Neeri Syrup Uses In Hindi उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत

एमिल (Aimil) फर्मास्यूटिकल भारत की अग्रणी आयुर्वेदिक कंपनी है। पिछले 35 सालो से इस ब्रांड ने बहुत से ग्राहकों का दिल जीता है। इसी ब्रांड द्वारा निर्मित नीरी सिरप (Neeri Syrup) पथरी में उपयोगी दवाई है। सिरप के साथ यह टैबलेट के रूप में भी उपलब्ध है।

Neeri Syrup Uses In Hindi उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत क्या है

हाल ही नई दिल्ली स्थित जामिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फॉर्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के विशेषज्ञों द्वारा एक संशोधन किया गया। जिसमे पाया गया की नीरी सिरप पथरी के साथ, डायलिसिस जैसी गंभीर समस्या में भी सकारात्मक परिणाम देती है।

नीरी सिरप क्या है What Is Neeri Syrup In Hindi

हैल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ” आयुर्वेदिक पद्धति से निर्माण हुई किडनी स्टोन की दवा को नीरी सिरप कहा जाता है ”। सिरप ना ही केवल पथरी मिटाती है बल्कि शारीरिक दर्द, कमजोरी, मूत्र लक्षी समस्या, विषाक्त पदार्थ, पाचन रोग, गैस, दस्त और मूत्र मार्ग संक्रमण जैसी परेशानियों को भी दूर करती है।

सिरप की खासियत यह है की दूसरे सिरप के जैसे यह आपको लत नहीं लगाती। नीरी को खास आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा बनाया जाता है। इसलिए लोग इसे पथरी की आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी जानते है। नीरी सिरप लिक्विड फॉर्म में आती है जिसे पी कर अनेक लाभ पाए जा सकते है।

किसी भी प्रकार के नुकसान रहित ये दवाई एंटीमाइक्रोबायल और एंटीबैक्टेरियल गुणों से युक्त है। शरीर में रहे हानिकारक तत्व सिरप पीने से बहार निकल जाते है। वैसे तो नीरी सिरप लेना पूर्णतः सुरक्षित है मगर फिर भी डॉक्टरी सलाह अनुसार ही इसे उपयोग में ले।

नीरी सिरप में क्या होता है Neeri Syrup Ingredients

अनेक गुणकारी जड़ी बूटियों द्वारा नीरी सिरप का निर्माण होता है। उनमे से मुख्यतर जड़ी बुटिया पथरी निवारक के रूप में खास मदद करती है। बहुत सी बीमारियों का सामना करने में सिरप के इंग्रेडिएंट्स काम आते है। अब जानते है नीरी सिरप में क्या क्या होता है।

Neeri Syrup Ingredients

  1. गोक्षरु (Goksharu)
  2. शिलाजीत (Shilajit)
  3. पलाश का फूल (Palash Flower)
  4. पाषाणभेद (Pashanbhed)
  5. सेंधा नमक (Sendha Namak)
  6. पाइपर कुबेबा (Piper Cubeba)
  7. सलसोला स्टोक्सी (Salsola Stocksii)
  8. श्वेत पर्पटी (Shvet Parpati)
  9. मूलिशार (Moolishar)
  10. पंचत्रिं मूल (Panchtrin Mool)
  11. लाजवंती (Lajwanti)
  12. पुनर्नवा (Punranava)
  13. पंचतृणमूल (Panchtrunmul) 5 तरह की औषधि
  14. शीतलचीनी (Shitalchini)
  15. सहदेवी (Sahdevi)
  16. वरुण (Varun)

इन सब इंग्रेडिएंट्स के साथ अन्य गुणकारी चीज़े भी मिलाई जाती है। जिसमे दारूहल्दी, मकोय (काकमाची), हजरूल यहूद भस्म और गुच्छकला औषधि शामिल है। इन जड़ी बूटियों द्वारा बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओ का हल किया जा सकता है।

