रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट क्या है RBS Test In Hindi

डायबिटिक व्यक्ति दिन के किसी भी समय अपने ब्लड में रहे शुगर लेवल को चेक कर सकता है। जिसे रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट (RBS Test In Hindi) के नाम से जाना जाता है। जिसमे आरबीएस नॉर्मल रेंज अनुसार ब्लड शुगर लेवल 80-130 mg/dl तक होना चाहिए।

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट क्या है RBS Test In Hindi

इस टेस्ट को अपने घर पर ही ग्लूकोमीटर मशीन की मदद से या लैब द्वारा किया जा सकता है। ग्लूकोस शरीर में सही से पाचन होते रहना जरुरी है। पर जब ग्लूकोस को पचाने वाला इंसुलिन एंजाइम कम मात्रा में बनता है। तो कार्बोहायड्रेट और ग्लूकोस सही पाचन नहीं होता।

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट RBS Test In Hindi

ब्लड शुगर को रक्त शर्करा, ग्लूकोस भी कहा जाता है। शरीर के हर सेल्स को ग्लूकोस द्वारा एनर्जी मिलती है। अक्सर भोजन के पहले ग्लूकोस का स्तर कम और भोजन के बाद ज्यादा होता है।

इस स्तर को किसी भी समय जाँच करने की प्रक्रिया को रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट कहा जाता है। ब्लड शुगर को उसके स्तर अनुसार दो प्रकार में विभाजित किया जाता है।

  1. उच्च स्तर को हाइपरग्लाइकेमिया
  2. निम्न स्तर को हाइपोग्लाइकेमिया

एक स्वस्थ व्यक्ति में भोजन से पहले ब्लड शुगर लेवल 100 mg/dl से कम होना चाहिए। यदि व्यक्ति को डायबिटीज है तो यह लेवल 80-130 mg/dl होना बेहतर है।

भोजन के बाद स्वस्थ व्यक्ति का रक्त शर्करा स्तर 140 mg/dl से कम। और डायबिटीज है तो नॉर्मल रेंज 180 mg/dl से कम ठीक है।

ब्लड शुगर टेस्ट के प्रकार

कुल तीन प्रकार के ब्लड टेस्ट होते है, जो मधुमेह की स्थिति में किये जाते है।

  1. FBS – Fasting Blood Sugar
  2. PP – Post Prandial Test
  3. RBS – Random Blood Sugar

FBS में टेस्ट के 8 घंटे पहले कुछ नहीं खाना, मतलब उपवास करना होता है। PP टेस्ट खाने के 2 घंटे बाद किया जाता है। RBS टेस्ट दिन के 24 घंटो में से किसी भी समय किया जा सकता है।

इसके अलावा कुछ स्थिति में डॉक्टर ब्लड शुगर के लिए GTT या HbA1c टेस्ट कराने की सलाह देते है।

कब RBS रक्त परिक्षण करवाना चाहिए

यदि आप डायबिटीज के मरीज है तो RBS टेस्ट करवाना चाहिए। या निम्नलिखित डायबिटीज के लक्षण नजर आते है तो रक्त परिक्षण करना उचित है।

  • बार बार प्यास लगना
  • ज्यादा भूख लगना
  • चक्कर जैसी स्थिति महसूस होना
  • थकान या कमजोरी रहना
  • अधिक बार पेशाब आना
  • अचानक से वजन घटना
  • घांव जल्दी नहीं भरना

ये लक्षण नजर ना आये फिर भी आप चाहे तो 40 की उम्र बाद 6 महीने में एक बार RBS Test करवा सकते है।

RBS Test क्यों करते है

ज्यादातर लोग तीन स्थिति में RBS Test In Hindi करते है।

  1. डायबिटीज है या नहीं वो चेक करने के लिए
  2. आने वाली प्री-डायबिटीज पता करने के लिए
  3. डायबिटीज को मॉनिटर करने के लिए

तो इस तरह आरबीएस रक्त परिक्षण एक सामान्य से लेकर डायबिटिक व्यक्ति हर कोई कर सकता है।

