खर्राटे क्यों आते है खर्राटे रोकने की मशीन दवा

सोते समय नाक में से निकलने वाली अजीब आवाज़ को खर्राटे कहा जाता है। खर्राटे क्यों आते है, सांस लेते और छोड़ते वक़्त नाक में से कर्कश आवाज निकलनी शुरू हो जाती है जिसे खर्राटे आते है। खर्राटे नाक और मुंह कही से भी निकल सकते है। कई बार जोर से खर्राटे लेने वाला व्यक्ति शांति से सो रहा होता है। और दुसरो को यह अप्रिय ध्वनि के कारण नींद नहीं आ पाती।

खर्राटे क्यों आते हैं खर्राटे रोकने की मशीन दवा

समस्या का समाधान करने के लिए कही लोग डॉक्टर की सलाह पर आधारित दवाई लेते है। तो कुछ लोग खर्राटे की मशीन या योगा द्वारा समस्या का निराकरण करते है। यदि आप में खर्राटे का प्रमाण सामान्य है तो Kharate ki medicine लेने के बजाय घरेलु उपाय से भी काम चल जायेगा।

खर्राटे क्यों आते हैं खर्राटे रोकने की मशीन

जो व्यक्ति खर्राटे लेता हो उसको तो पता भी नहीं होता की उसके श्वाश की आवाज इतनी तेज है, की उससे खर्राटे बनते है। पुरुषो में अधिकतर खर्राटे की समस्या ज़्यादा देखने को मिलती है। बढ़ती उम्र के साथ खर्राटे लेना एक सामान्य बात बन जाती है। पर इसे योग्य वक़्त पर ही दूर किया जाये तो अच्छा रहेगा। कई लोग खर्राटे को बीमारियों का संकेत भी मानते है।

खर्राटे क्यों आते है Snoring In Hindi

अब आप समझ गए है सोते वक़्त निकलने वाली आवाज को खर्राटे कहते है। गले और नाक में ज़्यादा ऊतको का कंपन होने से ऐसी ध्वनि उत्पन्न होती है। स्वतंत्र रूप से श्वषन तंत्र को हवा न मिल पाने से यह समस्या होती है। ये आवाज रात को कोई भी समय शुरू और बंद हो जाती है। धूम्रपान एव शराब का सेवन करने से खर्राटे आने की समस्या अधिक बढ़ जाती है।

खर्राटों का कारण ज़्यादातर आनुवंशिकता होता है। इसलिए परिवार में किसी को खर्राटे आने की समस्या हो तो यह उनके बच्चो में रहने की संभावना है। Snoring In Hindi विषय पर अधिकतर लोगो का प्रश्न यही होता है, खर्राटे क्यों आते है। जिसके उत्तर में ज्यादातर स्वशन प्रणाली सम्बंधित कारण ही दर्शाये जाते है।

अक्सर खर्राटे मारने वाला व्यक्ति नींद से उठने के बाद मुंह और गले में जलन महसूस करता है। खर्राटे दो तरह के होते है, हलके और तेज, हलके से आने वाले खर्राटे नींद में कोई परेशानी नहीं डालते। पर तेज आने वाले खर्राटे नींद में तो विकार डालते ही है, साथ ही स्वास्थ्य सबंधित समस्याए खड़ी करते है।

खर्राटे के लक्षण

  • सांस लेने में दिक्कत
  • गले की खराश
  • छाती में दर्द
  • दम घुटना
  • सिरदर्द
  • तेज आवाज के साथ सांसे चलना
  • सांसो की रफ़्तार तेज होना
  • नींद पूरी न होना

रात या दिन कोई भी वक़्त सोते समय पर खर्राटे क्यों आते है। ऊपर बताये गए लक्षण के आधार पर कहा जा सकता है की खर्राटों की बीमारी हुई है। इसलिए उपरोक्त लक्षण दिखे तो आप कोई निष्णांत की सलाह लेनी बेहतर रहेगी। या सामान्य प्रमाण है तो आगे बताये गए Kharate Rokne Ke Upay अपनाये।

खर्राटे आने का कारण

जब नाक और मूंह के बिच वाली श्वषन नलिका में हवा की कमी उतपन्न हो। तब श्वषन नलिका के मार्ग में अवरोध होता है। जिसके कारण सांस लेने में परेशानी होती है, जिसकी वजह से खर्राटे आते है। हवा का बहाव कम होने से भी खर्राटे की समस्या हो जाती है। इसी कारण खर्राटे की आवाज Snoring Sound सुनाई देती है।

(1) मांसपेशियों में कमजोरी होना

मांसपेशियों में कमजोरी होने की वजह से गले और जीभ की मांसपेशिया शिथिल हो जाती है। मांसपेशिया ढीली हो जाती है, और गले के रास्ते में ही लटक जाती है। नींद की गोलियों का अधिक सेवन और नशीले पदार्थो का सेवन करने से इसकी समस्या होती है। बढ़ती उम्र के साथ मांसपेशिया कमजोर हो जाना एक आम बात है।