नीरी सिरप किस तरह कार्य करती है How Does Neeri Syrup Works

नियमित रूप से सिरप का सेवन करने पर शरीर में कही सकारात्मक बदलाव देखने मिलते है। मुख्य तौर पर नीरी सिरप गुर्दे की पथरी को पिघालने का कार्य करती है। साथ ही प्रोस्टेट, मूत्र सम्बंधित विकार, बैक्टीरियल इंफेक्शन और जेनिटोरिनरी ट्रैक्ट विकार जैसी समस्याओ से लड़ने में भी सहायक है।

डॉक्टर्स के मुताबिक सिरप को रोजाना 1 महीने तक लेने से अच्छे परिणाम मिलते है। अगर आप इसके और भी फायदे प्राप्त करना चाहते है। तो आगे भी इस दवाई का उपयोग कर सकते है जो बिलकुल नुकसान रहित है। बच्चो से लेकर वृद्ध व्यक्ति तक हर कोई इसका सेवन कर सकता है।

नीरी सिरप का उपयोग Neeri Syrup Uses In Hindi

Aimil Ayurvedic Neeri Syrup Uses

अधिकतर स्वास्थ्य लक्षी समस्याओ को ख़तम करने में नीरी सिरप का उपयोग किया जाता है। संपूर्ण आयुर्वेदिक होने का कारण हर कोई बेजिझक इसका प्रयोग कर सकता है। तो आइये जानते है किन समस्याओ में नीरी सिरप का उपयोग करना चाहिए।

Neeri Syrup Uses In Hindi

  • गुर्दे की पथरी पिघालने में
  • मूत्र सम्बंधित विकार के दौरान
  • पेशाब या मल में दिक्क्त
  • पेशाब करते वक्त जलन होना
  • जोड़ो के दर्द के लिए
  • यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) में
  • प्रोस्टेटाइटिस विकार के लिए
  • पाचन सम्बंधित समस्या
  • भूख में कमी होना
  • हाइड्रोनेफोसिस (Hydronephrosis) में
  • बैक्टेरियल इन्फेक्शन में
  • लीवर सिरोसिस समस्या के दौरान
  • इन्फ्लेमेशन की परेशानी में

हाल ही में किए गए संशोधन अनुसार डायलिसिस की समस्या से जूझ रहे लोग भी नीरी सिरप का उपयोग कर सकते है। सिरप स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है जो एक बेस्ट हर्बल प्रोडक्ट है। अधिकतर लोगो ने सिरप का उपयोग कर के बेहतरीन परिणाम पाए है।

नीरी सिरप के फायदे Neeri Syrup Benefits

Neeri Syrup Ke Fayde

आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के कारण सिरप हर तरह से शक्तिशाली बनी है। जिसमे अनेक औषधि के गुण देखने मिलते है। इसी कारण सिरप ज़्यादा से ज़्यादा स्वास्थ्य समस्याओ को हल कर सकती है। अब बढ़ते है नीरी सिरप से होने वाले लाभ की तरफ।

(1) गुर्दे की पथरी पिघालने में

किडनी स्टोन यानि गुर्दे की पथरी, को बिना ऑपरेशन के निकालने में नीरी सिरप सहायक है। सिरप को खास कर पथरी के दर्दियो को ध्यान में रख के ही तैयार किया गया है। जिस कारण स्वास्थ्य निष्णांत भी गुर्दे की पथरी में नीरी टैबलेट या सिरप लेने की सलाह देते है।

(2) जोड़ो के दर्द में राहत

उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कुछ समस्याए होने लगती है उनमे से एक है जोड़ो का दर्द। इसे दूर करने में नीरी सिरप आपका साथ देती है। सिरप में मौजूद आयुर्वेदिक तत्व हड्डियों को मजबूत बना कर कैल्शियम की कमी पूरी करते है। जिससे थोड़े ही समय में जोड़ो के दर्द में राहत मिलती है।

(3) लीवर सिरोसिस में सहायक

लीवर सिरोसिस एक अति गंभीर बीमारी है जिससे लिवर धीरे-धीरे खराब होने लगता है। कैंसर के बाद इस बीमारी को सबसे घातक माना जाता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति नीरी सिरप द्वारा अपने लिवर स्वास्थ्य को बरकरार रख सकते है।

