एमसीएचसी क्या होता है और कम-ज्यादा होने के कारण | MCHC Blood Test in Hindi

बहुत से लोगो में प्रश्न है की एमसीएचसी क्या होता है? तो यह एक प्रकार का रक्त सम्बंधित परीक्षण है। जिसके द्वारा शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रमाण जान सकते है। आमतौर पर इसकी मात्रा 32% से 36% के बिच रहती है।

एमसीएचसी क्या होता है और कम-ज्यादा होने के कारण | MCHC Blood Test in Hindi

MCHC का फुल फॉर्म मीन कॉर्पस्क्युलर हीमोग्लोबिन कंसन्ट्रेशन (Mean Corpuscular Hemoglobin Concentration) होता है। यह टेस्ट शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर हीमोग्लोबिन के प्रमाण को मापता है।

सामान्य तोर पर MCHC का स्तर 32 ग्राम/डेसीलीटर से 36 ग्राम/डेसीलीटर के बीच होता है। लेकिन कही बार कुछ कारणों से यह स्तर में गिरावट या उच्च मात्रा देखने मिलती है। जिस वजह से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने की संभावना रहती है।

एनीमिया और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओ का पता लगाने में यह टेस्ट मददरूप है। शरीर में कम MCHC होने का मतलब है की हीमोग्लोबिन का स्तर बहुत निचे है। इसकी ज़्यादा मात्रा भी कुछ स्वास्थ्य विकार खड़े कर सकती है।

एमसीएचसी टेस्ट क्या होता है (MCHC Blood Test in Hindi)

शरीर की हर एक कोशिकाए हमारे अंगो तक ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करती है। लेकिन इसमें विकार आने पर कोशिकाए सही तरह से अपना काम नहीं कर पाती। ऐसी स्थिति में MCHC Blood Test करवाना उत्तम है।

इसमें सामान्य MCHC स्तर 32 से 36 gm/dL के बीच होता है। इसका असंतुलन होने पर कही प्रकार के स्वास्थ्य सम्बंधित विकार खड़े हो सकते है।

यदि MCHC का स्तर सामान्य सीमा से कम होता है। तो इसका मतलब है की शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रमाण बहुत ही कम है। 

कम हीमोग्लोबिन के कारण निचे दर्शाई परेशानिया हो सकती है।

  1. एनीमिया
  2. डिहाइड्रेशन
  3. ल्यूकेमिया
  4. अन्य रक्त संबंधी विकार

एमसीएचसी का मतलब क्या है (MCHC Blood Test Full Form in Hindi)

एमसीएचसी एक प्रकार का रक्त परीक्षण होता है, जिसका फुल फॉर्म निचे दर्शाया है।

  • M – Mean
  • C – Corpuscular
  • H – Hemoglobin
  • C – Concentration

MCHC का मतलब होता है कि रक्त कोशिकाओं में हेमोग्लोबिन की मात्रा कितनी है और यह कितने प्रतिशत में है। यह जानकारी रक्त की स्वास्थ्य स्थिति और किसी रक्त संबंधित समस्या की जांच में मदद करती है।

एमसीएचसी टेस्ट क्यों किया जाता है

बहुत से कारणों की वजह से एमसीएचसी टेस्ट किया जाता है। मुख्य तोर पर इस टेस्ट करने से रक्त संबंधी विकारो का पता लगाया जा सकता है। निचे हमने एमसीएचसी टेस्ट करवाने के पीछे कौनसे कारण होते है उसकी पूर्ण जानकारी दर्शाई है।

(1) एनीमिया की परिस्थिति जानने के लिए

एनीमिया की बीमारी से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। जिसके कारण शरीर में कोशिकाओं द्वारा सही तरह से अंगो तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता।

अगर एनीमिया के ज़्यादा संकेत दीखते है तो इसमें एमसीएचसी टेस्ट करवाना बेहतर है। इसमें चिकित्स्कीय परिणामो के आधार पर इसका इलाज किया जाता है।

(2) रक्त संबंधित विकार जानने के लिए

सभी प्रकार के रक्त संबंधित विकार में एमसीएचसी टेस्ट करवाना बेहतर है। जब शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो तो इससे प्रोटीन सही से नहीं बन पाता और थैलेसीमिया जैसी रक्त की बीमारी होती है।

थैलेसीमिया की पहचान करने के लिए एमसीएचसी टेस्ट किया जाता है। लेकीन इस बीमारी में टेस्ट कोई निष्णांत की देख रेख में करनवाने ही बेहतर है।

(3) नियमित चेकउप के लिए

कुछ स्वास्थ्य प्रेमी लोग नियमित अपना चेकउप करवाते रहते है। उनके खून में हीमोग्लोबिन का प्रमाण कितना है यह जानने के लिए सब लोग इस टेस्ट को करवाते है।

