सोंठ क्या है और कैसे बनता है, सोंठ के फायदे (Sonth Ke Fayde)

सूखे हुए अदरक (Dry Ginger) को सोंठ कहा जाता है। सोंठ पौष्टिक गुणों का खजाना है जिससे शरीर को कही स्वास्थ्यकिय लाभ मिलते है। सर्दी, खांसी, झुखाम, बुखार वगेरा दूर करने का यह रामबाण इलाज है। आयुर्वेद में सोंठ को महा औषधि कहा गया है। बहुत सी आयुर्वेदिक दवाइया बनाने में सोंठ का उपयोग किया जाता है।

सोंठ क्या है और कैसे बनता है, सोंठ के फायदे (Sonth Ke Fayde)

पुराने जमाने में ठंड के मौसम के दौरान लोग सोंठ के लड्डू और चूर्ण बना कर खाते थे। आज भी एक भारतीय परंपरा के अनुसार प्रसव के बाद नई मां को घर के बड़े बुज़ुर्ग सोंठ के लड्डू खिलाते हैं। इसके पीछे का तर्क यह है की सोंठ के लड्डू खाने से माता एवं नवजात शिशु दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

आयुर्वेद और मेडिकल साइंस में भी इस बात की पुष्टि हुई है की सोंठ शरीर स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मददगार है। सोंठ के फायदे (Sonth ke fayde) प्राप्त करने के लिए इसे दूध, शहद, अजवाइन के साथ खाया जाता है। जिससे स्वाद और सेहत दोनों बना रहे।

सोंठ क्या है और कैसे बनता है

अदरक के छिलको को निकाल कर सुखाया जाता है इस सूखे अदरक को सोंठ कहते है। अंग्रेजी में सोंठ को Dry Ginger कहा जाता है। इसका वानस्पतिक नाम जिंजिबर ऑफ़िसिनेल (Zingiber Officinale) है।

सूखे हुए अदरक को बारीक़ पीस कर Sonth Powder बनाया जाता है। जिसका उपयोग व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा सूखे अदरक की चाय पीने से भी कही फायदे मिलते है।

स्वाद में सोंठ तीखा और चटपटा होता है। सोंठ की तासीर गरम है जिससे ठंड के मौसम में इसे खाना बेहतर है। सोंठ उष्णवीर्य, कटु, तीक्ष्ण, अग्निदीपक, रुचिवर्द्धक पाचक, कब्जनिवारक तथा हृदय के लिए लाभकारी है। सोंठ वात, पित्त और कफ के लिए त्रिदोषनाशक है।

आयुर्वेद के अनुसार सोंठ पाउडर को तेल में मिक्स कर के लेप भी बनाया जाता है। जो कमर दर्द, सिरदर्द, जोड़ो में होने वाले दर्द को कम करता है। तो आइये जानते है प्रति मूल्य 100 ग्राम सोंठ में उपलब्ध पोषक तत्वों की मात्रा।

  • कैलोरी – 335 kcal
  • प्रोटीन – 8.98 g
  • टोटल लिपिड – 4.24 g
  • कार्बोहाइड्रेट्स – 71.62 g
  • डाइट्री फाइबर – 14.1 g
  • शुगर – 3.39 g
  • ग्लूकोज – 1.22 g
  • कैल्शियम – 114 mg
  • आयरन – 19.80 mg
  • मैग्नीशियम -214 mg
  • फ़ास्फ़रोस – 268 mg
  • सोडियम – 27 mg
  • जिंक – 3.64 mg
  • विटामिन सी – 0.7 mg
  • राइबोफ्लेविन – 0.170 mg

इसी के साथ सोंठ में फ्रुक्टोज, गैलेक्टोज, मैंगनीज, कॉपर, पोटैशियम, सेलेनियम, थायमिन, नियासिन, फोलिक एसिड, केरोटीन, फैटी एसिड, विटामिन बी12, के और ए की उपस्थिति है।

सोंठ के फायदे Sonth Ke Fayde

अधिकांश हर्बल दवाइयों में सूखे अदरक पाउडर का उपयोग किया जाता है। सोंठ का पाउडर लगभग 1 साल तक सुरक्षित रहता है। सोंठ का उपयोग सब्जी, चाय और अन्य पेय पदार्थो में किया जाता है। अब जानते है सोंठ के फायदे (Sonth ke fayde) क्या है।

(1) सोंठ है स्वाद वर्धक

खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए मसाले के तोर पर सोंठ का उपयोग किया है। यह स्वाद वर्धक और रूचि कारक है। जिस व्यक्ति को खाने में मन न लगना और अरुचि की समस्या हो उनके लिए सोंठ फायदेकारक है।

इसका तीखा और चटपटा स्वाद अरुचि दूर करता है। नियमित रूप से व्यंजनों में सोंठ का पाउडर मिलाया जाए, तो यह स्वाद के साथ सेहत को भी तंदुरस्त रखता है। साथ ही भूख को बढ़ावा देने के लिए सोंठ उत्तम है।

