Depression Meaning In Hindi | अवसाद क्या है पूरी जानकारी

डिप्रेशन का हिंदी में मतलब (Depression Meaning In Hindi) अवसाद होता है। यह एक प्रकार की मानसिक अवस्था है। इस परिस्थिति के दौरान व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ हो जाता है। अवसाद के कारण विचार शक्ति में भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

Depression Meaning In Hindi अवसाद क्या है पूरी जानकारी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया में दिन-प्रतिदिन डिप्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। समय के साथ-साथ यह एक आम बीमारी बनती जा रही है। अवसाद का जल्दी अच्छा उपचार करना बेहतर है। वरना यह व्यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर बना सकती है।

Depression Meaning In Hindi अवसाद क्या है

तनाव हर किसी के जीवन में होता है, लेकिन ज़्यादा तनाव लेने से डिप्रेशन होने की संभावना रहती है। डिप्रेशन मस्तिष्क विकार है, जो ज़्यादा चिंतित या घभराहट में रहने से होता है।

ओल्ड फ्रेंच Depressio और लैटिन भाषा के Demissio से Depression शब्द का निर्माण हुआ है। सामान्य तौर पर अत्याधिक मानसिक चिंता को डिप्रेशन के नाम से जाना जाता है। अवसाद का प्रभाव मानसिक के साथ शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।

World Health Organization के रिपोर्ट अनुसार दुनिया के 3.8 प्रतिशत लोग डिप्रेशन की परिस्थिति से गुजर रहे है। तनाव आपके दैनिक कार्यो में भी बाधा डाल सकता है।

कुछ स्थिति में अवसाद को गंभीर मानसिक बीमारी माना जाता है। इसलिए इसके शुरुआती लक्षण दीखते ही इसका योग्य उपचार करना चाहिए। इसके लिए आप किसी भी मानसिक चिकित्स्क से परामर्श कर सकते है।

Types Of Depression In Hindi अवसाद के प्रकार

मुख्यरूप से डिप्रेशन के 5 निम्नलिखित प्रकार देखने मिलते है।

(1) मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर (Major Depressive Disorder)

मेजर डिप्रेशन इंसान की भावनात्मक रूप से टूटने की स्थिति है। इसका सीधा असर व्यक्ति के व्यवहार और खान-पान पे पड़ता है। इस समस्या के दौरान व्यक्ति नींद ना आने की परेशानी का शिकार बन जाता है।

यदि सही समय पर इसका योग्य इलाज ना किया जाए तो मरीज आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह अनुसार मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर के दौरान दर्दी का ज़्यादा ख्याल रखना जरूरी होता है।

(2) साइकोटिक डिप्रेशन (Psychotic Depression)

जीवन में बनी कोई दुखःद घटना के कारण व्यक्ति साइकोटिक डिप्रेशन की चपेट में आ सकता है। एक संशोधन अनुसार मानसिक अवसाद के लिए जितने भी लोग हॉस्पिटल में एडमिट होते है। उनमे से लगभग 25 प्रतिशत लोग साइकोटिक डिप्रेशन से पीड़ित होते है।

डिप्रेशन के इस प्रकार में व्यक्ति को मतिभ्रम, अवास्तविक तर्कहीन विचार और अत्याधिक भय के लक्षणों की अनुभूति होती है। यह समस्या अगर लंबे समय तक चलती है, तो व्यक्ति में पागलपन के दौरे भी पड़ सकते है।

(3) डिस्थीमिया डिसऑर्डर (Dysthymia Disorder)

गहरी उदासी और निराशा की भावना को डिस्थीमिया डिसऑर्डर के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी को क्रोनिक डिप्रेशन भी कहा जाता है। सरल शब्दों में कहे तो यह मूल डिप्रेशन का एक सामान्य प्रकार है।

नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ के मुताबिक, अमेरिका में साल 2019 के दौरान 19 मिलियन लोगो ने डिस्थीमिया का सामना किया था। छोटे बच्चे और किशोरों में वयस्कों के मुकाबले यह समस्या ज़्यादा दिखी जाती है।

(4) सीजनल अफेक्टिव डिसॉर्डर (Seasonal Affective Disorder)

मनोदशा से सम्बंधित एक मानसिक विकार को सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर कहा जाता है। इसे हर साल एक ही समय पे होने वाले अवसाद के रूप में भी पहचाना जाता है। सामान्य मामलो में दर्दी महीने भर के अंदर ठीक हो जाता है।

लेकिन कुछ केसिस में मरीज खुद ख़ुशी तक भी पहुंच जाता है। नेगेटिव थिंकिंग, आसपास का वातावरण सही न होना और बायोलॉजिकल क्लॉक सिस्टम बिगड़ने पर यह समस्या उत्पन्न होती है। इस समस्या के दौरान मष्तिष्क में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन नामक केमिकल्स की मात्रा असंतुलित होती है।

