डीएनए की खोज किसने की थी DNA Ki Khoj Kisne Ki

DNA एक तरह का अणुओं का समूह होता है जो वंशानुगत एक दूसरे में आते रहते है। शरीर में आवश्यक प्रोटीन बनाने के लिए डीएनए अणु कार्य करते है। सबसे पहले डीएनए की खोज साल 1869 में जोहन फ्रेडरिक मिशर ने की थी।

डीएनए की खोज किसने की थी (DNA Ki Khoj Kisne Ki)

उसके बाद 1953 में जेम्स वॉटसन, रोसालिंड फ्रैंकलिन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए की डबल हेलिक्स संरचना खोजी थी। 1962 में उन्हें चिकित्सा नोबेल पारितोषिक से सन्मानित किया गया था। आज भी डीएनए को लेकर कही रिसर्च चल रहे है।

डीएनए क्या है DNA Full Form

कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाए जाने वाले लंबे अणु को डीएनए कहते है। डीएनए अणु की संरचना घुमावदार सीढ़ी की तरह होती है। डीएनए अणु 4 अलग अलग भागो से बना होता है। जिसे नाइट्रोजन युक्त न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है।

डीएनए का फुल फॉर्म DNA Ka Full Form

  • D – Deoxyribo
  • N – Nucleic
  • A – Acid

डीएनए का फुल फॉर्म डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid) अम्ल होता है। डीएनए अणु एडेनिन, ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन से बने होते है जिसे न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है।

डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड यानि डीएनए पृथ्वी के हर एक सजीव में पाया जाता है। मानव शरीर में लगभग हर कोशिका (सेल) में समान डीएनए मौजूद होते है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में 75 खरब कोशिकाओं होती है जिनमें से हर एक में 2 मीटर डीएनए मौजूद है। सभी डीएनए मानव जीवन के विकास, वृद्धि, प्रजन कार्य के लिए जिम्मेदार होते है।

डीएनए की खोज किसने की थी DNA Ki Khoj Kisne Ki

जैसे की हमने बताया डीएनए की खोज सबसे पहले जोहन फ्रेडरिक मिशर ने की थी। उसके बाद जेम्स वॉटसन और उनके साथियो ने डीएनए पर गहरी खोज की थी। जेम्स वॉटसन को फादर ऑफ़ डीएनए के नाम से पुरे विश्व में प्रसिद्ध हुए।

सन 1869 से 1962 के बिच में डीएनए पर बहुत सारे संशोधन किए गए थे। आज भी डीएनए की संरचना को लेकर कही रिसर्च चल रहे है। अब डीएनए टेक्निक द्वारा कही थेरेपी भी की जाती है।

डीएनए रचना शोधकर्ता के रूप में जोहन फ्रेडरिक, जेम्स वॉटसन, रोसालिंड फ्रैंकलिन और फ्रांसिस क्रिक का नाम शामिल है। इन सब वैज्ञानिको ने डीएनए विषय को लेकर बहुत संशोधन किए और उनमे सफलता भी हासिल की थी।

डीएनए का कार्य क्या है DNA Ka Kary Kya Hai

ज़्यादातर अनुवांशिक प्रक्रियाओं को संचालित करने का कार्य डीएनए करता है। इसका दूसरा मुख्य काम प्रोटीन संश्लेषण को नियंत्रित करना है। व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक विकास में भी डीएनए मददरूप बनता है।

न्यूक्लियोटाइडोन एडेनिन, ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन डीएनए को और ज़्यादा कार्यक्षम बनाने में मदद करते है। डीएनए जेनेटिक कोड का उपयोग कर के प्रोटीन और एमिनो एसिड को क्रम में रखते है।

डीएनए मुख्य कुछ इस तरह काम आते है

  • डीएनए फिंगर प्रिंट
  • कोशिका विभाजन
  • कोशिकाओं का वितरण
  • वंशानुगत
  • कोशिकाओं के चयापचय में
  • अनुवांशिक स्थानांतरण

सवाल जवाब

डीएनए विषय को लेकर लोगो के मन में अधिक सवाल पैदा होते है। उनमे से मुख्यतर प्रश्नो के उत्तर हमने यहाँ बताए है।

DNA कहाँ पाया जाता है?

मानव शरीर के अंदर सिर्फ एक ही प्रकार का DNA पाया जाता है। जो मुख्यतः नाभिक ( NUCLEUS) में पाया जाता है। नाभिक शरीर के हर हिस्सों में नहीं पाया जाता जिस कारण डीएनए भी कही हिस्सों में नहीं होता।

डीएनए का मतलब क्या होता है?

शरीर की कोशिकाओं में मौजूद अणुओ के समूह को डीएनए कहा जाता है। जिसका फुल फॉर्म डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid) होता है।

डीएनए कितने प्रकार के होते है?

मुख्य न्यूक्लियोटाइडोन के 4 प्रकार देखने को मिलते है।

  1. एडेनिन
  2. ग्वानिन
  3. थाइमिन
  4. साइटोसिन

डीएनए के खंड कैसे होते है?

3 मुख्य खंडो के नाम निचे प्रस्तुत किए गए है।

  1. धनात्मक
  2. ऋणात्मक
  3. उदासीन

डीएनए का महत्व क्या है?

DNA शरीर की आनुवंशिक क्रियाओ से लेकर प्रोटीन संश्लेषण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिस कारण डीएनए हर सजीव के लिए महत्व रखता है।

डीएनए का पूरा नाम लिखिए यह प्रोटीन संश्लेषण कैसे करता है?

डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid) है।

यह मुख्य रूप से प्रोटीन को संश्लेषण करने का कार्य करता है। डीएनए कोशिका द्रव्य द्वारा संश्लेषण स्थल को सुचना पहुंचाता है। DNA विशेष जीन से RNA के जरिये विशेष प्रोटीन को संचारित करता है।

आशा करती हु डीएनए की खोज किसने की थी (DNA Ki Khoj Kisne Ki) अच्छे से समझा पायी हु। मिलते है एक ऐसी ही दिलचस्प जानकारी के साथ तब तक टेक केयर।

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