बिलीरुबिन टेस्ट क्या है Bilirubin Test In Hindi

मानव शरीर में 100 से 120 दिन में पुरानी लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती है। इस प्रक्रिया में पिले रंग का बिलीरुबिन द्रव्य बनता है। जो एक वेस्ट पदार्थ है और पाचन क्रिया में शरीर से बहार निकल जाता है। पर यदि लिवर इसे स्वीकार ना कर पाए तो, बिलीरुबिन रक्त में जमा होने लगता है।

बिलीरुबिन टेस्ट क्या है Bilirubin Test In Hindi

खून में बिलीरुबिन स्तर बढ़ने के कारण कही बीमारिया हो सकती है। जिसके पहले कुछ लक्षण दिखाई देते है। जैसे शरीर की त्वचा, आँखे, नाख़ून पिले पड़ना। जिसे हम पीलिया की स्थिति के नाम से जानते है। बिलीरुबिन टेस्ट करने पर खतरे को समझते हुए इलाज किया जा सकता है।

बिलीरुबिन टेस्ट क्या है Bilirubin Test In Hindi

लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बने रसायन को बिलीरुबिन कहा जाता है। यह बिनजरूरी द्रव्य होता है, जिसे लिवर मल द्वारा बहार निकाल देता है।

अगर किसी वजह से लिवर बिलीरुबिन को बहार निकालने में असमर्थ रहता है। तो खून में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है। जो स्वस्थ खून को भी ख़राब कर सकती है, जिससे पीलिया होता है।

पीलिया किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, जिसके शरीर में दूषित पानी गया हो या खानपान सही ना हो। ज्यादातर नवजात शिशुओं में उच्च बिलीरुबिन की समस्या देखने मिलती है। क्यों की शिशुओं का लिवर बिलीरुबिन हटाने में कुशल नहीं होता।

यह समस्या आगे चल कर बीमारी ना बन जाये। इसलिए बिलीरुबिन रक्त परिक्षण (Bilirubin Test) किया जाता है। जिससे बिलीरुबिन की उच्च मात्रा को समझते हुए ट्रीटमेंट शुरू की जाये।

बिलीरुबिन के प्रकार Types Of Bilirubin

आमतौर पर टोटल बिलीरुबिन टेस्ट होता है। जिसमे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों बिलीरुबिन की मात्रा को चेक किया जाता है।

(1) Conjugated (Direct Bilirubin)

कोंजूगेट बिलीरुबिन पानी में घुलनशील होता है। जो रक्त के साथ मिल कर आसानी से लिवर तक आ जाता है।

ज्यादातर सभी सामान्य व्यक्ति में इसी प्रकार का बिलीरुबिन होता है। जो बिना किसी समस्या के अपना कार्य करता रहता है।

(2) Unconjugated (Indirect Bilirubin)

इस प्रकार का इनडायरेक्ट बिलीरुबिन पानी या रक्त में घुलता नहीं। इस कारण एल्ब्यूमिन नाम का एक प्रोटीन बिलीरुबिन के साथ जुड़ कर उसे लिवर तक लाता है।

इस तरह का बिलीरुबिन शरीर के लिए हानिकारक होता है। इसीलिए लिवर उसे कोंजूगेट बना कर मल द्वारा शरीर से बहार निकालने की कोशिश करता है।

बिलीरुबिन मल और पेशाब दोनों में पाया जाता है। जितना ज्यादा बिलीरुबिन होगा कलर उतना ही ज्यादा पीला होगा।

बिलीरुबिन टेस्ट कब करवाना चाहिए

कुछ लक्षण या निम्नलिखित स्थिति में बिलीरुबिन टेस्ट करवाना जरुरी है। जिससे बिलीरुबिन की सही मात्रा का पता लगाया जा सके।

  • त्वचा का रंग पीला पड़ने पर
  • आँखे, नाख़ून और यूरिन पीला होने पर
  • मिट्टी जैसे रंग का मल आने पर
  • जी मचलाना की स्थिति में
  • जो भी खाये उल्टी हो जाती है
  • लिवर में दर्द या सूजन होने पर
  • खून की कमी होने पर

यदि आपको पीलिया, एनीमिया जैसे रोग या लिवर से सम्बंधित कोई समस्या होगी। तो वह बिलीरुबिन टेस्ट से पता चल जायेगा।

बिलीरुबिन टेस्ट की प्रक्रिया Process Of Bilirubin Test

ब्लड टेस्ट के 4 घंटे पहले पानी के अलावा कुछ भी पीना या खाना नहीं है। यदि आपकी कोई दवाई चल रही है तो उसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताये। अब समझते है बिलीरुबिन टेस्ट कैसे करते है क्या है प्रक्रिया।

बिलीरुबिन के स्तर की दो तरह जाँच की जा सकती है। बिलीरुबिन ब्लड टेस्ट द्वारा या बिलीरुबिन यूरिन टेस्ट द्वारा।

(1) Bilirubin Blood Test

  • सबसे पहले सीरिंग द्वारा हाथ की नस से रक्त का नमूना लिया जायेगा।
  • फिर उस ब्लड सैंपल को ट्यूब में एकत्र कर के परिक्षण प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
  • नवजात शिशुओं में सुई द्वारा एड़ी या हथेली से ब्लड सैंपल लिया जाता है।

