हिचकी आना हम सबके लिए एक आम बात है, जो पानी पिने पर तुरंत रुक जाती है। पर जब लगातार हिचकी आती रहती है और रूकती नहीं। तब हमें पता नहीं चल पाता हिचकी आने के कारण क्या है, कोई बीमारी हो तो लक्षण क्या है। ऐसे में तुरंत हिचकी रोकने के उपाय पता हो तो हम आसानी से राहत पा सकते है।
पेट और छाती के बिच का जो भाग है, उसे डायाफ्राम कहते है। जब डायाफ्राम ठीक से कार्य नहीं कर पाता। और उसमे संकुचन या दबाव आता है, तब वहा से हिचकी की ध्वनि निकलनी शरू हो जाती है। आम तोर पर तुरंत हिचकी रोकने के उपाय में लोग पानी पीना पसंद करते है। पर उससे हिचकी न रुके तो दूसरे घरेलू उपाय भी आजमा सकते है।
तुरंत हिचकी रोकने के उपाय Hiccup In Hindi
लोगो में मान्यता है की हिचकी आने पर कोई आपको याद कर रहा होगा, पर असल में ऐसा कुछ नहीं होता। हिचकी आना एक सामान्य बात है, जो डायाफ्राम के संकोचन होने के कारण होती है। तुरंत हिचकी रोकने के उपाय में घर पर आसानी से उपलब्ध सामग्री का उपयोग कर सकते है। जैसे की नींबू, शहद, उबला हुआ पानी, इलायची वगैरा हिचकी रोकने में मददगार है।
Hiccup In Hindi की जानकारी द्वारा बताना चाहुगी की हिचकी के कुछ उपाय करने पर वो बंद हो जाती है। परंतु यदि सभी उपाय इलाज के बावजूद भी लगातार कही घंटो तक हिचकी आती रहती है। तो हो सकता है यह कोई बीमारी या रोग का लक्षण हो। जिसके लिए तुरंत अपने किसी नजदीकी एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करे।
हिचकी आने के कारण
ज्यादातर लोगो को आहारविधि के कारण ही हिचकी की समस्या देखने को मिलती है। जैसे बहुत ज्यादा पानी भर के पानी पूरी खाने के बाद हिचकिया आने लगती है। जिसके पीछे फ्रेनिक नसे जवाबदार होती है, जो डायाफ्राम को नियत्रिंत करती है। इसके अलावा कुछ दूसरे अन्य कारणों की बात करे तो निचे अनुसार हो सकते है।
- बहुत ज्यादा ठंडा खाने से
- गलत आहार ग्रहण करने पर
- कार्बोनेटेड पेय पदार्थो को पिने से
- अधिक शराब पिने के कारण
- तनाव या स्ट्रेस की स्थिति में
- अनिद्रा की समस्या के कारण
- खट्टे पदार्थो का सेवन करने पर
बस यही कुछ मुख्य कारण होते है, जिसका किसी की याद से कोई संबंध नहीं। अब बात करते है तुरंत हिचकी रोकने के उपाय और Hiccup In Hindi को आगे बढ़ाते है।
(1) ठंडा पानी
- ज़्यादातर लोगो को पता ही होगा की हिचकी रोकने लिए पानी पीना चाहिए। लेकिन अगर ठंडे पानी का सेवन किया जाए तो हिचकी आसानी से बंद हो जाती है।
- पर याद रहे की पानी पिते समय नाक बंद रखेंगे तो हिचकी आना जरूर रुक जाता है।
- ठंडे पानी के एक बड़े घुट को पहले मुंह में डाले फिर थोड़ी देर रहने दे। और बाद में उस घुट को गले में उतार दे।
- इस प्रक्रिया से पहले किसी भी खाद्य वस्तुओ का सेवन ना करे, सिर्फ पानी द्वारा ही समस्या को ठीक करनी है।
(2) नींबू रस
- नींबू अपने कही औषधीय गुणों के कारण लोगो में लोकप्रिय है। रसदार नींबू को काट कर उसके रस का सेवन करे।
- जिससे शरीर में एसिड जमा होता है, और डायाफ्राम संकोचन मुक्त बनता है। इसके अलावा एक गिलास गुनगुने पानी में,नींबू का रस और नमक डाल कर पिने से भी हिचकी बंद होती है।
- तुरंत हिचकी रोकने के उपाय में अधिक फायदे प्राप्त करना चाहते है, तो सामान्य नींबू पानी के साथ पुदीना रस भी मिला सकते है।
(3) मीठा शहद
- स्वाद में मीठा शहद कई तरह से शरीर के लिए उपयोगी बनता है। जब हिचकी आ रही हो तब एक चम्मच शहद का सेवन करने से हिचकी रुक जाती है।
- शरीर को अचानक से शहद का मीठापन मिलने से हिचकी आसानी से बंद हो जाती है। साथ ही शहद बहुत गुणकारी भी है।
- शहद का सेवन करने से शरीर की कार्य प्रणाली ठीक तरह से काम करने लगती है। जिससे हिचकी आना भी रुक जाता है।