(2) ज्यादा मोटापा

मोटापा होने के कारण वजन काफी बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से गर्दन वाले भाग में ज्यादा मांस देखने को मिलता है, वह भाग लटकने लगता है। इसके कारण उत्तकों का आकर भी बढ़ जाता है, जिससे खर्राटे आने की संभावना ज़्यादा रहती है। इसलिए खर्राटे रोकने के लिए मोटापा कम करना जरूरी बनता है। पेट की चर्बी को दूर कर के मोटापा घटाने के लिए हमने Weight Loss सीरीज में पूरी जानकारी बताई है।

(3) वायु मार्ग में दिक्कत

कई बार लोगो में शर्दी और झुखाम जैसी बीमारी देखने को मिलती है, जो आगे जाके साइनस भी बन सकता है। और साइनस के संक्रमण के दौरान नाक के वायु मार्ग में सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। नाक में विकृति आ जाती है, जिससे खर्राटे उतपन्न होते है। यदि आपको भी सर्दी-झुखाम हो जाये तो तुरंत राहत देने वाले कुछ घरेलु उपाय अपनाने चाहिए।

(4) धूम्रपान करना

धूम्रपान करने के कारण शरीर को बहुत नुकसान पहुंचता है। शरीर में बनने वाले पोषक तत्वों को यह हानि देता है। साथ ही धूम्रपान करने की वजह से शरीर के अंगो की कार्य क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है। जिससे कई रोग शरीर में ठिकाना बना लेते है। खर्राटे आने का एक कारण धूम्रपान करना भी है। धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में खर्राटे की समस्या अधिक देखने को मिलती है।

खर्राटे कैसे बंद करे (घरेलु इलाज)

अगर आप सोते वक़्त आने वाले खर्राटों से परेशान है, तो इसे रोकने के लिए कई आसान घरेलु इलाज उपाय आजमा सकते है। घर में उपलब्ध कई ऐसी चीजे है, जिसका उपयोग करके खर्राटे से छुटकारा मिलता है। अगर खर्राटे की समस्या अधिक बढ़ गयी हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना बेहतर रहेगा।

पर खर्राटे की समस्या सामान्य हो तो घरेलू उपाय करने चाहिए। तो आइए खर्राटे क्यों आते है प्रश्न से आगे बढ़ कर खर्राटे कैसे बंद करे प्रश्न की तरफ। जिसमे केवल आपको प्राकृतिक चीज़े जैसे हल्दी, शहद, लहसुन, इलाइची से राहत मिलेगी।

(1) हल्दी का उपाय

हल्दी में कई ऐसे एंटी-बायॉटिक गुण उपलब्ध है, जिससे शरीर को बहुत सारे फायदे प्राप्त होते है। इसमें से एक है खर्राटों को कम करना। रात को सोने से पहले दूध को गरम करके उसमे हल्दी दाल कर पीना बेहद फायदेमंद होगा। इसके कारण खर्राटे कम होंगे और साथ में अच्छी नींद भी आएगी।

(2) लहसुन का इलाज

खर्राटे को रोकने के लिए लहसुन का सेवन करना लाभदायी है। लहसुन पाचन क्रिया ठीक रखने के साथ शरीर में विषाक्त पदार्थो को बहार निकालने में सहायक है। लहसून गंभीर बीमारियों को दूर करने है और श्वषन क्रिया को ठीक रखता है। खर्राटे दूर करने में लहसुन सबसे आसान उपाय है।

(3) पुदिने का तेल

नाक के छेद में आयी हुई सूजन कम करने के लिए पुदिने का तेल उपयोगी बनता है। सूजन कम होने से सांस लेना आसान बन जाता है और खर्राटे की समस्या कम हो जाती है। एक गिलास उबले हुए पानी में पुदीने के पत्तो को डालकर ठंडा होने दे। बाद में उससे पीना चाहिए, ऐसा करने से थोड़े ही दिनों में खर्राटे की समस्या कम हो जाएगी।

(4) इलायची उपचार

श्वशन तंत्र के कई रोगो में इलायची खाने से राहत मिलती है। खासी और शर्दी को दूर करने में इलायची कारगर है। साथ ही खर्राटों से छुटकारा पाने के लिए गुनगुने दूध या पानी में इलायची डाल के पीना बिलकुल असरकारक रहेगा। इलायची का सेवन करने से पाचन सबंधित परेशानी दूर होती है। जिससे कहा जा सकता है यह खर्राटे रोकने की मशीन से कम नहीं।

(5) शहद आयुर्वेदिक दवा

शहद के अंदर भरपूर मात्रा में एंटी-इन्फ्लेमेट्री के गुण उपलब्ध है, जो गले और नाक की सूजन को रोकते है। और शहद में औषधीय गुणों की मौजूदगी होने की वजह से खर्राटों के लक्षण को भी यह दूर करता है। रात को गरम पानी के साथ शहद का सेवन करने से खर्राटों की समस्या ख़तम हो जाती है। प्राचीन काल में शहद को कही मायनो में आयुर्वेदिक दवा के तोर पर प्रयोग किया जाता था, जो आज भी असरकारक है।