(4) यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में

यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन जिसे हम UTI के नाम से जानते है, जो एक संक्रमणकारक बीमारी है। जिसका सीधा असर हमारे किडनी स्वास्थ्य पर पड़ता है। यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में नीरी सिरप ज़्यादा उपयोगी है। इस रोग के मरीज नीरी सिरप के लाभ पा सकते है।

(5) इन्फ्लेमेशन में सुधार करे

किसी भी चोट के कारण आयी सूजन को इन्फ्लेमेशन कहा जाता है। आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार की सूजन को कम करने में नीरी सिरप अच्छी है। कही बार बाहरी संक्रमण के कारण भी सूजन लग जाती है। ऐसी सूजन को दूर करने में भी सिरप का सेवन करना लाभदायी है।

(6) प्रोस्टेटाइटिस विकार से लड़े

प्रोस्टेट ग्रंथि लाल और सूज जाने पर इसे प्रोस्टेटाइटिस विकार कहते है। इस सूजन के कारण पेशाब करते वक्त दिक्क्त या जलन जैसी परेशानी हो सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने में नीरी सिरप आपको मदद करती है। सिरप में मौजूद गोक्षरु प्रोस्टेटाइटिस विकार से लड़ने में सक्षम है।

(7) पाचन प्रक्रिया में लाभकारी

गलत खान-पान और अयोग्य जीवनशैली का सीधा असर हमारी पाचन प्रणाली पर होता है। जिस कारण गैस, एसिडिटी, कब्ज, डायरिया और पेट दर्द जैसी समस्याए होती है। इसके उपचार नीरी सिरप लेना फायदेमंद है, क्यों की यह अनेक पाचन लक्षी समस्याए हल कर सकती है।

(8) हाइड्रोनेफोसिस की समस्या दूर करे

यूरिन में हो रहे अत्याधिक दर्द को हाइड्रोनेफोसिस (Hydronephosis) कहा जाता है। इस बीमारी के कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर का सपंर्क करना चाहिए। इसकी ट्रीटमेंट और डॉक्टरी सलाह अनुसार आप इस समस्या में नीरी सिरप का उपयोग कर सकते है।

(9) आहार के प्रति रूचि जगाए

कभी कभार योग्य समय पर ना खाने या टालते रहने से आहार के प्रति अरुचि पैदा होती है। इसे ठीक करने में नीरी सिरप लाभकारक है। सिरप में इस्तेमाल हुआ सेंधा नमक और और अन्य प्राकृतिक चीज़े आहार के प्रति फिर से आपको रूचि जगाती है।

(10) बैक्टेरियल इन्फेक्शन में मददगार

शरीर के किसी भी अंग में बाहरी जीवाणुओं द्वारा होते हमले को बैक्टेरियल इन्फेक्शन कहा जाता है। इस इन्फेक्शन के कारण हमे कही स्वास्थ्यकिय दिक्क्तों से गुजरना पड़ता है। बैक्टेरियल इन्फेक्शन से संक्रमित होने पर नीरी सिरप लेनी चाहिए यह इन्फेक्शन दूर करने में मददगार है।

(11) मूत्र मार्ग की जलन दूर करे

अधिक तेल मसाले वाले खुराक खाने पर शारीरिक गर्मी बढ़ जाती है। जिस कारण कही बार पेशाब आते वक्त जलन महसूस होती है। इसे ठीक करने में आप नीरी सिरप का सहारा ले सकते है। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व शारीरिक गर्मी दूर कर के ठंडक प्रदान करते है।

(12) जेनिटोरिनरी ट्रैक्ट के कैंसर से बचाव

मूत्र मार्ग संक्रमण के कारण जेनिटोरिनरी ट्रैक्ट के कैंसर (Gastrointestinal Cancer) का विकार होता है। महिलाओ की तुलना में पुरुषो को यह बीमारी ज़्यादा असर करती है। इसके शुरुआती लक्षणों में नीरी सिरप का सेवन किया जाए तो इस समस्या में बचाव होता है।

(13) पेशाब की अनियमित्तता को दूर करे

स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों के मुताबिक एक नॉर्मल इंसान एक दिन में 4 से 7 बार पेशाब के लिए जाता है। मगर पेशाब की अनियमित्तता हो तो पेशाब ज़्यादा या कम बार यानि अनियमित रूप से आता है। इससे छुटकारा पाने के लिए आप Neeri Syrup का सेवन करे सिरप इस समस्या को जड़ से ख़तम करती है।

