विटामिन डी की कमी से क्या होता है, लक्षण और इलाज

हमारे भारत देश में अच्छा है हर रोज सूरज दादा के दर्शन होते है। कई सारे देश ऐसे है जहा सूर्य बहुत ही कम देखने को मिलता है। फिर भी यहाँ के कई लोगो में सवाल उठता है की विटामिन डी की कमी से क्या होता है। आज की इस पोस्ट द्वारा हमने इसका उत्तर देने का प्रयास किया है।

विटामिन डी की कमी से क्या होता है, लक्षण और इलाज

सबसे पहले ये जानना ज़रूरी है की विटामिन डी की कमी से क्या परेशनी होती है? शरीर में अधिक थकान को महसूस करना, ऊर्जा का कम हो जाना, हड्डियों में दर्द होना, मांसपेशिया कमजोर पड़ जाना कई बार बीमार पड जाना जैसी परेशानियों का सामना करता पड़ता है।

Vitamin d ki kmi se kya hota hai जैसा आम सवाल तो सभी के मन में होना स्वाभाविक बात है। इसलिए इसकी सचोट जानकारिया आप इस पोस्ट में पढ़ने वाले है। साथ ही इसके लक्षण और इलाज भी दिए गए है, जो विटामिन डी की कमी वाले दर्दीओं के लिए उपयोगी है।

विटामिन डी की कमी से क्या होता है, लक्षण और इलाज

सर्दियों के मौसम के दौरान शरीर को विटामिन डी की बेहद जरूरत होती है। सुबह हलकी धुप में पुरे शरीर पर धुप आये वैसे बैठने से काफी सारे फायदे होते है। इसके अलावा कई फल और सब्जिया आहार स्त्रोत खाने में शामिल कर सकते है। इससे काफी आसानी से विटामिन डी की कमी दूर हो जाती है।

(1) हड्डियों में कमजोरी

खाने में अगर कैल्शियम की कमी हो तो हड्डियों में कमजोरी हो सकती है। साथ ही जो लोग बहुत सारा श्रम उठाते है उनमे यह लक्षण ज़्यादा देखने को मिलता है। इसलिए शरीर को योग्य समय पर आराम देना जरुरी है। खास कर के वृद्धो और महिलाओ में इसका प्रमाण ज़्यादा है।

दूध पिने की वजह से हड्डियों की कमजोरी दूर की जा सकती है। इसके साथ आप पौष्टिक खुराक भी लेना चाहिए। बादाम को रात में भिगोने के बाद सुबह खाना काफी लाभदायी रहेगा।

(2) पाचन तंत्र सबंधी मुश्केली

दिनचर्या सही न होना, कुछ भी जंक फ़ूड या फ़ास्ट फ़ूड खा लेना ऐसी छोटी छोटी बात स्वास्थ्य पर बड़ी असर करती है। इसलिए रोजिंदा खाने में हैल्थी फ्रूट्स फल, हरी सब्जियों को इस्तेमाल करे। जो लोग पूरी नींद नहीं ले पाते उनमे भी ये समस्या होती है। कब्ज, अपचा, एसिडिटी, सीने में जलन और पेट दर्द इसके आम लक्षण है।

दिन के दौरान खूब पानी पिए, भोजन समयसर ले लीजिये, रात को भरपूर नींद ले और सुबह या शाम को व्यायाम करे। इससे आपकी पाचन क्रिया ठीक रहेगी। इसके अलावा हरड़े या फिर चूर्ण लेना भी अच्छा होता है।

(3) आसानी से घाव न भर पाना

कभी कभी चोट लगने के बाद घाव कई दिनों तक भरता नहीं है यह विटामिन डी का लक्षण हो सकता है। ऐसे में घाव बड़ा हो या छोटा उसकी पीड़ा काफी असह्य बन जाती है। उस जगह पर दर्द भी काफी होता है। चोट लगने के बाद वहां पर एंटी बेक्टेरियल क्रीम लगाना उचित होगा।

घाव की उचित देखभाल करना बेहद जरुरी है। घाव को गर्म पानी से साफ़ करे याद रहे की पानी त्वचा अंदर नहीं जाना चाहिए। नारियल तेल और हल्दी का लेप लगाने से घाव आसनी से भर जायेगा।

(4) बाल झड़ना

असंतुलित आहार, गलत जीवनशैली और प्रदूषण की समस्या की सीधी असर बालो पर होती है। केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी बालो के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। प्रोटीन, ज़िंक और बायोटीन की कमी होने की वजह से भी बाल झड़ सकते है। लम्बे समय तक कोई बीमारी लगी हो तो भी बालो का टूटना जैसी समस्या हो जाती है।

