मक्का खाने के फायदे और नुकसान Corn In Hindi

ज़्यादातर बारिश के मौसम में मिलने वाले मक्का के भुट्टे हर किसी को पसंद होते है। कच्चे मक्के तो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते है। साथ ही इसका पाउडर भी खाने का स्वाद बढ़ा देता है। अपने कई औषधीय गुणों की वजह से मशहूर मक्का खाने के फायदे अधिक है। मक्के का वनस्पतिक नाम Zea mays है। मक्का खाद्य पदार्थ फसल की श्रेणी में आता है, यह एक प्रकार का अनाज है।

मक्का खाने के फायदे और नुकसान Corn In Hindi

भारत में मक्के की रोटी और मक्के का भुट्टा बहुत लोकप्रिय है। आयुर्वेद के अनुसार मक्का हमे कही गंभीर बीमारियों से लड़ने की ताकत प्रदान करता है। Cornflour In Hindi यानी की मक्के के आटे में भरपूर मात्रा में स्टार्च पाया जाता है। जो शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार बनता है।

मक्का खाने के फायदे और नुकसान Corn In Hindi

मक्के के अंदर पोषक तत्वों की भरमार है। जैसे की प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, सेलेनियम, ज़िंक, कॉपर, थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलेट, फैटी एसिड और विटामिन सी, ए, इ पाए जाते है।

इतने सारे औषधीय गुणों की उपलब्धि होने के साथ मक्के के प्रकार भी होते है। इसलिए Corn In Hindi के बारे में जान लेना जरूरी है। मुख्य तोर पर भारत में मक्के के 7 प्रकार पाए जाते है।

  1. स्वीट कॉर्न
  2. वैक्सी कॉर्न
  3. फ्लिंट कॉर्न
  4. डेंट कॉर्न
  5. पॉड कॉर्न
  6. सॉफ्ट कॉर्न
  7. पॉप कॉर्न

मक्का क्या है Corn Meaning In Hindi

ज़्यादातर बरसात के मौसम में खाये जाने वाला मक्का एक खाद्य पदार्थ है। मक्के की कही सारी रेसिपीज़ बनाई जाती है। मक्के के दानो को सूखाने के बाद उसे पीस कर पाउडर बनाया जाता है, जिसे हम मक्के का आटा कहते है। मुख्य तोर पर लोग मक्के का भुट्टा और मक्के की रोटी को खाना ज़्यादा पसंद करते है। साथ ही मक्के का पाउडर का इस्तेमाल खाने को स्वादिष्ट और गाढ़ा बनाने के लिए करते है।

कच्चा मक्का स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी होता है। कच्चे मक्के का सेवन करने से हृदय रोग, मूत्र रोग, मांसपेशियों में कमजोरी जैसी समस्याओ में राहत मिलती है। पके हुए मक्के खाने के फायदे भी ज़्यादा है। पके हुए मक्के के भुट्टे में पाए जाने वाला कैरोटिनॉयड विटामिन ए का बेहतरीन स्त्रोत है। भुट्टे में फेरुलिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है। जो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का खतरा कम करने में सहायक है।

मक्के की स्टार्च में से पाए जाने वाला Cornflour In Hindi मक्के का आटा नहीं है। बल्कि यह स्टार्च कॉर्न है, जिसे मक्के के आटे से अलग तरीके से तैयार किया जाता है। मक्के के दानो का छिलका उतार कर, उसे पाउडर की तरह पीस कर बनाया जाता है। मक्के का आटा पिले रंग का दरदरा और बारीक़ होता है। जबकि कॉर्नफ्लोर सफ़ेद रंग का नरम पाउडर होता है।

(1) हृदय स्वास्थ्य में लाभकारी

हृदय सबंधित बीमारी में उसकी निरंतर देखभाल करने की आवश्यकता होती है। हृदय शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति का काम करता है। यह कार्य ठीक तरह से न होने पाने से व्यक्ति को काफी मुश्केलिया सहन करनी पड़ती है। इसलिए हृदय स्वास्थ्य बना रहे ऐसे खुराक और जीवनशैली को अपनाना चाहिए।

व्यक्ति को मक्का खाने के फायदे सबसे ज़्यादा हृदय को स्वस्थ बनाने में मिलते है। मक्के में मौजूद फेरुलिक एसिड हृदय के लिए लाभकारी है। मकई का सेवन करने से हृदय रोग और हाई बीपी जैसी समस्या में राहत होती है।