इसके द्वारा आप रक्त में मौजूद किसी भी तरह की परेशानी के बारे में जान सकते है। यह जानने के बाद इसका इलाज जल्द और सही तरीके से किया जा सकता है।

(4) शरीर में विटामिन बी 12 की कमी

शरीर में यदि विटामिन बी 12 की कमी हो तो बहुत सी स्वास्थ्य लक्षी समस्याए हो सकती है। उनमे से एक है लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन का प्रमाण कम होना।

यदि विटामिन बी 12 की कमी हो तो उसकी जांच के लिए एमसीएचसी टेस्ट करवाते है। टेस्ट करवाने के बाद मरीज की जरूरत अनुसार उसे योग्य दवाइया दे देते है।

(5) लिवर की गंभीर बीमारी होने से

लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अन्य है, इसमें आए विकार के कारण इंसान को अनेक स्वास्थ्य दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है।

लिवर में किसी भी तरह की खामी हो तो भी हीमोग्लोबिन का स्तर काफी निचे आ सकता है। ऐसी परिस्थिति में लोग एमसीएचसी टेस्ट करवाते है।

(6) कैंसर के इलाज की वजह से

दुनिया भर की सबसे गंभीर बीमारियों में कैंसर का नाम उच्च स्थान पर है। बीमारी की तरह इसका इलाज भी काफी लंबा और गंभीर होता है। संशोधन में पाया गया है की कैंसर के इलाज की वजह से भी रक्त में हीमोग्लोबिन का प्रमाण बढ़ सकता है।

जिन लोगो की कैंसर ट्रीटमेंट चल रही है उनका भी समय समय पर एमसीएचसी ब्लड टेस्ट किया जाता है। इसकी वजह से उनके खून में हीमोग्लोबिन का कितना प्रमाण है वह जान सकते है।

एमसीएचसी कम होने के लक्षण (Symptoms of Low MCHC in Hindi)

अगर शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रमाण कम हो जाता है, तो इससे कही गंभीर स्वास्थ्य समस्या होने की संभावना रहती है। एमसीएचसी लेवल कम होने पर शरीर में कही प्रकार के लक्षण दिखने लगते है। जैसे की,

(1) थकावट और कमजोरी महसूस होना

  • अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो इससे थकावट और कमजोरी महसूस होती है।
  • ज़्यादा काम न करने पर भी इसमें आप जल्दी थक जाते है।
  • शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन ना पहुंचने पर यह समस्या हो सकती है।

(2) खांसी की समस्या हो सकती है

  • आमतौर पर अयोग्य खान पान की वजह से खांसी की समस्या होती है।
  • लेकिन जब हीमोग्लोबिन की कमी आ जाए तो भी खांसी हो सकती है।
  • गले और छाती वाले हिस्सों में सही तरह से ऑक्सीजन ना पहुंचने के कारण यह समस्या होती है।

(3) चक्कर आना या बेहोशी की स्थिति

  • अगर शरीर में ऑक्सीजन सही से न आए तो इसके कारण बेहोशी की हालत भी हो सकती है।
  • इसके अलावा एमसीएचसी लेवल निचे आने पर चक्कर भी आ सकते है।
  • यह एमसीएचसीकम होने का सबसे सामान्य लक्षण है।

(4) ज़्यादा चिड़चिड़ापन महसूस होना

  • ज़्यादातर लोग यही समझते है की मानसिक बीमारियों या विकार के कारण चिड़चिड़ापन महसूस होता है।
  • लेकिन पर्याप्त मात्रा में जब दिमाग को ऑक्सीजन की प्राप्ति नहीं होती तब भी यह समस्या हो सकती है।
  • इसके कारण आपका मूड बार बार बदलता रहता है।

(5) हृदय संबंधी समस्याए खड़ी हो सकती है

  • कभी खबर एमसीएचसी लेवल इतना गिर जाता है की इससे हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
  • इसके कारण दिल की धड़कन तेज होना और दिल के दौरे पड़ने की संभावना भी रहती है।
  • योग्य समय पर इसका इलाज न करने पर समस्या अधिक बढ़ सकती है।

(6) सांस लेने में परेशानी होना

  • वैसे तो कही कारणों की वजह से श्वसन क्रिया में विकार आ सकते है।
  • पर जब शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो तब श्वसन क्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • यदि यह लक्षण ज़्यादा दिखे तो तुरंत एमसीएचसी टेस्ट करवा कर इलाज शुरू करवाना बेहतर है।

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एमसीएचसी कम होने पर क्या इलाज करे (Treatment of Low MCHC In Hindi)

आमतौर पर लोग एमसीएचसी घटने जैसी समस्या को अनदेखा करते है। मगर योग्य समय पर इसका इलाज कर लेना बिलकुल सही और सुरक्षित है। निचे हमने हीमोग्लोबिन लेवल सही करने के इलाज की जानकारी दर्शाई है।