(2) चयापचय को बेहतर बनाने में

शरीर में भोजन का ऊर्जा में परिवर्तित होना मेटाबॉलिज्म कहलाता है। मेटाबॉलिज्म में सुधार लाने के लिए सोंठ लाभकारक है। सोंठ के पाउडर को उबाल कर पीने से चयापचय की प्रक्रिया बेहतर बनती है।

सूखे अदरक में मौजूद जिंजरोल और थर्मोजेनिक एजेंट नाम के तत्व, चयापचय को अच्छी तरह से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करते है। यह अतिरिक्त वसा को जला कर चयापचय की प्रक्रिया को बढावा देता है।

(3) दूध और सोंठ के फायदे

दूध कैल्शियम का और सोंठ पौष्टिक गुणों का अच्छा स्त्रोत है। ऐसे में दूध और सोंठ साथ में मिला कर पिने से हड्डियों की मजबूती बढ़ती है। ज्यादा चलने में या दौड़ने में आसानी रहती है। साथ ही सोंठ ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रख कर रोगप्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है।

वायरल फीवर या कही कारणोंसर हमें सर्दी, जुखाम या गले में दर्द जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में महंगी दवाई से ज्यादा अच्छा असर दूध और सोंठ का मिश्रण करता है।

(4) माइग्रेन ठीक करता है

मस्तिष्क तंत्रिका प्रणाली में जब विकार आता है तब माइग्रेन होता है। माइग्रेन सिर में बार बार होने वाला दर्द है। Dry Ginger Powder माइग्रेन और सिरदर्द दोनों में राहत देता है।

माइग्रेन के मरीजों के लिए सोंठ पाउडर का सेवन करना उपचार समान है। एक अध्ययन के मुताबिक यह दिमाग में होने वाली सामन्य सूजन और तनाव को कम कर सकता है। माइग्रेन में राहत पाने के लिए सोंठ को पानी में उबाल कर पीना लाभदायी है।

(5) कैंसर में असरकारक

कैंसर पीड़ित मरीज सोंठ को बिना हिचकिचाहट के खा सकते है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को दूर करने में सोंठ लाभ देता है। इसके अंदर कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने की ताकत होती है।

रोजाना दूध में शहद और सोंठ का पाउडर मिला कर पीने से कैंसर का खतरा कम होता होता है। एंटी कैंसर गुणों से युक्त सोंठ का पाउडर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में असरकारक फायदे देता है।

(6) गर्भावस्था में सोंठ के फायदे

प्रेगनेंसी के दौरान खुराक के मामले में बहुत झंझट होती है की क्या खाये और क्या न खाये। गर्भावस्था में और उसके बाद भी अगर कोई श्रेष्ठ खुराक हो तो वह सोंठ है।

भारतीय परिवार के रिवाज में नयी माता को सोंठ के लड्डू खिला कर ख़ुशी मनाई जाती है। सोंठ का सेवन करने से माता के स्तनों में ज़्यादा दूध का उत्पादन होता है। और एनर्जी लेवल में बढ़ोतरी होती है।

(7) छाती दर्द की दवा

ज़्यादातर फेफसो की समस्या से पीड़ितों को छाती में दर्द होने की शिकायत रहती है। छाती दर्द के उपचार में सोंठ कही फायदे देता है। इसमें मौजूद जिंजरोल नाम का तत्व छाती दर्द में आराम प्रदान करता है।

रात को सोने से पहले अदरक पौधे के पत्तो को पीस लीजिये। उसमे सोंठ का पाउडर और जैतून का तेल मिला ले। इस मिश्रण को हल्का सा गरम करे ठंडा होने के बाद उसे छाती पर लगाए। यह प्रक्रिया सप्ताह में एक बार करने से दर्द दूर होता है।

(8) मांसपेशियों में मजबूती

मनुष्य शरीर में मौजूद ऐच्छिक, अनैच्छिक और हृदय की मांसपेशियों का तनाव कम करने में सोंठ लाभकारी है। मांसपेशियों की सूजन में सोंठ का लेप लगाना फायदेकारक है जिससे जल्दी राहत मिलती है।

मांसपेशियों में होने वाले दर्द को सोंठ आसानी से दूर करता है। साथ ही यह मांसपेशियों में ऐंठन को कम कर के रक्त प्रवाह में सुधार लाता है। तिब्बती यूनानी पद्धति में भी सोंठ का उल्लेख किया गया है।

(9) सोंठ और अजवाइन के फायदे

सोंठ के फायदे बढ़ाने है तो उसमे थोड़ा अजवाइन पाउडर डाल दे। दोनों साथ मिल कर शरीर की कही स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओ का अंत करते है। जैसे घुटनो के दर्द, पेट गैस और पेट दर्द में राहत मिलती है।

यदि ज्यादा खाया नहीं जाता या भूख नहीं लगती। तो अजवाइन, सोंठ, सौंफ और काले नमक को सही मात्रा में मिला लीजिये। इसके साथ देसी घी मिला कर दिन में 3 बार सेवन करे। ऐसा करने पर भूख का प्रमाण बढ़ जायेगा।