(2) वजन बढ़ाने में सहायक

जिस तरह मोटे लोग मोटापा से परेशान होते है। उसी तरह पतले लोग अपने दुबलेपन से परेशान होता है। पतले लोगो में कमजोरी का प्रमाण भी ज़्यादा होता है। वह अपना वजन बढ़ाने के लिए कही सारे घरेलू नुस्खे आजमाते है। एक्सरसाइज और योगा का सहारा लेकर अपना वजन बढ़ाने की कोशिश करते है।

ऐसे में वजन बढ़ाने के लिए मक्का उपयोगी बनता है। मक्के में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की पर्याप्त मात्रा होती है। शरीर को मोटा बनाने के लिए मक्के की रोटी भी एक उत्तम खुराक है। इस तरह मक्का वजन बढ़ाने में सहायक का काम करता है। तेजी से हेल्थी वजन बढ़ाने के लिए वेइट गेन फूड्स खाये।

(3) आंखो की रौशनी तेज करता है

आज कल के जमाने में लोग मोबाइल, टीवी या कंप्यूटर के सामने ही ज़्यादा वक्त बिताते है। ज़्यादा घंटे स्क्रीन के सामने रहने से हम जाने अनजाने आंखो के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते है। शरीर में विटामिन ए और कही उपयोगी पोषक तत्वों की कमी होने के कारण, आंखो दृष्टि पर असर पड़ता है।

आंखो की रौशनी तेज करने के लिए मक्का फायदेकारक है। मकई में पाए जाने वाले ल्यूटिन, जैक्सैन्थिन और एंटी ऑक्सीडेंट के कारण मक्का आंखो के लिए लाभदायक है। मक्का का सेवन करने से आंखो का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

(4) आयरन की कमी दूर करता है

आयरन शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण मिनरल है। शरीर में आयरन की कमी हो तो एनिमिआ जैसा रोग होता है। आयरन कमी होने से हीमोग्लोबिन भी ठीक तरह से नहीं बन पाता। जिसके कारण शरीर के हिस्सों तक ऑक्सीजन की मात्रा नहीं पहुंच पाती। पुरुषों के मुकाबले महिलाओ में यह समस्या ज़्यादा देखने को मिलती है।

ऐसे वक्त पर शरीर में खून की कमी दूर करे ऐसा खुराक लेना चाहिए। नियमित रूप से मक्का खाया जाए तो शरीर में आयरन की कमी दूर होती है। मक्के में विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड पाया जाता है। जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढाता है। साथ ही यह हिमोगलबिन के स्तर में सुधार लाने के लिए मददगार है।

(5) कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में

मुख्यत्वे कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार होते है। जिसमे हाइ डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन शामिल है। जिससे हम गुड कोलेस्ट्रॉल और बेड कोलेस्ट्रॉल के नाम से जानते है। गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए अच्छा है, लेकिन बेड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से हृदय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही मात्रा में बनाये रखने में फल और सब्जी आहार स्त्रोत के साथ मक्का भी उपयोगी है। मक्के के तेल में भी लिनोलेइक एसिड है, जो बढे हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है। इसी के साथ मकई में पाए जाने वाला विटामिन सी और कैरोटिनॉयड खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम कर के रक्त प्रभाव में सुधार लाता है।

(6) ऊर्जा प्रदान करता है

कही बार ज्यादा शरीरिक परिश्रम करने के कारण शरीर में कमजोरी आ जाती है। जिसके कारण थकान महसूस होती है। किसी बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों में कमजोरी की समस्या ज़्यादा होती है। थकान को दूर करने के लिए लोग कही घरेलू उपाय आजमाते है।

कमजोरी की समस्या दूर करनी हो तो मक्का खाने के फायदे आपको आसानी से मिल सकते है। मक्के का सेवन करने से शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। जिसके कारण शारीरक कमजोरी की समस्या में राहत मिलती है। साथ ही मक्का शरीर में ऊर्जा प्रदान करने में कारगर है।

(7) मानसिक स्वास्थ्य में फायदे

आज के जमाने में शारीरक बीमारी के साथ साथ मानसिक बीमारियों का प्रमाण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ज़्यादातर लोग ज़्यादा काम के बोज में आ कर या किसी अन्य कारणों से मानसिक तनाव की स्थिति में आते है। यह समस्या ज्यादा समय तक रहने से मानसिक विकार की स्थिति भी हो सकती है।

मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए मक्के का सेवन करना लाभदायी है। मक्का मानसिक तनाव को नियंत्रित करने में मदद करता है। मक्के में विटामिन इ की उपलब्धि होने से यह, अल्ज़ाइमर जैसे रोग के बचाव में भी उपयोगी है।

(8) दांत और हड्डियों में मजबूती

कैल्शियम की कमी की वजह से दांत और हड्डिया दोनों कमजोर पड जाते है। हड्डियों में कमजोरी होने की वजह से व्यक्ति को बैठने, उठने और चलने में दिक्कत होती है। ऐसे ही दांतो में कमजोरी होने पर खाना भी ठीक से नहीं चबा पाते। ज़्यादातर लोग शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति के लिए दूध पीना पसंद करते है।

लेकिन मक्का भी एक ऐसा खाद्य पदार्थ जो शरीर में बहुत अच्छे से कैल्शियम की कमी को पूरा कर देता है। मक्के में मौजूद धुलनशील फाइबर है जो हड्डियां और दांतो की मजबूती बनाए रखने में सहायक है। इसी के साथ मक्के का भुट्टा खाने से भी दांत मजबूत रहते है।

(9) पाचन क्रिया में सुधार

असंतुलित खान पान और अयोग्य जीवनशैली के कारण हम कई रोग का भोग बन सकते है। जब पाचन प्रक्रिया ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाती। तब गैस, एसिडिटी, कब्ज, बवासीर और पेट दर्द जैसी समस्या होती है। पाचन क्रिया में सुधार लाने के लिए पाचन में हलके हो ऐसे खुराक का सेवन करना चाहिए।

एक संशोधन अनुसार पाया गया है की मक्के के अंदर मौजूद विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाचन प्रणाली में सुधार लाता है। मकई के दानो का काढ़ा बना कर पिने से पाचन क्रिया अच्छी तरह से कार्य करने लगती है। साथ ही पेट को गैस मुक्त और हल्का बनाये रखता है।

(10) लिवर के लिए फायदेमंद

लिवर कमजोर हो जाए तो कही बीमारिया होने की संभावना रहती है। ज़्यादातर शराब पिने वाले और धूम्रपान करने वालो में लिवर की बीमारी होने का प्रमाण ज़्यादा है। लिवर शरीर के कही महत्वपूर्ण कार्यो में साथ देता है। पर लिवर की बीमारी हो तो शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता है।

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार लेना अनिवार्य है। Corn In Hindi में मौजूद कही पोषक तत्वों के कारण यह लिवर की बीमारी वाले मरीजों के लिए फायदेमंद है। मक्का का सेवन करने से हेपेटाइटिस, फैटी लिवर और लिवर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में बचाव होता है।

मक्का के नुकसान Corn Side Effects

यदि मक्का जरूरत से ज़्यादा प्रमाण में खाया जाए तो। यह फायदे देने के बजाय नुकसान कारक बन सकता है। आप कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो मक्का का सेवन करने से स्वास्थ्य सबंधित समस्याए होने की संभावना रहती है। इसलिए मक्के को सही प्रमाण में खाये तो मक्का खाने के फायदे भी सही तरीके से मिलेंगे।

  • आपकी पाचन प्रक्रिया ठीक तरह कार्य नहीं कर पा रही हो तो मक्के का सेवन नहीं करना चाहिए। मक्का पचने में भारी होता है, यह पाचन सबंधित विकार भी खड़े कर सकता है।
  • मक्के के अंदर उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जिससे मक्के का अधिक सेवन करने से पेट फूलना, कब्ज और पेट दर्द जैसी समस्या होती है।
  • मक्के में पाए जाना वाला ग्लूटेन भी कभी कभार नुकसानकारक बनता है। मक्के में ग्लूटेन की मात्रा होने से इसका सेवन करने से कुछ लोगो को, स्किन एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे रैशेज, लालीपन, सूजन और त्वचा पर खुजली होना जैसी समस्याए हो सकती है।
  • मक्काई का सेवन करने से कही बार डायबिटीज के दर्दियो को दुष्प्रभाव देता है। इसका अधिक सेवन करने से रक्त में शर्करा का प्रमाण बढ़ जाता है।
  • उच्च मात्रा में अगर मक्के का सेवन किया जाए तो विटामिन्स की कमी के कारण होने वाला रोग पिलाग्रा होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • कही लोगो को मकई का अधिक सेवन करने के बाद अस्थमा के दौरे पड़ना जैसे लक्षण भी दिखाई देते है।

आशा करती हु मक्का खाने के फायदे और नुकसान Corn In Hindi पर पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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