(1) आयरन से भरपूर खुराक आहार में ले

  • शरीर में आयरन की कमी होने के कारण बहुत सी स्वास्थ्यकिय समस्या होती है, उनमे से एक है हीमोग्लोबिन का प्रमाण घटना।
  • ऐसी स्थिति में आप रोजाना आहार में आयरन से भरपूर खुराक शामिल कर सकते है।
  • इसमें चुकंदर, अनार, आंवला, पालक और संतरा जैसे खुराक ले सकते है।

(2) विटामिन बी 6 वाले आहार लेना योग्य है

  • विटामिन बी 6 शरीर के लिए बहुत उपयोगी विटामिन होता है।
  • इसकी कमी होने से शरीर स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक प्रभाव होते है।
  • विटामिन बी 6 की कमी पूरी करने के लिए पौष्टिक आहार लेना सबसे सरल उपाय है।
  • इसके लिए आप मूंगफली, सोया, गेहूं के बीज, केले, हरी सब्जियां जैसी चीज़े आहार में सकते है।

(3) फाइबर युक्त भोजन को डाइट में शामिल करे

  • फाइबर एक प्रकार का पोषक तत्व है, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  • यह पचे हुए भोजन को अवशोषित कर के आंत द्वारा बहार निकालने का कार्य करता है।
  • यह कार्बोहाइड्रेट्स शरीर के लिए ज़रूरी होती इनकी कमी से एमसीएचसी लेवल गिरता है।
  • इसे सही रखने में दलिया, जौ, मटर, सेम, मसूर, बीज, नींबू और सेब मददगार है।

(4) विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ ले

  • अगर बॉडी में विटामिन सी की कमी हो तो इसके कारण एमसीएचसी लेवल कम होता है।
  • जिसकी वजह से रक्त में हीमोग्लोबिन का प्रमाण कम होने लगता है।
  • ऐसी स्थिति में विटामिन सी की कमी पूरी करना अनिवार्य होता है।
  • इसके लिए संतरा, मौसंबी, अमरूद, अनानस, नींबू, ब्लूबेरी, शिमला मिर्च, ब्रोकोली, गोभी और कुछ हरी सब्जियां आहार में शामिल करना योग्य है।

(5) स्वास्थ्य निष्णांत के पास उपचार करवाए

  • अगर किसी मरीज का एमसीएचसी लेवल अधिक बढ़ गया है, तो स्वास्थ्य निष्णांत के पास जा कर इसका इलाज करवाना बेहतर है।
  • इसके लिए डॉक्टर आपको कुछ गोलिया या थोड़ी ट्रीटमेंट दे सकते है।
  • साथ ही रोजाना व्यायाम और योग करने की सलाह भी देते है।

सवाल जवाब (FAQ)

लोगो में रक्त से सम्बंधित एमसीएचसी टेस्ट को लेकर बहुत से प्रश्न है। उनमे से मुख्यतर सवालों के जवाब हमने यहाँ दर्शाई है।

(1) एमसीएचसी लेवल कम होने से क्या होता है?

एमसीएचसी लेवल कम होने पर अनेक स्वास्थ्य से जुडी समस्याए हो सकती है। इसके कारण रक्त में हीमोग्लोबिन का प्रमाण बहुत कम हो जाता है।

(2) एमसीएचसी लेवल अधिक होने से क्या होता है?

एमसीएचसी लेवल अधिक होने पर ज़्यादा कुछ लक्षण नहीं दीखते। लेकिन इसकी वजह से कभी कभार डिहाइड्रेशन जैसी समस्याए हो जाती है।

(3) एमसीएचसी कम होने का कारण क्या है?

एमसीएचसी लेवल कम होने के कुछ सामान्य कारण है। जैसे की,

  • आयरन की कमी (एनीमिया)
  • विटामिन बी12 और फोलिक एसिड की कमी
  • थैलेसीमिया
  • ब्लड लॉस
  • बोन मैरो की समस्याएं
  • किडनी रोग

(3) कौन सी बीमारियां उच्च एमसीएच स्तर का कारण बनती हैं?

उच्च एमएलसी के कारण कुछ बीमारिया हो सकती है। जैसे की,

  • एनीमिया
  • थाइरोइड
  • संक्रमण लक्षी बीमारिया

(4) एक महिला के लिए एक सामान्य एमसीएच स्तर क्या है?

महिलाओ के लिए एमसीएचसी की सामान्य सीमा 27 से 31 पिकोग्राम प्रति सेल है।

(5) एमसीएचसी का फुल फॉर्म क्या होता है?

MCHC का फुल फॉर्म मीन कॉर्पस्क्युलर हीमोग्लोबिन कंसन्ट्रेशन (Mean Corpuscular Hemoglobin Concentration) होता है।

आशा करती हु MCHC Test सम्बंधित पूरी जानकारी अच्छे से दे पायी हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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