खर्राटे के लिए योग

योग गुरु की जानकारी अनुसार शरीर को तंदुरस्त रखने के लिए रोजाना योग करना जरूरी है। अब खुद से ये पूछना बंद करे के खर्राटे क्यों आते है और अपनी ऊर्जा को योगा करने में लगाए। क्यों की योग केवल खर्राटे दूर करने में ही नहीं, बल्कि तन और मन की शांति में भी प्रभावकारी है। भुजंगासन और प्राणायाम खर्राटे के लिए योग में सही माने जाते है।

(1) भुजंगासन

खर्राटे दूर करने के लिए भुजंगासन बिलकुल श्रेष्ठ योगासन है। भुजंगासन करने के दौरान व्यक्ति का सीना, गला और कंधा पूरी तरह से खुल जाता है। जिससे फेफड़ो का वायुमार्ग भी खुल जाता है। इस आसन से शरीर को ऑक्सीजन की प्राप्ति भी होगी और रक्त में शर्करा का प्रमाण भी नियंत्रित रहेगा। भुजंगासन करते समय गहरी सांस और लेते और छोड़ते समय कोई दिक्कत नहीं होगी।

(2) भ्रामरी प्राणायम

भ्रामरी प्राणायम खर्राटों को दूर करने में प्रभावी रहा है। यह आसन करने के लिए पहले सुखासन की मुद्रा में बैठ जाइये। फिर अपने कानो को दोनों तरफ से अंगूठे से बंद करिये। तर्जनी सर पर रखके बाकी उंगलियों को आंखो पर रखे। बाद में सांस को धीमी गति से गहराई में ले और सांस को कुछ वक़्त अंदर रहने दीजिये। फिर सांस को धीरे-धीरे नाक से बहार निकालिये। याद रखे सांस निकालते वक़्त भंवरे जैसी आवाज आनी चाहिए।

खर्राटे रोकने की मशीन दवा

Snoring Medicine में कही तरह की Kharate Ki dawa होती है। लेकिन यहाँ हम उन सभी के बारे में नहीं बताने वाले। खर्राटे बंद करने में छोटी सी रिंग मशीन और कुछ दवाइया बहुत अच्छा काम करती है।

(1) खर्राटे की होम्योपैथिक दवा

Allen Snorid Drops खर्राटे रोकने की सबसे अच्छी दवा है। जो आपको किसी भी होम्योपैथिक शॉप या ऑनलाइन मेडिसिन वेबसाइट से मिल जाएगी। ₹160 में 30ml का पूरा लिक्विड बोटल मिलता है, जो महीने भर आराम से चल जायेगा। रात को सोने के घंटे पहले 15 बून्द दवा 1 गिलास पानी में डाल कर पि जाना है। और 1 घंटे बाद फिर से यही प्रक्रिया दोहरा कर सो जाना है। 2-3 महीनो में समस्या से राहत और अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

(2) खर्राटे रोकने की मशीन

इस तरह की समस्या के लिए ख़ास प्रकार की Snore Free Nose Clip बनायीं जाती है। जिसे नाक में लगा कर सो जाओ तो पूरी रात को कोई आवाज नहीं आती। इसे ही कही लोग खर्राटे रोकने की मशीन कहते है, सबसे अच्छी क्वालिटी की क्लिप ₹190 तक अमेज़न पर मिल जाती है। प्रोडक्ट खरदीने वाले हजारो ग्राहकों में से ज्यादातर सभी ने 85% पॉजिटिव रिव्यु दिए है।

(3) खर्राटे बंद करने की आयुर्वेदिक दवा

एलोपैथिक मेडिसिन के नुकसान से बचने के लिए कही लोग सिर्फ आयुर्वेदिक दवा लेना ही पसंद करते है। अगर आप भी उनमे से एक है जो खर्राटे की आयुर्वेदिक दवा ढूंढ रहे है। तो आपके लिए Patanjali Kathamrtit Vati बेस्ट है। जिसे पतंजलि स्टोर या ऑनलाइन अमेज़न से खरीद सकते है। कथामृत वाटि और योग दोनों साथ में ज्यादा फायदे देते है।

खर्राटों से होने वाले जोखिम

ज्यादातर लोग नींद में आने वाली असामान्य आवाज को नॉर्मल समझते है। जो की कुछ हद तक सही है, यदि इसका प्रमाण बढ़ता रहे तो बड़े रोग, बीमारी तक भी जा सकता है।

  • सिरदर्द
  • हृदय रोग
  • हाई बीपी
  • चिड़चिड़ापन
  • स्ट्रेस
  • सुस्ती महसूस करना
  • मांसपेशियो में कमजोरी
  • थकान महसूस करना

आशा करती हु खर्राटे क्यों आते हैं Snoring In Hindi की पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

DAWAiLAJ
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