हाई ब्लड प्रेशर क्या है, उच्च रक्तचाप के लक्षण और उपचार

ब्लड को पुरे शरीर में भेजने के लिए हार्ट को पंप लगाना पड़ता है, जिसे ब्लड प्रेशर कहते है। जब हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा प्रेशर लगाना पड़े। तो उसे हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप कहते है। रक्त गाढ़ा होने पर हाई बीपी की स्थिति उदभवित होती है।

हाई ब्लड प्रेशर क्या है, उच्च रक्तचाप के लक्षण और उपचार

रक्त गाढ़ा होने के पीछे जंक फ़ूड, तैलीय खाद्यपदार्थ और गलत आहारशैली जिम्मेदार कारण है। उच्च रक्तचाप की स्थिति ज्यादा रहने पर हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और हृदय सम्बंधित समस्याए हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर को मेडिकल भाषा में हाई बीपी या हाइपरटेंशन भी कहा जाता है।

रक्त में गंदगी जमा होने पर किसी को भी हाई बीपी की समस्या हो सकती है। ऐसे में सबसे पहले उच्च रक्तचाप के लक्षण समझे। यदि आपमें वो लक्षण पाए जाते है तो घरेलु उपचार की मदद से हाई ब्लड प्रेशर को ठीक करे।

हाई ब्लड प्रेशर क्या है High Blood Pressure In Hindi

शरीर के सभी आंतरिक अंगो को अच्छे से कार्यरत रहने के लिए रक्त मिलते रहना जरुरी है। इन सभी को रक्त पहुंचाने का काम हृदय करता है। रक्त जितना साफ़ होगा हार्ट उतनी अच्छी तरह से अपना काम कर पायेगा।

पर यदि ब्लड में गंदगी आ जाये या रक्त गाढ़ा बनने लगे। तो हार्ट को ज्यादा पंप लगा कर रक्त पहुँचाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप होता है। जिसे सही करने के लिए ज्यादातर लोग दवाई खाना पसंद करते है।

पर दवाई से समस्या ज्यादा समय के लिए ठीक नहीं हो पाती। इसे जड़ से ख़त्म करना है तो ब्लड को साफ़ करना होगा। निचे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण पढ़े फिर उपचार समझते है।

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के लक्षण

ज्यादातर केस में हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण देखने नहीं मिलते। जिसके कारण पेशेंट को लगता है की उनका ब्लड प्रेशर नॉर्मल है। पर समय के साथ बढ़ते उच्च रक्तचाप की वजह से दिल, दिमाग या किडनी की बीमारी होती है। जिसके पीछे हाई ब्लड प्रेशर कारण होता है।

यदि आप में निचे बताये गए कुछ सामान्य लक्षण बार-बार देखने मिलते है। तो शायद ये उच्च रखतचाप के लक्षण हो सकते है।

  1. सिरदर्द – यदि आपको सुबह सिरदर्द रहता है, तो ये हाई ब्लड प्रेशर का लक्षण हो सकता है।
  2. चक्कर – सिरदर्द के साथ चक्कर आना भी एक लक्षण है।
  3. धुंधलापन – हाई बीपी के कारण आँखों की रक्त नली प्रभावित होती है, जिससे सब धुंधला नजर आता है।
  4. थकान – रक्त संचार अच्छे से ना होने के कारण थकान भी आ सकती है।
  5. छाती में दर्द – छाती या उसकी आसपास की जगह में दर्द होना रक्तचाप का लक्षण हो सकता है।
  6. सांस की तकलीफ – हार्ट और लंग्स पर दबाव आने के कारण साँस लेने में दिक्कत होती है।

हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) के उपचार

गलत खानपान के कारण हाई ब्लड प्रेशर किसी को भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में बिलकुल घबराये मत और यहाँ बताये उपचार अनुसरे।