(14) गुर्दे को विषाक्त पदार्थो से मुक्त रखे

किडनी हमारे शरीर का महत्त्व पूर्ण अंग है इसकी योग्य देखभाल में नीरी सिरप आपकी मदद करती है। गुर्दे में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाने से उसकी कार्क्षमता बिगड़ जाती है। नीरी सिरप में मौजूद नैचरल इंग्रेडिएंट्स गुर्दे के विषाक्त पदार्थो को आसानी से दूर करते है।

(15) रोग प्रतिरक्षा प्रणाली में मजबूती

अनेक स्वास्थ्यकारी जड़ी बूटियों से बनी शक्तिशाली नीरी सिरप बाहरी संक्रमण से हमे सुरक्षा प्रदान करती है। नियमित रूप से सिरप का सेवन करने पर रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती है। इसमें में मौजूद गोक्षरु शरीर स्वास्थ्य को मजबूती देने में अधिक सहायता करता है।

नीरी सिरप के नुकसान Neeri Syrup Side Effects

अनगिनत फायदों से भरपूर नीरी सिरप के बहुत से लाभ है। मगर सही तरह से इसका सेवन न करने पर कुछ स्वास्थ्यकिय हानि पहुंच सकती है।

  • नीरी सिरप का ज़्यादा इस्तेमाल करने पर कुछ लोगो में हाइपर पिग्मेंटेशन की समस्या देखने मिली है।
  • सिरप का बहुत ज़्यादा मात्रा में सेवन करने पर रक्तचाप में बढ़ोतरी हो सकती है।
  • इससे कभी कभार एलर्जी होने की भी संभावना रहती है। अगर ऐसा कुछ हो तो सिरप का सेवन बंद करे और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।
  • छोटे बच्चो को हो सके उतना इस दवाई से दूर रखे क्यों की इससे उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
  • कही बार इस दवाई के साथ अधिक तेल मसाले वाले खुराक खाने पर पेशाब में जलन होने लगती है।

दवाई संपूर्ण आयुर्वेदिक होने के कारण इसके कोई ज़्यादा नुकसान नहीं है। ऊपर दर्शाए विकार भी बहुत कम व्यक्तियों में देखे गए है। 90 प्रतिशत से भी अधिक ग्राहकों के मुताबिक सिरप 100% सुरक्षित है।

नीरी सिरप लेते वक्त यह सावधानिया रखे

Neeri Syrup Ki Sawadhaniya

यदि आप नीरी सिरप के कम नुकसान और ज़्यादा फायदे पाना चाहते है। तो नीरी सिरप का उपयोग (Neeri Syrup Uses In Hindi) करते वक्त कुछ सावधानिया रखे। जिससे आप सिरप के ज़्यादा से ज़्यादा लाभ पा सके।

  • स्तनपान कराने वाली या गर्भावस्था में रही महिलाए सिरप का सेवन ना करे। क्यों की इससे माता एवं शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
  • Neeri Syrup का सेवन करने से पहले हाथ को अच्छी तरह से धो ले।
  • अगर आप पहले से ही कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहे है, उसकी दवाई ले रहे है। या कोई ऑपरेशन, सर्जरी करवाई है तो सिरप का सेवन ना करे।
  • जितने भी वक्त सिरप का सेवन करते है उस दौरान किसी भी प्रकार के एल्कोहॉल या शराब से दुरी बनाए रखे।
  • अधिक तेल मसाले वाले या तले हुए खाद्य पदार्थ आहार में लेने से सिरप अच्छी तरह से अपना कार्य नहीं कर पाती।
  • इसलिए ऐसे फूड्स के बजाए पौष्टिक खुराक आहार में ले।
  • ब्लड प्रेशर के मरीज सिरप लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह ले।

नीरी सिरप लेने का सही तरीका

हर सामान्य सिरप की तरह इसका सेवन किया जा सकता है। मगर सिरप लेने का एक योग्य तरीका है जिसकी पूरी जानकारी हमने निचे दर्शाई है।

