Lohasava Syrup एक आयुर्वेदिक दवा है, जो शरीर में आयरन की कमी पूरी करती है। शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए लोहा (आयरन) जरुरी होता है। यदि इसकी कमी आ जाये तो एनीमिया रोग और कही स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी होती है।
भारतीय मार्किट में 3 ब्रांड सबसे अच्छी लोहासव सिरप बना रही है।
- Patanjali
- Baidyanath
- Dabur
इन सिरप की ब्रांड्स अलग है लेकिन बनावट और काम एक जैसा ही है। यहाँ हम मुख्यरूप से Patanjali Lohasava Syrup के बारे में बता रहे है।
क्यों की पतंजलि सिरप अधिकतर हर लोकल स्थानों पर मिल जाती है। साथ ही प्राइस में सबसे सस्ती ₹85 की है। जिसमे 450 एमएल की पूरी सिरप बोतल मिलती है।
लोहासव सिरप क्या है What Is Lohasava Syrup In Hindi
पतंजलि लोहासव मुख्यरूप से एनीमिया की आयुर्वेदिक दवा है। एनीमिया वह स्थिति है जिसमे खून की कमी हो जाती है। इस सिरप में 15 आयुर्वेदिक इंग्रेडिएंट्स का मिश्रण है। जिसके द्वारा प्राकृतिक रूप से प्रोसेस्ड आयरन मिलता है।
लोहासव सिरप में स्वयं उत्पन अल्कोहल का प्रमाण 4 से 10 प्रतिशत है। जो शरीर में सक्रिय हर्बल घटकों को पानी में घुलनशील बनाने के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है।
Lohasava Syrup Ingredients List
- Harad Chilka
- Amla Dry
- Baheda Fruit Rind
- Lohasav Prakshep (Sfg)
- Loha Bhasm
- Dhataki Pushp
- Saunth
- Black Pepper (G)
- Pipal Ajmod
- Nagar Motha
- Vindinga
- Chitrak Mool
- Gud
- Honey (Raw)
- Sodium Benzoate (Food Grade)
ये 15 घटक सामग्री साथ मिल कर पूरी सिरप बनती है। जिसके फायदे आयरन की कमी पूरी करने में और सेहत बनाने में देखने मिलते है।
लोहासव सिरप के उपयोग Lohasava Syrup Uses In Hindi
सिरप का मुख्य उपयोग एनीमिया की बीमारी में है। इसके अलावा अन्य स्थिति में भी लोहासव सिरप के निम्नलिखित उपयोग है।
(1) एनीमिया रोग में
खून की कमी से उत्पन हुयी बीमारी को एनीमिया कहा जाता है। जिसमे हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है। ऐसे में स्वस्थ खून पाने के लिए Lohasava Syrup बेस्ट मेडिसिन है।
(2) आयरन की कमी
शरीर में आयरन (लोहा) से सम्बंधित किसी भी तरह की समस्या हो रही हो। उसके इलाज में लोहासव सिरप का उपयोग करना लाभदायी है। क्यों की सिरप कम समय में प्राकृतिक रूप से आयरन की मात्रा को बढाती है।
(3) पाचनक्रिया में
यदि आपका पेट बार-बार ख़राब हो जाता है तो समझ जाइये कमजोर पाचनतंत्र है। जिसके कारण पेट दर्द, कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याए हो सकती है। इसके उपचार में नियमित Lohasava Syrup पीना फायदेमंद है।
(4) बवासीर के लिए
यदि आप बवासीर के शुरूआती लक्षणों का सामना कर रहे है। तो उसे ख़तम करने के लिए पतंजलि लोहासव सिरप योग्य है। सिरप आयरन की वृद्धि बढ़ाएगी और बवासीर के लक्षणों को कम कर देगी।
(5) कमजोरी में
शरीर में स्वस्थ खून का प्रमाण कम होने पर कमजोरी बढ़ने लगती है। मानो ऐसा लगता है जैसे किसी काम को करने की ताकत नहीं बची। यदि आप ऐसी स्थिति महसूस कर रहे है तो लोहासव दवाई द्वारा कमजोरी दूर कर सकते है।
(6) त्वचा विकार में
आयरन की कमी का असर केवल शरीर स्वास्थ्य पर नजर नहीं आता। यह बहुत से लोगो में त्वचा पर भी दिख सकता है। जिसमे त्वचा मुरझाई, रूखी-सुखी, बेजान लगती है। इसके इलाज में लोहासव मेडिसिन कारगर है।
लोहासव सिरप की खुराक Lohasava Syrup Dosage
सामान्य जानकारी अनुसार एक वयस्क व्यक्ति कुछ इस तरह लोहासव सिरप की खुराक ले सकता है।
- सुबह-शाम खाना खाने के बाद 15 से 30 एमएल सिरप पी सकते है।
- जिसमे सिरप की मात्रा जितना ही पानी सिरप के साथ मिला लेना है।
- इसे 3 महीने नियमित इस्तेमाल करने पर अच्छा परिणाम मिलता है।
सिरप को उपयोग में लेने से पहले बोतल को अच्छी तरह से हिला लेना है। ताकि सभी आयुर्वेदिक इंग्रेडिएंट्स सही तरह से मिल जाये।
लोहासव सिरप के फायदे Lohasava Syrup Benefits In Hindi
- शरीर में आयरन की कमी दूर होती है और स्वस्थ खून की मात्रा बढ़ती है।
- लोहासव सिरप एनीमिया से होने वाले अधिकांश नुकसान को कम करती है।
- सिरप पिने पर पाचनतंत्र मजबूत बनता है और पेट साफ़ रहता है।