(5) बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)

बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक बीमारी है, जो डिप्रेशन और मूड में बदलाव की वजह होती है। इस रोग के दौरान मरीज में मूड स्विंग्स की समस्या रहती है। इस बीमारी के चपेट में आने के बाद मरीज का अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो जाता है।

बाइपोलर डिप्रेशन को मैनिक डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मरीज अचानक से खुश या बहुत दुखी हो जाता है। यह डिप्रेशन का एक गंभीर प्रकार है, किसी भी व्यक्ति में यह दिखे तो तुरंत इसका उपचार करना बेहतर है।

What Causes Depression In Hindi अवसाद के कारण

डिप्रेशन होने का मुख्य कारण मनो-सामाजिक असंतुलन है। दिमागी हार्मोन्स के असंतुलन के कारण व्यक्ति धीरे-धीरे मानसिक अवसाद का शिकार बनता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डिप्रेशन होने के पीछे कही कारण जिम्मेदार होते है। जैसे,

  • अस्वस्थ दिमागी मनोदशा
  • पर्याप्त मात्रा में नींद न लेना
  • नशीले पदार्थो का सेवन
  • आर्थिक समस्या में फसना
  • कोई गंभीर या पुरानी बीमारी होना
  • तनावपूर्ण घटनाओ का सामना
  • अनुवांशिक रोग होना
  • मस्तिष्क विकार का व्यक्तिगत इतिहास
  • बहुत उदासीनता में रहना
  • अवास्तविक परिस्थिति से डर जाना
  • कुछ बुरा होने की आशंका रखना
  • नकारात्मक सोच रखना
  • पोषणयुक्त आहार की कमी
  • जल्दी गुस्सा आना
  • आपस का वातावरण सही न होना
  • अकेलापन महसूस करना
  • वास्तविकता से दूर रहना
  • परेशानियों से ज़्यादा डर जाना

Symptoms Of Depression In Hindi अवसाद के सामान्य लक्षण

मानसिक कमजोरी या थकान की वजह से लोग जल्द ही चिंता से पीड़ित हो जाते है। डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे लोगो में बहुत से लक्षण दिखाई देते है, जो निचे मुताबिक है।

  • आत्मसन्मान और आत्मविश्वास की कमी
  • बेवजह थकान महसूस करना
  • अधिकतर समय उदास रहना
  • हर बात में चिड़चिड़ापन
  • शरीर में ऊर्जा की कमी
  • सोचने में कठिनाई होना
  • निराशा महसूस करना
  • किसी चीज़ पर ध्यान न केंद्रित कर पाना
  • सही तरीके से काम करने में असमर्थता
  • बेकार बातो पे ज़्यादा ध्यान देना या सोचना
  • सिर में अधिक दर्द होना
  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • भूख न लगना या खाने में अरुचि
  • दुसरो से अलग होने की भावना
  • अपराधबोध होना
  • आत्मघाती विचार आना
  • शराब, ड्रग्स या अन्य नशीले पदार्थो की लत
  • शारीरिक ऊर्जा में कमी

Prevention Of Depression In Hindi अवसाद से बचाव

अवसाद से असरकारक रूप में लड़ने के लिए हकारात्मक सोच सहायक है। यदि आप बार-बार अत्यधिक अवसाद की स्थिति से गुजर रहे है। तो आप यहाँ दर्शाए कुछ बेहतरीन उपाय की मदद ले सकते है।

  • अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का अच्छे से ख्याल रखे।
  • सुबह जल्दी उठ कर नियमित दिनचर्या का सही से पालन करे।
  • अपने खान-पान का एक सुनिश्चित समय बनाए। आहार में पोषण युक्त विटामिन्स वाले खुराक शामिल करे।
  • मानसिक मजबूती के लिए अच्छी और प्रेरणादायी किताबे बढे।
  • अपने अंदरूनी और बाहरी वातावरण को हो सके उतना अच्छा बनाने की कोशिश करे।
  • अपने खास दोस्त एवं परिवार के साथ ज़्यादा समय पसार करे।
  • हकारात्मक फिल्म, वीडियो या संगीत सुने जिससे मोटिवेशन मिले।
  • प्रकृति के आसपास ज़्यादा रहे या कोई नेचर ट्रिप कर सकते है।
  • खुद में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करे।
  • तन एंव मन मजबूत बनाना है तो नियमित व्यायाम या योगा करे।
  • जो चीज़े आपको अच्छी लगती हो वो करे।
  • अपनी हॉबीस और शौख पूर्ण करने का प्रयास करे।

Depression Treatment In Hindi अवसाद का इलाज

यदि उपरोक्त तरीके से तनाव में ज़्यादा आराम नहीं मिलता तो आप डिप्रेशन की ट्रीटमेंट कर सकते है। मुख्यरूप से 2 तरीको द्वारा अवसाद का इलाज किया जाता है।

