गर्मियों के मौसम में ज्यादातर लोग गन्ने का जूस (Ganne Ka Juice) पीना पसंद करते है। गन्ने का रस भयानक गर्मी से बचाने के साथ अनेक स्वास्थ्यकिय फायदे देता है। कही गंभीर बीमारियों को दूर रखने में और शरीर में पानी का सही स्तर बनाये रखने में गन्ने का जूस लाभकारी है। कोई अन्य कोल्ड्रिंक्स के अलावा गन्ने का शुद्ध रस पिया जाए तो यह बेहद लाभकारी है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स में शामिल गन्ना जूस एक कार्बोहाइड्रेट युक्त पेय पदार्थ है। कही लोग सोचते होंगे की गन्ने में से शुगर बनता है। इसलिए शुगर का स्त्रोत गन्ना खाने के नुकसान भी होंगे। पर इसके नुकसान शुगर से बहुत ही कम होते है। जिस वजह से डायबिटीज के मरीज बिना नुकसान के गन्ने का जूस पी सकते है।
गन्ने का जूस (Ganne Ka Juice) पीने के फायदे
औषधीय गुणों से भरपूर गन्ना रस स्वाद और स्वास्थ्य दोनों में अच्छा है। इसकी तासीर ठंडी होने से यह शरीर को तरोताजा रखता है। त्वचा लक्षी समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए गन्ने का रस पीना फायदेमंद है। साथ ही यह पीलिया, कैंसर, गले के रोग वगेरा में बचाव करता है।
पुरे विश्व में सबसे ज़्यादा गन्ने का उत्पादन ब्राज़ील में होता है, दूसरे क्रमांक पर भारत का नाम है। भारत में गन्ने की खेती उत्तर प्रदेश, पंजाब और दक्षिण के कुछ राज्यों में सर्वाधिक होती है। गन्ने की फसल अक्टूबर से नवंबर तक ज़्यादा मात्रा में उगती है। भारत की बस्ती का एक बड़ा हिस्सा गन्ने की खेती से जुड़ा है।
कोल्ड ड्रिंक्स पिने से कही प्रकार के नुकसान होते है। लेकिन प्राकृतिक Ganne Ka Juice ज़्यादा से ज़्यादा फायदे देता है। तो आइये जानते है 100 मिलीलीटर गन्ने के रस में उपलबध पोषक तत्वों की मात्रा।
- कैलोरी – 49 kcal
- कार्बोहाइड्रेट – 11.51 g
- शुगर – 8.55 g
- कैल्शियम – 10 mg
- आयरन – 0.18 mg
- मैग्नीशियम – 12 mg
- पोटैशियम – 160 mg
खाली पेट गन्ने का रस पीने के फायदे Benefits Of Sugarcane Juice
गन्ने का रस स्वाद में मीठा और हल्का सा खारा होता है। गन्ने के जूस को अंग्रेजी में Sugarcane Juice In Hindi कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम सैकेरम औफिसिनेरम (Saccharum officinarum) है। गन्ने के सांठो में से Ganne Ka Juice निकाला जाता है।
गन्ने को छील कर दांतो द्वारा भी इस रस को पीया जाता है। पर गन्ने की मशीन से बनाये गए जूस को लोग ज्यादा पीना पसंद करते है। घर पे भी गन्ने का जूस बनाया जाता है। शुरू करते है सुबह खाली पेट गन्ने का रस पिने के फायदे।
(1) पीलिया में राहत
पीलिया या जॉन्डिस होने का कारण बिलीरुबिन नामक पदार्थ है, जिसका निर्माण शरीर के ऊतकों और रक्त में होता है। जिससे पूरा शरीर पीले रंग का हो जाता है और खून की कमी भी उत्पन्न होती है।
जॉन्डिस बीमारी के मरीजों को गन्ने का रस पीना चाहिए। इस रस में आयरन की अच्छी मात्रा है जो खून की कमी को पूरा करता है। और शरीर में ऊर्जा एवं ताकत प्रदान करने में मददगार है। पीलिया की दवा और घरेलु उपाय की संपूर्ण जानकारी यहाँ पढ़े।
