भगन्दर का इलाज 1 दवा से ख़त्म करे Fistula In Hindi

भगन्दर का इलाज करना तभी संभव है जब आप उसे अच्छी तरह से समझ ले। क्यों की बहुत से लोग बीमारी को समझे बिना ही उसके निराकरण में देसी नुस्खे आजमाना शुरू कर देते है। हां ये बात सही है की घरेलु उपचार द्वारा भगन्दर की समस्या को ख़त्म किया जा सकता है। पर आपको ये बात का ज्ञान जरूर होना चाहिए की कोनसा उपाय आजमाना है और किस तरह से। Fitsula In Hindi की यह पोस्ट में आज आपको लक्षण, कारण, घरेलु इलाज और मेडिसिन के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।

भगन्दर का इलाज 1 दवा से ख़त्म करे Fistula In Hindi

यदि आपको नहीं पता नहीं की भगन्दर क्या है और कैसे होता है। तो बता दू की यह गुदा के बिच में संक्रमण द्वारा फैलने वाली बीमारी है, जो मल त्याग करने के साइड के स्थान पर होता है। शरीर की स्किन पर फोड़ा होने पर उसमे ख़राब पस बन कर फूल जाता है। बिलकुल ऐसी ही स्थिति गुदा के मल त्याग विभाग में होती है, पर वहा दर्द बहुत अधिक होता है। ऐसी पीड़ाजनक स्थिति होने के पीछे गलत खानपान और अच्छे से सफाई ना करना जैसे मुख्य कारण जवाबदार हो सकते है।

भगन्दर का इलाज Fistula In Hindi

इस अत्यंत पीड़ादायक स्थिति का समाधान करने के लिए सबसे पहले खुद के खानपान पर नियंत्रण करना होता है। योग्य आहार विधि के साथ कुछ घरेलु उपचार और 1 दवा का प्रयोग करना है। हो सके तो समस्या को जल्दी ख़तम करने के लिए आहार और उपचार के साथ योगासन का भी सहारा ले सकते है। Fistula का हिंदी मीनिंग भगन्दर होता है, Anal Fistula Symptoms लक्षण निचे अनुसार होते है।

  • मल त्याग क्षेत्र में फोड़ा, सूजन और दर्द की स्थिति महसूस होना
  • एनस के रास्ते में पस या खून निकलना
  • भारी जलन होना और मलत्याग में तकलीफ की अनुभूति होना

यदि उपरोक्त 3 लक्षण व्यक्ति में नजर आते है तो भगन्दर की समस्या हो सकती है। अब एक बार भगन्दर होने कारण की तरफ नजर कर लेते है।

  • गलत खानपान, शराब और धूम्रपान करने के कारण
  • क्रोहन, टीबी, एड्स जैसे रोग से पीड़ित होने पर
  • आंत की परत में सूजन की स्थिति होने पर
  • सर्जरी या चोट के कारण
  • कब्ज की वजह से
  • गुप्त भागो की ठीक से सफाई ना करने की वजह से

(1) भगन्दर का डाइट प्लान

जैसा की मैंने कहा था अपने आहार में कुछ बदलाव करने होंगे, कुछ चीज़ो को खाना शुरू करना है और कुछ को छोड़ना है। सबसे पहले निश्चय कर लीजिये जब तक भगन्दर ठीक नहीं हो जाता तब तक जंक फ़ूड, बहार का तला हुआ, मिर्च मसाला वाला खाना बंद कर देना है।

अपने आहार में आसानी से पच जाये और शरीर को एनर्जी मिले ऐसा फ़ूड खाना है। जिसमे पतली दाल, चावल, रोटी और हरी सब्जियों को आसानी से सेवन कर सकते है। आप जितना कम मसाले में बनी हरी सब्जियों का सेवन करेंगे उतना ही पाचनक्रिया के लिए अच्छा होगा। फ्रूट और वेजिटेबल जूस का दिन में 2 से 3 बार सेवन करे।

(2) हल्दी और नीम का उपचार

डॉक्टर्स का कहना है की भगन्दर में जो भी खाना खाये वो शरीर को एनर्जी देने के साथ औषधि समान काम करना चाहिए। जिसमे रोजाना हरी सब्जियों का सेवन करना लाभदायी है, वैसे ही रोजाना रात को सोने से पहले हल्दी दूध का सेवन भी लाभदायी है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते है जो Fistula Infection को कम करते है।

भगन्दर रोगी को नहाने के लिए सामान्य पानी लेने के जगह गरम पानी लेना है, जिसमे नीम की ताजी पत्तिया जरूर डाले। जितनी बार नीम के पानी से प्रभावित स्थान पर सिकाई या सफाई होगी उतना ही अच्छा है। नीम की पत्तियों का पेस्ट बना कर दिन में एक बार प्रभावित स्थान पर जरूर लगाए। नीम का पूरा उपयोग करने के लिए यह सम्पूर्ण प्रक्रिया नहाने के आधे घंटे पहले से शुरू की जा सकती है।