- कुटकी के चूर्ण को शहद के साथ मिलाने के बाद उस मिश्रण को ठंडी जगह पर रख दे। थोड़ी बाद उसका सेवन करे, इससे हिचकी से राहत मिलती है।
(4) मक्खन
- मक्खन खाने से शरीर को अधिक फायदे प्राप्त होते है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए मक्खन का सेवन करना जरूरी बनता है।
- तुरंत हिचकी रोकने के उपाय में हींग पाउडर और मक्खन को साथ में मिला कर खाने से हिचकी का खात्मा होता है।
- मक्खन में हींग पाउडर मिलाने से यह एक अच्छा घरेलू नुस्खा बन जाता है। ये उपाय हिचकी रोकने के साथ पाचन क्रिया में भी लाभदायी है।
(5) इलायची
- घर में उपलब्ध कई ऐसी चीजे है जीसका इस्तेमाल करने से आपको स्वास्थ्य सबंधित लाभ प्रदान होंगे। ऐसा ही एक घरेलू उपाय है इलायची का।
- इलायची का सेवन कई तरह से फायदेकारक है, भारतीय व्यंजनों में इलायची का अनोखा स्थान है। क्यों की इसके अंदर कई औषधीय गुणों की मौजूदगी है।
- हिचकी रोकने के लिए इलायची एक उत्तम विकल्प रहेगा। इलायची का सेवन करने से हिचकी बंद हो जाती है। और इसका सेवन करने से शरीर में ताजगी प्रदान होती है।
- एक गिलास उबले हुए पानी में 2 या 3 इलायची डाल कर पीना चाहिए। इससे हिचकी में तुरंत आराम मिल जाता है।
(6) अदरक
- ज़्यादातर लोग खुराक में अदरक का इस्तेमाल करते है। भारतीय घरो में अदरक वाली चाय पीना सभी पसंद करते है।
- अदरक हिचकी रोकने में कारगर है, अदरक से गले को भी राहत मिलती है। और मुंह में ताजगी के लिए भी लोग अदरक का इस्तेमाल करते है।
- पहले अदरक को छोटे छोटे टुटड़ो में काट ले, बाद में उसका सेवन करे। इससे हिचकी आने की समस्या दूर हो जाती है।
(7) आंवला चूर्ण
- आयुर्वेद के अनुसार आंवला का सेवन करने से कई शारीरिक समस्याओ का हल होता है। आंवला में कई पोषक तत्वों की मौजूदगी है, जिससे शरीर को फायदे मिलते है।
- यह एक एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फल है। इसका चूर्ण भी बहुत लाभकारी है, बहुत सारी बीमारियों के इलाज में डॉक्टर अपने दर्दी को आंवला का सेवन करने की सलाह देते है।
- हिचकी रोकने के लिए आंवला फल का सेवन तो अच्छा रहेगा ही। पर इसका चूर्ण सोंठ, पीपल के चूर्ण के साथ मिला कर खाने से हिचकी में राहत मिलती है।
(8) सांस रोके
- यदि आप घर पर नहीं कही बहार हो और हिचकी लगातार आ रही है। तो उस स्थिति में सबसे पहले शांत हो जाये।
- गहरी सांस ले और कुछ 30-40 सेकंड्स के लिए रोक के रखे। इस प्रक्रिया को 2 से 3 बार दोहराने पर हिचकिया छूमंतर हो जाती है।
- प्रक्रिया के बाद हो सके तो भरपूर पानी भी पि लीजिये। इससे हिचकी आना पूरी तरह बंद हो जाएगी।
हिचकी रोकने के लिए योग
तुरंत हिचकी रोकने के उपाय में आप अपनी श्वषन क्रिया से भी हिचकी रोक सकते है। हिचकी आने के दौरान आप गहरी सांस ले और उसे छोड़े, जिसे सामान्य भाषा में प्राणायाम योग कहा जाता है।
- प्राणायाम करने के लिए हमेशा एक शांत और अच्छी जगह चुने। जिससे अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा का अच्छे से उपयोग हो पाए।
- इसमें बस धीरे धीरे सांस को अंदर बहार करना है, आप चाहे तो एक नाक पर ऊँगली लगा कर भी यह प्रक्रिया अच्छे से कर सकते है।
- प्राणायाम को लिख कर समझाना थोड़ा मुश्किल है, इसलिए आप यूट्यूब वीडियो देख सकते है।
तुरंत हिचकी रोकने की दवा
- हिचकी एक सामान्य समस्या है जिसके लिए कोई दवा या स्पेशल मेडिसिन नहीं होती।
- परंतु बहुत कम लोगो को हिचकी द्वारा स्ट्रोक या किसी अन्य बीमारी के संकेत मिल रहे होते है।
- जिसकी दवा कराने के लिए सबसे पहले किसी अच्छे डॉक्टर के पास जा कर चेकउप करवाना होगा।
- यदि सच में हिचकी आने के कारण कोई बीमारी या रोग है तो उस अनुसार आपको दवाई दी जाएगी।
आशा करती हु Hiccup In Hindi पर पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।