(2) कैंसर से बचाव
कैंसर के 5 स्टेज होते है, उनमे से स्टेज 1,2 और 3 वाले कैंसर के दर्दी गन्ने का जूस पी सकते है। इस रस में ट्रायसिन नामक एक फ्लेवोन पाया जाता है, जो एंटी कैंसर गुण से सभर है।
जिस कैंसर से ज़्यादातर मौते होती है ऐसे प्रोसेस्ट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से गन्ने का रस बचाव करता है। यह जूस कैंसर से बनने वाली कोशिकाओं के नुकसान को रोकता है।
(3) लिवर स्वास्थ्य में
यकृत यानि की लिवर शरीर का महत्व पूर्ण अंग है यह शरीर के विषाक्त पदार्थो को बहार निकालने का काम करता है। पर जब लिवर पर कोई विकार होता है तो उसकी कार्य प्रणाली ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाती।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित गन्ने का ठंडा रस पीना फायदेमंद है। लिवर की कार्य प्रणाली में आए विकार को यह झट से दूर करता है। और लिवर की कार्य प्रणाली में सुधार लाता है।
(4) गले का दर्द दूर करे
कोई बाहरी संक्रमण लगने के कारण आम तोर पर गले में दर्द होना जैसे लक्षण देखने को मिलते है। बैक्टीरियल इंफेक्शन या एलर्जी की वजह से भी गले में दर्द होने की संभावना रहती है।
गले में दर्द हो तो ऐसी सलाह दी जाती है की गरम पानी या पेय पीना चाहिए। गन्ने की तासीर ठंडी है फिर भी यह गले के रोग को मिटाने का काम करता है। साथ ही यह टॉन्सिल के कारण होने वाली सूजन को भी कम करता है।
(5) रोग प्रतिरक्षा प्रणाली में
वायरस के सूक्ष्म कीटाणु या जीवाणु जब शरीर पर हमला करते है तब रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचता है। ऐसे जीवाणु से लड़ने के लिए सफ़ेद रंग की कोशिकाए जिसे फैगोसाइट्स कहा जाता है। वह रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर के बाह्य संक्रमण का मुकाबला करती है।
प्राकृतिक पेय गन्ने के जूस में फैगोसाइट्स कोशिकाओं का विकास करने की क्षमता है। इसके अलावा गन्ने के रस में हेपाटोप्रोटेक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है। जो रोग प्रतिकारक शक्ति को मजबूत बनाने में अच्छे है।
(6) नाख़ून बढ़ाने में
अधिकतर महिलाओ को नाख़ून बढ़ाने का शोख होता है। लेकिन शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने से नाख़ून टूटना और जल्दी से बढ़ न पाना जैसी समस्या देखने मिलती है। ऐसे में शरीर को सही मात्रा में कैल्शियम मिले तो समस्या ख़तम होती है।
कैल्शियम के लिए लोग दवाई खाते है। परंतु यह कमी प्राकृतिक पेय पदार्थ और आहार द्वारा पूरी की जाये तो अच्छा है। दूध और Ganne Ka Juice कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है। यह आसानी से नाख़ून का टूटना रोकता है और उन्हें बढ़ाने में मदद करता है।
(7) यूरिन इन्फेक्शन में
मूत्र मार्ग में संक्रमण होने के कारण कही दिक्क़ते होती है। संक्रमण के कारण पेशाब रुक रुक कर आना, खून गिरना, अधिक दर्द होना, मूत्र में मवाद आना और कमर दर्द जैसी समस्या होती है।
मूत्र मार्ग में संक्रमण हो तब गन्ने का रस बहुत फायदे देता है। गन्ने का रस पीने से कम मात्रा में यूरिन आना जैसी समस्या में राहत मिलती है। साथ ही यह गुर्दे की पथरी, यूटीआई और एसिडिटी को दूर करता है।