इसके के लिए आपको कोई भी प्रकार की ट्रीटमेंट करने की ज़रूरत नहीं है। घरेलू नुसखो से भी इसका उपाय मिलता है। जैसे की रात को सोने से पहले बालो में प्याज़ का रस लगा लीजिये, सुबह उठ के स्वच्छ पानी से बाल धो दे फिर आपको अपने बालो में चमत्कारिक असर देखने को मिलेगी। बाल धोने से पहले नारियल या बादाम का तेल गर्म करके बालो में लगाये और मालिश कीजिए, इससे बाल रेशमी और मजबूत होंगे।

(5) वजन बढ़ जाना

अचानक ही आपका वजन बढ़ जाता है तो यह विटामिन डी की कमी का लक्षण हो सकता है। आगे जाकर यह मोटापा जैसी बीमारी का स्वरूप लेता है। इसलिए बढ़ते वजन को नियंत्रित करना अत्यंत ज़रूरी है। अधिक प्रमाण में भोजन लेने से और अनिंद्रा की जैसे कई कारणों से वजन बढ़ता है। ज़्यादा गोलियों के सेवन से भी वजन काबू में नहीं रहता।

वजन घटाने के नियमित एक्सरसाइस करना ज़रूरी है। ऑइली चीज़ खाने से दूर रहिये, भोजन की मात्रा कम ना करे पर जो भी खाये वह पौष्टिक खुराक ही ले। रिसर्च द्वारा कुछ ऐसे तरीके पाए गए है जिनसे वजन घटाने में पूरी सहायता मिलती है, जानने के लिए यहाँ पढ़े।

(6) याद शक्ति कम होना

बहुत सारे लोगो को फरियाद करते हुए सुना है की मेरी याद शक्ति कमजोर पड़ गयी है मुझे ठीक से याद नहीं रहता है। पर मेरे मत से अगर योग्य देखभाल की जाये तो याद शक्ति बिलकुल ठीक रहती है। दिमाग के लिए अच्छे हो ऐसे खुराक स्त्रोत आहार में शामिल कीजिये।

जो लोग अधिक तनाव में रहते है, सही निंद्रा नहीं लेते है और धूम्रपान करते है उनमे याद शक्ति क्षीण हो जाती है। बढ़ती उम्र के साथ याद शक्ति को नुकसान पहुंचना सामान्य बात है। पर अगर खान पान, आहार और योग्य जीवनशैली अपनाई जाये तो इसकी कम असर होगी।

(7) बुखार आते रहना

अगर आप कई बार संक्रमण की चपेट में आते हो तो आपकी रोग प्रतिकारक क्षमता सही तरह से काम नहीं करती होगी। अनियमित दिनचर्या होने की वजह से भी यह हो सकता है। ऐसे में रात को भरपूर निंद्रा ले इससे रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।

शारीरिक स्वछता भी इसमें ज़रूरी है खाना खाने बाद हाथ धोना, नियमित शरीरिक अंगो की सफाई रखना। जैसी छोटी छोटी बातो का ध्यान रखे तो बड़ी बीमारियों से लड़ना आसान होगा। बुखार आने पर तुरंत कुछ असरदार घरेलु उपाय आजमाने चाहिए जिसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

(8) उदास रहना

हर किसी की ज़िंदगी में ऐसा वक़्त ज़रूर आता है जब वह बेहद उदास होता है, इसका कारण कोई भी हो सकता है। पर बिना कोई वजह बहुत उदास रहने लगते है तब शरूर में विटामिन डी की कमी का लक्षण हो सकता है। उदास रहने की मात्रा बढ़ गयी तो यह आगे जाकर डिप्रेशन जैसी बड़ी बीमारी बन जाता है।

नींद ना आना, भूख न लगना, एकाग्रता में कमी, हीनता महसूस करना, नकारात्मक विचार और बार बार आत्महत्या के ख्याल आना जैसे डिप्रेशन के समान्य लक्षण है। इसलिए अधिक तनाव मत ले और जो हुआ वह अच्छे के लिए ही हुआ ऐसी सोच रखिए। गुस्से को कण्ट्रोल करना सीखे, दिमाग को हमेशा शांत रखे और हो सके उतने अच्छे विचार ही मन में आने दे, खुद को हमेशा खुश रखने की कोशिश करे।

आखरी शब्द

आप दुनिया के सबसे खुशनसीब इन्सान तब होंगे जब यह सोचेंगे की ”खुशिया सब कुछ पा लेने में नहीं पर जितना मिला उसमे से थोड़ा बांट देने में है।” अगर हर इन्सान की सोच बदल गयी हो, अच्छी हो गयी हो। तो पूरा स्वर्ग धरती पर आ गया हो ऐसा महसूस होगा। इसलिए हमेशा दुसरो को मदद करने की भावना रखे।

आशा करती हु की यह पोस्ट आपको ज़रूर पसंद आयी होगी। विटामिन डी की कमी से क्या होता है, लक्षण और इलाज विषय पर जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

DAWAiLAJ
Logo