एलडीएच एक प्रकार का एंजाइम या प्रोटीन है। जो शरीर के लगभग सभी टिश्यू (सेल्स) में पाया जाता है। बॉडी टिश्यू में डैमेज होने पर लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज एंजाइम की मात्रा खून में बढ़ने लगती है। टिश्यू को हुए इसी नुकसान को पता करने के लिए LDH Test किया जाता है।
LDH का पूरा नाम या फुल फॉर्म Lactate Dehydrogenase है। इसका मुख्य कार्य ग्लूकोस को ऊर्जा में परिवर्तित करना है। एलडीएच अपनी नॉर्मल रेंज 120 से 220 IU/L में होना चाहिए। इससे अधिक परिणाम आये तो शरीर को कही गंभीर बीमारियों का खतरा है।
लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज टेस्ट क्या है LDH Test In Hindi
एलडीएच एक तरह का ब्लड टेस्ट है, जो किसी खास स्थिति में कराया जाता है। जैसे किसी गंभीर बीमारी की शंका होने पर या कोरोन वायरस के इन्फेक्शन में। टेस्ट द्वारा पता चलता है की ब्लड में एलडीएच की मात्रा कितनी है।
इसे नॉन स्पेसिफिक टेस्ट भी कहा जाता है। क्यों की इसमें हम ये तो जान सकते है की टिश्यू डैमेज हुआ है। लेकिन यह नहीं जान सकते की कोनसे टिश्यू को नुकसान हुआ है।
लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज सबसे ज्यादा हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, मसल्स और ब्लड सेल्स में पाया जाता है। अक्सर बीमारी की वजह से या चोट लगने के कारण एलडीएच टिश्यू से खून में आ जाता है। कोशिकाओं को हुए इस नुकसान को LDT Test की मदद से पता लगाया जा सकता है।
क्यों और कब एलडीएच टेस्ट करते है Purpose Of LDH Test
यदि व्यक्ति में टिश्यू डैमेज के कोई लक्षण पाए जाते है। तो डॉक्टर LDH Test कराने की सलाह देते है। किसी बीमारी की दवा का असर देखने के लिए भी एलडीएच टेस्ट कराया जा सकता है।
निचे कुछ स्थित और बीमारी के बारे में बताया है, जिसमे एलडीएच टेस्ट होता है।
- खून की कमी होने पर
- किडनी बीमारी में
- मांसपेशियों में चोट आने पर
- हार्ट अटैक में
- हड्डियों के फ्रैक्चर में
- इन्फेक्शन की स्थिति
- कैंसर में
- ऑक्सीजन की कमी में
- हैवी एक्सरसाइज में
मरीज की स्थिति अनुसार ब्लड सीरम या फ्लूइड टेस्ट होता है।
लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज टेस्ट की प्रक्रिया Process Of LDH Test
टेस्ट से पहले आप जो भी दवाइयों का सेवन करते है उसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताये। यह टेस्ट आप किसी भी समय दे सकते है। जरुरत अनुसार 2 प्रकार के टेस्ट होते है, जिसकी जानकारी निचे है।
(1) LDH Serum Test
- इसमें केवल मरीज की नस से सुई द्वारा ब्लड सैंपल लिया जाता है।
- ब्लड से सीरम प्राप्त कर के उसपर एलडीएच टेस्ट प्रक्रिया शुरू की जाती है।
- प्रक्रिया में 4-5 घंटे का समय लगता है और रिपोर्ट तैयार हो जाता है।
(2) LDH Fluid Test
- इस परिक्षण को लंबर पंचर टेस्ट या स्पाइनल टैप प्रक्रिया भी कहते है।
- जिसमे मरीज को सबसे पहले उल्टा लेटा दिया जाता है।
- फिर पीठ के निचले हिस्से से सुई द्वारा फ्लूइड निकाला जाता है।
दोनों ही LDH Test प्रक्रिया में मरीज को कोई ज्यादा दर्द नहीं होता। टेस्ट पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें कोई खतरा नहीं।
एलडीएच टेस्ट के परिणाम LDH Test Result
रक्त में लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज नॉर्मल रेंज 120 से 220 IU/L में है, तो घबराने की कोई जरुरत नहीं। टेस्ट रिजल्ट में परिणाम 220 IU/L से 10-20 ज्यादा आये तो भी कोई समस्या नहीं। इस तरह के परिणाम सामान्य व्यक्ति में पाए जाते है।
परंतु यदि परिणाम नॉर्मल वैल्यू से बहुत ज्यादा अधिक है, तो शरीर में गड़बड़ी चल रही है। जिसके पीछे कही बीमारिया जवाबदार कारण हो सकती है। जैसे,
- खून की कमी (एनीमिया)
- लिवर में क्षति
- हार्ट अटैक
- किडनी इंफार्कशन
- बोन फ्रैक्चर
- मांसपेशियों का टूटना
- पल्मनरी इंफार्कशन
- मस्तिष्क विकार
- हाइपोथायरायडिज्म
- फेंफड़ो की बीमारी
- एक्लम्पसिया
- विभिन्न कैंसर
लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज में 5 आइसो एंजाइम प्रकार होते है। इन विशेष एलडीएच फ्रैक्शन की नॉर्मल वैल्यू कुछ इस तरह होती है।
- LDH 1 – 17 से 27%
- LDH 2 – 28 से 38%
- LDH 3 – 17 से 28%
- LDH 4 – 5 से 15%
- LDH 5 – 5 से 15%
यदि LDH Test रिपोर्ट में परिणाम सामान्य स्तर से कम आता है। तो परेशानी की कोई बात नहीं, केवल हाई वैल्यू आने पर जोखिम है।
एलडीएच टेस्ट की कीमत LDH Test Price
भारत के ज्यादातर सभी लैब्स में एलडीएच टेस्ट की कीमत ₹200 से ₹350 है। बाकी LDH Test प्राइस का कम-ज्यादा होना लैब की सुविधा पर निर्भर करता है।
आशा करता हु लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।