(10) सोंठ बढ़ाता है इम्युनिटी

इम्युनिटी सिस्टम को मजबूती देने में सोंठ बेहद लाभकारी है। रोजाना सोंठ के पाउडर में उबाला हुआ दूध पीने से, शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी तरह से कार्य करती है। लेकिन सोंठ रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ाता है या नहीं इस विषय पर संशोधन की आवश्यकता है।

दरअसल में सोंठ के अंदर पाए जाने वाला करक्यूमिन, कैप्साइसिन और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण इम्युनिटी को बूस्ट करने में सहायता करता है। इसी के साथ शरीर में एनर्जी और स्फूर्ति का अनुभव होता है।

(11) मोटापा से छुटकारा

विश्व के अधिकतर लोग मोटापा की समस्या से पीड़ित है। इसके उपाय में नियमित रूप से सोंठ का चूर्ण खाना चाहिए। जिससे पेट और शरीर में जमी बेकार चर्बी जल्दी से पिघलने लगती है।

सोंठ में उपलब्ध हाइ लिपिड प्रोफाइल और थर्मोजेनिक गुण (Thermogenic Properties) मोटापा से छुटकारा दिलाने में मददगार है। गरम पानी में शहद, अदरक और सोंठ पाउडर मिला कर काढ़ा बनाये। यह काढ़ा तेजी से वजन कम करने में उपयोगी है।

(12) मधुमेह पीड़ितों के लिए

एंटी डायबिटिक गुणों से भरपूर सोंठ मधुमेह पीड़ितों के लिए लाभदायी है। नियमित रूप से सोंठ में उबाला हुआ पानी पीने से रक्त में शर्करा का प्रमाण नियंत्रित रहता है। इसके अलावा आप सूखे अदरक पाउडर के साथ नमक मिला कर भी डायबिटीज में खा सकते है।

हाइपोलिपिडेमिक और एंटी-ऑक्सीडेटिव गुणों के कारण सोंठ मधुमेह के मरीजों के लिए उत्तम है। दुनियाभर में हुए अनेक संशोधन अनुसार सोंठ का सेवन करना डायबिटीज दर्दियो के लिए लाभकारी है।

सोंठ पाउडर (Sonth Powder) प्राइस

Dry ginger powder यानि सोंठ पाउडर को ज्यादातर लोग चाय में डाल कर पीना पसंद करते है। जिससे रोजाना पि जाने वाली चाय से ही फायदे और स्वाद दोनों बढ़ते है। ऊपर बताये गए सोंठ के फायदे प्राप्त करने के लिए Sonth Powder खरीदना बेहतर है।

यहाँ निचे कुछ बेस्ट सोंठ पाउडर की लिस्ट है, जो सबसे अच्छे केमिकल फ्री पाउडर है। इनकी कीमत (Sonth Powder Price) ₹60 से ₹200 के बिच में है।

  1. 24 Mantra Organic Dry Ginger Powder (50gm) ₹60
  2. Everest Dry Sonth Powder (100gm) ₹75
  3. Catch Spice Dry Ginger Powder (90gm) ₹60
  4. Masala Potli Ginger Root Powder (150gm) ₹195

इन पाउडर को दूध, चाय या अन्य खाद्य पदार्थ में मिलाया जा सकता है। या आप चाहे तो सोंठ के लड्डू बना कर भी खा सकते है।

अदरक से सोंठ बनाने का आसान तरीका

बाजार में मिलने वाले सोंठ पाउडर प्रोसेस्ड होते है इसलिए उसकी विश्वसनीयता पर हमेशा सवाल उठता है। यदि आप प्राकृतिक रूप से घर पर ही सोंठ का पाउडर बनाना चाहते है तो निचे दी सोंठ कैसे बनती है विधि पढ़े।

  • सबसे पहले कुछ साफ़ अदरक को विधि के लिए अलग निकाले।
  • अगर कोई बिगड़ा हुआ अदरक है तो उसे तुरंत निकाल दीजिये।अब स्वच्छ पानी से अदरक को अच्छे से धो लीजिये।
  • धोने के बाद अदरक के छिलको को निकाल दीजिये।
  • अब एक बर्तन में 2 लीटर पानी ले और उसमे 3 चम्मच नींबू रस को मिला कर मिक्स करे।
  • 2 या 3 घंटे बाद अदरक को बहार निकाल लीजिये।
  • फिर से एक बर्तन में 2 लीटर पानी भरे और उसमे खाने में उपयोगी चुना डाल कर अच्छे से घोल दे।
  • अदरक को चुने वाले पानी में 1 दिन तक भिगोये रखे।
  • जब तक अदरक के ऊपर चुने की परत नहीं बन जाती तब तक उसे भिगोये रहने दे।
  • बाद में अदरक को धुप में सूखने के लिए रख दे।
  • सुखी हुई अदरक को अच्छे से पीस लेना है।
  • अब तैयार है प्राकृतिक रूप से तैयार हुआ स्वच्छ सोंठ का पाउडर।
  • जिसे लगभग एक साल तक स्टोर किया जाता है।

आशा करती हु सोंठ क्या है और सोंठ के फायदे पर पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। यह पोस्ट पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

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