(2) Bilirubin Urine Test

  • इस टेस्ट में मरीज को अपने घर पर ही 24 घंटे तक मूत्र इकट्ठा करना होता है।
  • शुरुआत सुबह से करनी है, जिसमे सुबह का सबसे पहला मूत्र इकट्ठा नहीं करना।
  • उसके बाद आने वाले हर समय के मूत्र को एक बॉटल में संग्रह करना है।
  • मूत्र को हमेशा किसी ठंडी जगह या फ्रिज में रखना है।
  • अंत में दूसरे दिन के पहले मूत्र को उसी बॉटल में इकट्ठा करना है।
  • इतना करने पर मरीज की तरफ से संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है।
  • अंत में बॉटल पर मरीज का नाम और तारीख लिख कर लेबोरेटरी पंहुचा देना है।

आपकी स्थिति अनुसार डॉक्टर आपको LFT (Lever Function Test) कराने के लिए भी कह सकते है।

बिलीरुबिन टेस्ट का परिणाम Bilirubin Test Result

रिपोर्ट में बिलीरुबिन का कम स्तर आता है, तो किसी भी तरह का खतरा नहीं। परंतु बिलीरुबिन लेवल हाई होना कही खतरों का संकेत देता है।

निचे बिलीरुबिन की नॉर्मल रेंज दी है, परिणाम इसी में आते है तो घबराने की बात नहीं।

  1. टोटल बिलीरुबिन – 0.2 से 1.2 mg/dl
  2. डायरेक्ट बिलीरुबिन – 0.1 से 0.4 mg/dl
  3. इंडायरेक्ट बिलीरुबिन – 0.2 से 0.8 mg/dl

छोटे बच्चों के लिए नॉर्मल वैल्यू बिलकुल अलग होती है। क्यों की शिशु में लाल रक्त कोशिका ज्यादा टूटती है। और उनका लिवर बिलीरुबिन निकालने में ज्यादा सक्षम नहीं होता। बच्चों में नॉर्मल रेंज कुछ ऐसी है।

  • 1 दिन के बच्चे में बिलीरुबिन 6 mg/dl से कम होना चाहिए।
  • 2 दिन के बच्चे में बिलीरुबिन की मात्रा 8 mg/dl से कम।
  • 3 से 5 दिन के बच्चे में बिलीरुबिन 12 mg/dl से कम होना चाहिए।
  • 5 दिन से ऊपर के बच्चे में बिलीरुबिन मात्रा 2 mg/dl से कम।

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बिलीरुबिन बढ़ने के कारण Causes Of Bilirubin

पीलिया की स्थिति या बिलीरुबिन का ज्यादा होना कोई बीमारी नहीं है। परंतु ये लक्षण है, जो आने वाली बीमारियों को दर्शाता है। अब समझते है कोनसे कारण है जिनसे बिलीरुबिन बढ़ता है।

  • यदि लिवर में कुछ खराबी है या अपना कार्य ठीक तरह से नहीं कर पा रहा। तो रक्त में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ने लगता है।
  • हेमोलिटिक एनीमिया या किसी अन्य कारणसर रेड ब्लड सेल ज्यादा टूटने पर ऐसी स्थिति होती है।
  • हेपेटाइटिस के कारण भी बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ती रहती है।
  • लिवर में किसी प्रकार का कैंसर हो गया है तो बिलीरुबिन की समस्या हो सकती है।
  • जिन्हे ज्यादा शराब पिने की या धूम्रपान करने की आदत है उनके लिए खतरा है।
  • ज्यादा लाल कोशिकाएं टूट नहीं रही और लीवर भी सही से काम कर रहा है। तो पित्त के थैली में कुछ समस्या होने पर बिलीरुबिन बढ़ सकता है।

उच्च बिलीरुबिन कैसे कम करे

यदि बिलीरुबिन टेस्ट के रिपोर्ट में उच्च परिणाम आते है। तो घबराये मत और निचे बताई गयी जानकारी द्वारा तुरंत अपना इलाज शुरू करे।

  • डॉक्टर द्वारा दी गयी हर सलाह का पालन करे और जरुरी दवाईया खाये।
  • पुरे दिन घर का गरम किया हुआ पानी ही पिए।
  • कम तेल में बनी हरी सब्जिया और बीन्स का सेवन करे।
  • पानी से भरे फल खाना बिलीरुबिन घटाने में अच्छा है।
  • साबुत अनाज और फाइबर से भरा खाना बेहतर है।
  • हो सके उतना कम नमक वाला खाना खाये।
  • तेल मसाले वाले फैट फ़ूड खाना बंद करे।
  • शराब और धूम्रपान से पूरी तरह दूर रहे।

बिलीरुबिन टेस्ट की कीमत Bilirubin Test Price

बिलीरुबिन कोई बहुत ज्यादा महंगा टेस्ट नहीं है। भारत के ज्यादातर सभी लैब्स में बिलीरुबिन टेस्ट की कीमत ₹100 से ₹300 तक है।

अगर आप डॉक्टर की सलाह अनुसार बिलीरुबिन के साथ लिवर फंक्शन टेस्ट भी करवाते है। तो Bilirubin test price 500-600 तक जा सकता है।

आशा करता हु Bilirubin Test In Hindi के बारे में पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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