- लिवर सम्बंधित रोग एंव लिवर सूजन को ठीक करने में सिरप लाभदायी है।
- सिरप के गुण शुरूआती सामान्य बवासीर के लिए उपचारक है।
- कमजोरी घट कर शरीर की रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
- कुछ हद तक त्वचा सम्बंधित विकार में भी लोहासव सिरप के फायदे है।
- यह आयुर्वेदिक दवा पाचनक्रिया को सुधार कर खाने की इच्छा बढाती है।
लोहासव सिरप के नुकसान Lohasava Syrup Side Effects
सिरप का ज्यादा या गलत तरीके से उपयोग करने पर कुछ दुष्प्रभाव देखने मिल सकते है। जैसे,
- मतली या उल्टी
- पेट दर्द
- छाती में जलन
- पेट में गैस
- लाल चकत्ते
अधिकतर केस में ऐसे नुकसान सिरप ओवरडोज़ के कारण होते है। इसलिए इनसे बचना है तो जरुरी मात्रा से अधिक सिरप ना पिए।
यदि साइड इफ़ेक्ट ज्यादा या लंबे समय तक दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
Lohasava Syrup कैसे काम करती है
सिरप में 15 ऐसी आयुर्वेदिक सामग्री है जिससे प्राकृतिक रूप से आयरन बनता है। इसे पिने पर खून में लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। जिससे हृदय संपूर्ण स्वस्थ तरीके से रक्त पंप कर पाता है।
इस प्रक्रिया के कारण शरीर में ऑक्सीजन भी सही मात्रा में पहुंच पाता है। साथ ही स्वस्थ खून बनने पर एनीमिया रोग दूर होता है। कुल मिला कर खून की कमी से जुडी किसी अधिकतर समस्या में सिरप उपचारक का काम करती है।
Lohasava Syrup में क्या सावधानी रखनी चाहिए
- आपकी कोई मेडिसिन या ट्रीटमेंट चल रही है तो सिरप डॉक्टरी सलाह के आधार पर लीजिये।
- यदि ऑपरेशन या सर्जरी हुई है तो ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है।
- किसी भी हाल में सिरप का ओवरडोज़ नहीं होना चाहिए, इससे नुकसान हो सकता है।
- कब्ज और डायबिटीज मरीजों के लिए सिरप लेने से पहले डॉक्टरी सलाह आवश्यक है।
- सिरप को हमेशा एक्सपायरी डेट और सही पैकिंग देख कर ही ख़रीदे।
- दवाई के साथ, पहले या बाद में शराब/नशा जैसा कुछ नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाये बिना डॉक्टर को पूछे सिरप मत लीजिये।
लोहासव सिरप की कीमत Lohasava Syrup Price
पतंजलि लोहासव सिरप को पतंजलि स्टोर, दवाई की दुकान और मेडिसिन वेबसाइट से ख़रीदा जा सकता है। तीनो जगह पर 450ml Patanjali Lohasava Syrup की प्राइस ₹85 रहती है।
यदि आप चाहे तो अन्य ब्रांड जैसे बैद्यनाथ, डाबर की भी लोहासव सिरप खरीद सकते है। यहाँ निचे ऑनलाइन उपलब्ध बेस्ट आयरन सिरप की लिस्ट है।
Lohasava Syrup लेनी चाहिए या नहीं
अधिकांश लोगो के लिए आयरन की कमी दूर करने में लोहासव सिरप बेहद लाभदायी रही है। इसमें सारी ही चीज़े आयुर्वेदिक है, कोई नुकसानकारी घटक नहीं। पानी के साथ पिने पर बेकार स्वाद की नहीं लगती।
प्राइस में बाकी सभी Lohasava Syrup से पतंजलि सिरप सस्ती है। 450 एमएल की एक बोतल आराम से करीब 15 दिन तक चल जाती है। इन सभी विशेषताओं के आधार पर कह सकते है की लोहासव सिरप लेना एक उचित निर्णय है।
सवाल जवाब (FAQ)
लोहासव सिरप से जुड़े जो भी जरुरी सवाल है, उन सभी के जवाब निचे है।
(1) लोहासव सिरप कितने समय में असर करती है?
सिरप का असर एक हफ्ते में दिखना शुरू हो जाता है। मरीज की स्थिति अनुसार डॉक्टर इसे 1 से 3 महीने तक लेने की सलाह दे सकते है।
(2) क्या सिरप गर्भवती महिला के लिए सही है?
अक्सर गर्भवती महिलाओ में खून की ज्यादा कमी देखने मिलती है। इस स्थिति में Lohasava Syrup पीना सुरक्षित है। लेकिन यह नाजुक स्थिति होने के कारण सिरप लेने से पहले डॉक्टर को जरूर पूछना चाहिए।
(3) पतंजलि लोहासव सिरप बच्चों के लिए कैसी है?
12 साल से ऊपर के बच्चो को लोहासव दवाई देना ठीक है। इससे कम उम्र का बच्चा है तो पहले डॉक्टर से सलाह लीजिये, फिर सिरप दीजिये।
(4) क्या लोहासव मेडिसिन की लत लग सकती है?
सिरप में ऐसा कुछ भी मिश्रित नहीं है जिससे एक व्यक्ति को दवाई की लत लग सके। इसलिए ऐसी बातों पर चिंता करने की जरुरत नहीं।
(5) लोहासव सिरप के कारण पेट में दर्द होता है?
नहीं, यह सिरप अधिकांश लोगो के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। पेट दर्द होने की संभावना तभी है जब आप इसे अधिक मात्रा में या गलत तरीके से पिए।
आशा करता हु Lohasava Syrup की पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।