  • दिन में किसी भी वक्त सिरप का सेवन किया जा सकता है।
  • मगर सुबह और रात्रि भोजन के बाद इसे लेना लाभकारक है।
  • सिरप का सेवन करते वक्त सिरप में थोड़ा उबला हुआ पानी मिलाइए इससे आपको बेहतरीन लाभ मिलेंगे।
  • सिरप को आप एक चम्मच में डाल कर पानी के साथ पी सकते है।
  • यदि आप सिरप का सही परिणाम पाना चाहते है। तो सिरप लेने ले आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद किसी भी चीज़ का सेवन न करे।
  • इसके सेवन काल के दौरान पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए।
  • उबले हुए पानी का उपयोग करेंगे तो ज़्यादा अच्छा रहता है।
  • रोजाना दिन में 4 से 5 लीटर तक पानी पीना चाहिए।

नीरी सिरप सेवन मात्रा

  1. 5 वर्ष से 12 साल तक की आयु वाले – 5 ml
  2. 12 वर्ष से 18 साल तक की आयु वाले – 5 से 10 ml
  3. 18 वर्ष से अधिक आयु वाले – 10 ml या इससे ज़्यादा

रोगो की प्रधानता या लक्षणों के आधार पर सिरप का कम या ज़्यादा मात्रा में सेवन किया जाता है। समस्या ज़्यादा हो तो सिरप को दिन में 4 बार भी लेते है। कुल मिला कर दिन में 3 से 4 बार सिरप का सेवन किया जा सकता है।

नीरी सिरप की कीमत Neeri Syrup Price

चमत्कारी जड़ी बूटियों का खजाना नीरी सिरप में मौजूद है। जो कही स्वास्थ्य लक्षी समस्याए हल करने में उपचारक है। साथ ही सिरप बजट फ्रेंडली भी है जो एक पूरी वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट है। अब जानते है नीरी सिरप की कीमत कितनी है।

  • Aimil Neeri Syrup for Kidney Health – ₹220 (200 ml)

आसपास के किसी भी प्रमुख मेडिकल स्टोर या आयुर्वेदिक स्टोर से इस दवाई को ख़रीदा जा सकता है। इसके अलावा ऑनलाइन भी आप कुछ ऑफर्स का लाभ ले कर इसे खरीद सकते है।

सवाल जवाब (FAQ)

किडनी पथरी की गुणकारी दवाई के रूप में नीरी सिरप बहुत लोकप्रिय है। पर कही लोगो को इसके बारे में बहुत से सवाल है। जिनमे से मुख्यतर प्रश्नो के उत्तर हमने निचे बताने की कोशिश की है।

नीरी सिरप दिन में कितनी बार पीना चाहिए?

अपने रोग और डॉक्टरी सलाह अनुसार सिरप लेनी चाहिए। समस्या अगर ज़्यादा हो तो सिरप को दिन में 3 से 4 बार पीनी चाहिए। इसके अलावा नॉर्मली आप 1 से 2 बार नीरी सिरप को पी सकते है।

पथरी के दर्द में कौन सी दवा लेनी चाहिए?

पथरी के दर्द में नीरी सिरप का सेवन करना सबसे ज़्यादा फायदेकारक है। सिरप के अलावा टैबलेट के रूप में भी आप इसका सेवन कर सकते है। पथरी में हो रहे दर्द से नीरी की दोनों दवाई जल्दी से राहत देती है।

पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो क्या करें?

अगर पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में नीरी सिरप का सेवन करना उपचार समान है। इस दवाई के साथ दिन में ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीए। इससे कम समय में ही पथरी की समस्या का हल होता है।

पथरी की आयुर्वेदिक दवाई कौन सी है?

गोक्षरु (गोखरू) पथरी की समस्या से निजात दिलाने में सबसे ज़्यादा मददगार है। इससे बनी दवाई नीरी सिरप पथरी की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवाई है। जो शरीर को बिना कोई नुकसान पहुंचाए सिर्फ फायदे ही देती है।

आशा करती हु नीरी सिरप Neeri Syrup Uses In Hindi की संपूर्ण जानकारी अच्छे से दे पायी हु। पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तों के साथ इसे जरूर शेयर करे।

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