(8) घांव भरने में लाभदायी
घांव मूल रूप से एक कट, ब्लंट शॉट या अन्य प्रभावों के कारण जीवित ऊतक (टिश्यू) की चोट है। बाहरी चोट लगने के कारण होने वाला घांव भरने में देर होती है। घांव जल्दी से भर जाए और संक्रमण न फैले इसलिए लोग एंटीसेप्टिक क्रीम का इस्तेमाल करते है।
तेजी से घांव भरने के लिए नियमित गन्ने का रस पीना फायदेमंद है। गन्ने की शर्करा में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल के गुण घांव को जल्दी से भरने में लाभदायी है। यह खास कर छोटे बच्चो पर अच्छा असर दिखाता है।
(9) हृदय सुरक्षा में
हृदय पुरे शरीर में ऑक्सीजन और रक्त पर्याप्त मात्रा में पहुंचाने का काम करता है। हृदय विकार होने से दिल से जुडी बीमारिया होती है। हृदय की सुरक्षा के लिए गन्ने का जूस पीना फायदेमंद है।
इसमें पाए जाते पौष्टिक गुण हृदय की रक्षा करते है। रोजाना सुबह खाली पेट गन्ने का रस पीने से हृदय स्वास्थ्य अच्छा रहता है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का सही स्तर बनाए रखता है।
(10) मधुमेह नियंत्रण में
पहली नज़र में ऐसा लगता है की शुगरकेन में से ही शुगर बनती है। तो मधुमेह के रोगियों के लिए गन्ने का जूस घातक होगा। पर यह बात पूर्णतः सच नहीं है जब शर्करा बनती है तब उसमे से ज़्यादातर पोषक तत्वों को निकाल दिया जाता है। इसलिए शुगर का सेवन डायबिटीज के दर्दियो के लिए अच्छा नहीं होता।
पर Sugarcane Juice में अच्छे पोषक गुण मौजूद होते है। जो रक्त में शर्करा के प्रमाण को नियंत्रित करने में सहाय करते है। डायबिटीज के मरीज गन्ने का रस पी सकते है। लेकिन हमेशा गन्ने का जूस सही मात्रा में पीना चाहिए।
गन्ने का जूस पीने के नुकसान Sugarcane Juice Side Effects
अनगिनत पौष्टिक गुणों से भरपूर गन्ने का रस पीने के फायदे अनेक है। इसी तरह अगर अयोग्य तरीके या अधिक मात्रा में, गन्ने का जूस पियेंगे तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
- सर्दियों के मौसम में गन्ने के रस का सेवन करने से बचना चाहिए। क्यों की गन्ने की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण सर्दी या झुखाम होने की संभवना रहती है।
- जब भी आप बहार मिलने वाले गन्ने जूस का सेवन करे। तब याद रखे की उसमे कोई जीवाणु या मिटटी तो नहीं गिरी। अगर यह सब आपके पेट में गया तो पाचन क्रिया को नुकसान पहुंच सकता है।
- दिन में ज़्यादा से ज़्यादा गन्ने का रस सिर्फ 2 गिलास ही पीना चाहिए। इस जूस की अधिक मात्रा स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
- हमेशा गन्ने का ताज़ा रस ही पीना चाहिए, क्यों की ज़्यादा समय के बाद रस बिगड़ जाता है। ऐसे रस में बैक्टीरिया और फंगस पनपते हैं।
- हो सके तो गन्ने का रस घर पे ही बनाए। क्यों की बहार मिलने वाले हर खाद्य पदार्थ की तरह गन्ने रस की क्वॉलिटी पर भी सवाल उठता है।
आशा करती हु गन्ने का जूस (Ganne Ka Juice) पीने के फायदे पर अच्छी जानकारी दे पायी हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।