(3) लहुसन और प्याज का सूप

लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण और प्याज में सल्फर पाया जाता है, ये दोनों ही Fitsula ka ilaj करने में सक्षम है। गुणों से भरपूर सूप बनाने के लिए सबसे पहले लहसुन और प्याज को बारीक़ काट लीजिये। उसके बाद दोनों को पानी में डाल कर थोड़ा उबाले फिर चाहे तो थोड़ी सी हल्दी भी डाल सकते है। हल्दी डालने के बाद तीनो मिश्रण को थोड़ी देर और उबलने दे।

इस सूप का सेवन करने पर आप देखेंगे की कुछ ही घंटो में सूजन और दर्द का प्रमाण कम होने लगेगा। यदि इस सूप को बिना भोजन किये खाली पेट पिया जाये तो परिणाम ज्यादा अच्छे मिलते है। भगन्दर की समस्या सामान्य रूप से ज्यादा है तो इस सूप का दिन में दो बार भी सेवन किया जा सकता है।

(4) पपीता से भगन्दर का इलाज

कही बार पेट से जुडी पाचन समस्या या कब्ज के कारण फिस्टुला होना शुरू हो जाता है। यदि आप में भी ऐसे लक्षण पाये जा रहे है तो पपीता का सेवन करना श्रेष्ट उपाय है। पपीता फल खाने पर पेट की गतिविधयों में सुधार आता है और मलद्वार तक समस्या ठीक होती है।

पका हुआ पपीता लेकर उसे छोटे हिस्सों में काट कर फ्रिज में रख देना है। सुबह नाश्ते के समय इस टुकड़ो का सेवन करे। बस इतना सा सरल उपाय भगन्दर का इलाज करने में सफल साबित हुआ है। हॉस्पिटल में Fistula Treatment के दौरान मरीज को डॉक्टर द्वारा खास पपीता खाने की सलाह दी जाती है।

(5) योगासन से भगन्दर ख़त्म करे

आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी पतंजलि के संस्थापक और हमारे देश के योग गुरु बाबा रामदेव ने Bhagandar ke ilaj में योगासन करने की सलाह दी है। भगन्दर से छुटकारा पाने के लिए प्राणायाम और ध्यान करना सबसे ज्यादा उचित है। योगासन में कपालभाति और अनुलोम विलोम जैसे आसन रामबाण इलाज के समान है।

इस पोस्ट में योगा के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकते, क्यों की आर्टिकल लंबा होता जा रहा है। इसलिए यहाँ बताये गए योगासन के बारे में पूरी जानकारी जानने के लिए यूट्यूब वीडियोस देख लीजिये। अब बात कर लेते है आयुर्वेदिक दवा और उपचार के बारे में। यदि आप भगन्दर के लिए एलोपैथिक मेडिसिन या ट्रीटमेंट लेना चाहते है तो एक बार किसी एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर ले। बिना जानकारी की Bhagandar Tablets का सेवन ना करे।

भगन्दर की दवा और आयुर्वेदिक उपचार

  • जैसा की पोस्ट के टाइटल में बताया गया है की सिर्फ 1 दवा से भगन्दर को ख़त्म किया जा सकता है। तो उस प्राकृतिक दवा का नाम है अजवाइन पत्ती का तेल। अजवाइन के पत्ते में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल और एंटीबायोटिक गुण पाये जाते है।
  • एक ही औषधि में इतने सारे गुण होने के कारण भगन्दर की दवा करने में यह रामबाण इलाज की तरह कारगर है। आजवाइन के तेल का सेवन करने से कब्ज, एनस मार्ग की सूजन और दर्द में राहत मिलती है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच अजवाइन के तेल को अच्छी तरह से मिला लीजिये और उसे दिन में 2-3 बार पीएं। कुछ दिनों तक ऐसे ही सेवन करने पर भगन्दर ख़त्म हो जायेगा।
  • यदि आपको भगन्दर की समस्या बहुत ज्यादा है तो पतंजलि चिकित्सा केंद्र या किसी अन्य आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में क्षारसूत्र ट्रीटमेंट करवा सकते है। Kshar Sutra Treatment करने पर बिना किसी सर्जरी या ऑपरेशन के मरीज 100% सफलतापूर्वक भगन्दर से राहत पाता है।

आशा करता हु भगन्दर का इलाज Fistula In Hindi के बारे में पूरी जानकरी देने में सफल रहा हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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