में आसानी रहती है, इसलिए इस अंजीर को तब तक पीसे जब तक वह छोटे छोटे टुकड़ो में टूट जाए।
  • अब बारी है खूबकला के बीजो को पीसने की, तो सबसे पहले आप एक छोटा चम्मच खूबकला के बीजो को लेना है, और उसे पीसना है।
  • खूबकला अंजीर मुनक्का सब कुछ पीस गया हो तो आपको खाली जार या एक डिब्बा लेना है, जिसे बंद करने पर कही से भी उसमे हवा न जा सके।
  • अब उस जार या डिब्बे में थोड़ा सा घी भून कर डाल दे, फिर उसमे जरूरत अनुसार शहद भी मिला ले। पीसे हुए खूबकला, अंजीर और मुनक्का को उसमे डाल दे।
  • 5 या 10 मिनट तक इस मिश्रण को अच्छे से मिक्स करते रहे।
  • अब तैयार है आपकी स्वादिष्ट और सेहतमंद खूबकला की चटनी। जो एक सप्ताह तक नहीं बिगड़ सकती और आप इसे ज़्यादा मात्रा में बना कर पुरे सप्ताह खाने में ले सकते है।

खूबकला पतंजलि प्राइस कीमत

ज्यादातर लोग खूबकला लाल बीज को टाइफाइड और थाइरोइड रोग के निराकरण में खाते है। जिनमे वह खूबकला पतंजलि आयुर्वेदिक ब्रांड से खरीदना चाहते है। परंतु हमें पतंजलि की तरफ से कोई भी खूबकला प्रोडक्ट मार्किट में देखने को नहीं मिला।

ऐसे में जो सबसे अच्छे खूबकला प्रोडक्ट है उनकी लिंक निचे दी गयी है। जिन्हे आप ऑनलाइन अमेज़न से ऑर्डर कर सकते है। खूबकला के साथ उनकी प्राइस कीमत भी दी गयी है।

  1. IndianJadiBooti Khubkala 250gm (₹350)
  2. Yuvika Khubkala Lal 100gm (₹149)

सवाल जवाब (FAQ)

लोगो के मन में खूबकला से सम्बंधित कुछ प्रश्न है। यहाँ निचे उनमे से जरुरी सभी सवालो के जवाब दिए है।

(1) खूबकला कौन सी बीमारी में काम आती है?

खूबकला टाइफाइड बीमारी के इलाज में सबसे ज्यादा कारगर परिणाम देती है। जिसमे खूबकला के साथ अंजीर और मुन्नका को मिला कर सम्पूर्ण दवाई बनायीं जाती है।

(2) खूबकला को कैसे खाते है?

खूबकला के फायदे जानने के बाद बहुत से लोग इसे खाना चाहते है। तो उनके लिए खूबकला, मुन्नका और अंजीर की चटनी बना कर खाना सर्वश्रेष्ठ है।

(3) खूबकला को इंग्लिश में क्या कहते है?

विश्वस्तर पर खूबकला को Hedge Mustard नाम से जाना जाता है। यानी Hedge Mustard Meaning In Hindi खूबकला होता है।

(4) क्या खूबकला से कोई नुकसान होते है?

बताते हुए ख़ुशी हो रही है की खूबकला के कोई नुकसान नहीं। यह पूरी तरह सुरक्षित है, जिसके शरीर को फायदे ही होते है। हा कुछ लोगो को इसका स्वाद शायद पसंद ना आये, तो उन्हें खाने में भी अच्छा नहीं लगेगा।

आशा करती हु खूबकला (Khubkala) क्या है और खूबकला के फायदे के बारे में अच्छी जानकारी दे पायी हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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