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट की प्रक्रिया

रक्त शर्करा टेस्ट करने की प्रक्रिया सरल है। जिसे अपनी सुविधा और डॉक्टर की सलाह अनुसार लैब या घर में कर सकते है।

(1) लैब में

  • सबसे पहले आपका ब्लड सैंपल लिया जायेगा।
  • फिर उसे सेंट्रीफ्यूज कर के सीरम पर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
  • जिससे पता चल पायेगा की ब्लड में ग्लूकोस की मात्रा कितनी है।

(2) घर पर

  • लैब या डॉक्टर के पास बार-बार नहीं जाना चाहते। तो ग्लूकोमीटर की मदद से घर पे ही RBS Test कर सकते है।
  • इसमें बस एक स्ट्रिप पर 1 बूंद खून डाल छोटी स मशीन पर चेक करना होता है।
  • मार्किट में सबसे अच्छा ग्लूकोमीटर Accucheck ब्रांड का है, जिसकी कीमत ₹1540 है।

RBS Normal Range की जानकारी

  • डायबिटिक व्यक्ति में खाने से पहले आरबीएस नॉर्मल रेंज 80-130 mg/dl होनी चाहिए।
  • खाना खाने के बाद डायबिटिक व्यक्ति में आरबीएस 180 mg/dl से कम होना चाहिए।
  • स्वस्थ व्यक्ति के लिए रैंडम ब्लड शुगर रेंज 80-140 mg/dl है।

आरबीएस टेस्ट की कीमत RBS Test Price

मेडीफ्री वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी अनुसार आरबीएस टेस्ट की कीमत ₹50 से ₹120 के बिच में होती है। RBS test price लैब की सुविधा अनुसार अलग भी हो सकता है।

ज्यादातर डॉक्टर इसे CBC Test के साथ कराने की सलाह देते है। जिससे एक ही टेस्ट में ब्लड का पूरा रिपोर्ट मिल जाये।

रैंडम ब्लड शुगर रेंज नॉर्मल कैसे रखे

टेस्ट में चाहे कैसे भी अच्छे-बुरे परिणाम आये। आप चाहे तो कुछ चीज़ो का पालन कर के रैंडम ब्लड शुगर रेंज नॉर्मल रख सकते है। और खुद को डायबिटीज से होने वाले नुकसान से भी बचाये रख सकते हो।

  • ज्यादा शुगर वाले खाद्यपदार्थ खाना बंद करे।
  • किसी भी स्थिति में ज्यादा टेंशन या तनाव ना ले।
  • आहार में फल और हरी सब्जिया ज्यादा खाये।
  • डायबिटीज के लिए फल में सबसे अच्छा जामुन है
  • हो सके तो रोजाना करेले का जूस पिए।
  • चाय, कॉफ़ी, मिठाई वगेरा से दूर रहे।
  • योगा, एक्सरसाइज या मॉर्निंग वॉक करे।
  • शुगर की दवाइया नियमित खाये।
  • डॉक्टर की हर बात का पालन करे।

सवाल जवाब (FAQ)

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवालो के जवाब निचे दिए है।

(1) आरबीएस (RBS) कितना होना चाहिए?

एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए आरबीएस 80-140 mg/dl होना चाहिए। इतना प्रमाण रहेगा तो मरीज को शुगर बीमारी से होने वाले खतरे कम है।

(2) आरबीएस टेस्ट कब करना चाहिए?

एक्सपर्ट की देखरेख में RBS Test को दिन के किसी भी समय किया जा सकता है। टेस्ट करने का कोई विशेष निर्धारित समय नहीं है।

(3) RBS की जाँच से क्या पता चलता है?

आरबीएस परिक्षण करवाने पर आपको खून में रहे शुगर के परिणाम मिलेंगे। जिसके आधार पर मधुमेह की बीमारी या आने वाले खतरे को कम किया जा सकता है।

आशा करता हु RBS Test In Hindi के बारे में पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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