(1) एक्सरसाइज करे

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का सबसे श्रेष्ट उपचार है रोजाना एक्सरसाइज करना। एक ही जगह पर बैठे रहने से या कम शारीरिक गतिविधि के कारण शरीर स्वस्थ नहीं रहता।

उच्च रक्तचाप कम करने के लिए रोज सुबह निम्नलिखित एक्सरसाइज करनी चाहिए। हो सके तो इन्हे बहार की खुली हवा और सूरज की रोशनी में करे।

  1. मॉर्निंग वॉक – 20 से 30 मिनट
  2. सूर्य नमस्कार – 5 से 15 बार करे
  3. शवासन – 10 से 15 मिनट तक

(2) फल सब्जिया खाये

सबसे पहले अपने जीवन से जंक फ़ूड, तले खाद्यपदार्थ, शराब, धूम्रपान और चीनी को दूर करे। साथ ही ज्यादा फैट वाले हाई कैलोरी आहार लेना भी बंद कर दीजिये।

हो सके उतना फल और सब्जियों को अपने आहार में लीजिये। कम तेल में बना पौष्टिक खाना खाये और ज्यादा पानी पिए। निचे की लिस्ट से जाने हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाना चाहिए।

  1. संतरा (Orange)
  2. निम्बू (Grapefruit)
  3. अंगूर (Lemon)
  4. चुकंदर (Beetroot)
  5. गाजर (Carrot)
  6. टमाटर (Tomato)
  7. ब्रोकोली (Brocoli)
  8. पालक (Spinach)

(3) सफ़ेद पेठे का जूस

हाइपरटेंशन के लिए सफ़ेद पेठे का जूस (Ash Gourd) सबसे अच्छा है। इसमें पाए जाने वाले पोषक गुण हाई बीपी को कम और बॉडी को डेटॉक्स करते है।

  • इस जूस को रोज सुबह एक्सरसाइज करने के बाद पिए। जूस बनाने की विधि कुछ इस तरह है।
  • सफ़ेद पेठा लीजिये और उसमे से बीज तथा छिलके निकाल दीजिये।
  • अब पेठे को टुकड़ो में काट कर जूसर या मिक्सर में डाल दीजिये।
  • अंत में थोड़ा छान कर, ग्लास में जूस अलग कर लीजिये।
  • अब तैयार है आपका डेटॉक्स जूस।

याद रहे इसमें एक्स्ट्रा कुछ नहीं डालना, जैसा बनता है वैसा ही पीना है। यह जूस अंदर जा कर सारी गंदगी को अपने साथ बहार लेकर निकलता है।

(4) मोटापा कम करे

बॉडी मास्स इंडेक्स अनुसार यदि आप ओवरवेट केटेगरी में आते है। तो तुरंत अपना मोटापा घटाने की प्रक्रिया शुरू कर दे। ज्यादातर मोटे लोगो में हाइपरटेंशन यानि उच्च रक्तचाप की समस्या देखने मिलती है।

शरीर का वजन कम होगा तो आंतरिक अंग भी अच्छे से काम कर पाएंगे। इसके लिए रोजाना मोटापा कम करने की एक्सरसाइज करे। साथ ही अपना वेट लोस्स डाइट प्लान भी बनाये।

(5) ब्लड प्रेशर टेस्ट

हमें पता होना चाहिए की हमारा ब्लड प्रेशर कितना है। यदि वह नॉर्मल नहीं है या हाई बीपी है तो उसकी ट्रीटमेंट शुरू करनी चाहिए।

आप समय समय पर डॉक्टर के पास जाये और अपना बीपी जाँच करवाए। ताकि आप भी अधिकतर लोगो की तरह अँधेरे में रह कर उच्च रक्तचाप को टालते ना रहे।

आशा करता हु हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। आपकी पहचान में जिसे भी इस पोस्ट की जरुरत है उसे शेयर कर के हेल्प जरूर करे।

DAWAiLAJ
Logo