(1) मनोचिकित्सा (Psychotherapy)

मानसिक स्वास्थ्य से जुडी समस्याओ को हल करती ट्रीटमेंट को मनोचिकित्सा कहा जाता है। मानसिक रोगो को ठीक करने का यह एक बेहतरीन तरीका है। मनोचिकित्सा के अलग-अलग प्रकार होते है। मरीज को उसकी जरूरत अनुसार योग्य ट्रीटमेंट दी जाती है।

मनोचिकित्सा पारिवारिक, व्यक्तिगत, जीवन साथी और समूह में की जा सकती है। साइकोथेरेपी अलग-अलग सेशन में की जाती है। जिसका समय सामान्य तौर पर 30 से 50 मिनट तक का होता है। इससे व्यक्ति के मनोजगत पर गहरी असर होती है।

मनोचिकित्सा के फायदे

  1. सोच में बेहतरीन परिवर्तन
  2. वर्तन में हकारात्मक बदलाव
  3. व्यवहार में सुधार आना
  4. उदासी एवं लाचारी की भावना दूर होना
  5. खुद को नुकसान न पहुंचना
  6. अपने मनोजगत को समझना
  7. आत्मविश्वास का बढ़ना
  8. हकरात्मंक सोच रखना
  9. आक्रमकता दूर करना
  10. समस्याओ का सामना करने की ताकत आना
  11. किसी चीज़ पे ध्यान केंद्रित करने में आसानी
  12. सामाजिक संबंधो में सुधार

(2) एंटीडिप्रेसेंट दवाई (Antidepressants Medicine)

अवसाद विरोधी दवाई को एंटीडिप्रेसेंट मेडिसिन कहा जाता है। यह डिप्रेशन, मानसिक चिंता, डिस्टीमिया साथ ही अन्य मानसिक विकार के लक्षणों को दूर कर सकती है।

दवाई मरीज के दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर के रसायनिक असंतुलन को ठीक करने का कार्य करती है। जिससे व्यक्ति की मानसिक स्थिति में काफी हद तक सुधार आता है।

एंटीडिप्रेसेंट दवा के प्रकार

  1. सेरोटोनिन और नॉरएड्रेनालाईन रीपटेक इनहिबिटर
  2. सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर
  3. ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स
  4. मोनोमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर
  5. नॉरएड्रेनालाईन और विशिष्ट सेरोटोनिनर्जिक एंटीडिप्रेसेंट

डॉक्टर पेंशेंट की कंडीशन अनुसार उसे उस प्रकार की एंटीडिप्रेसेंट मेडिसिन देते है। यह दवाई मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आपकी मदद करती है। हालांकि इसकी अत्याधिक मात्रा स्वास्थ्य को हानि भी पहुंचा सकती है।

सवाल-जवाब (FAQ)

जितना विदेशो में मानसिक बीमारियों पर ध्यान दिया जाता है, उतना इंडिया में नहीं दिया जाता। यहाँ मस्तिष्क विकारो को ज़्यादातर पागलपन में खपाया जाता है। इस कारण यहाँ के लोगो में डिप्रेशन के विषय पर अनेक सवाल है, जिसके जवाब हमने निचे दर्शाए है।

(1) डिप्रेशन का हिंदी में क्या मतलब होता है?

डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद के नाम से जाना जाता है।

(2) डिप्रेशन क्या है और कैसे होता है?

डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक अवसाद है, जो ज़्यादा तनाव लेने से उत्पन्न होता है। यदि बेवजह मन में आशंका या डर की अनुभूति रहती है। तब डिप्रेशन में आने की संभावना ज़्यादा रहती है।

(3) डिप्रेशन से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

अवसाद के कारण शरीर के कही हिस्से प्रभावित होते है। तनाव लंबे समय तक रहे तो हम अनेक स्वास्थ्य लक्षी समस्याओ का शिकार बन सकते है। 2010 में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की रिसर्च द्वारा डिप्रेशन के यह नकारात्मक प्रभाव दर्शाए गए है।

  1. सही तरह से सोचने में अक्षमता
  2. लगातार चक्कर आना
  3. तेजी से सिरदर्द होना
  4. पेट में ऐंठन
  5. सूजन होना
  6. मस्तिष्क कमजोरी
  7. उलटी या मतली
  8. खाने में मन ना लगना
  9. सुस्ती एवं कमजोरी महसूस करना
  10. आँखों की दृष्टि में बदलाव

(4) डिप्रेशन कितने दिन में ठीक हो जाता है?

पहली बार या सामान्य डिप्रेशन की स्थिति में आ रहे है। तो यह बहुत जल्द यानि सिर्फ 1 महीने के अंदर ठीक हो जाता है। लेकिन इसकी दवा सामान्य तौर पर 9 महीने तक चलती है। यदि यह दवा बिच में छोड़ दी जाए तो इससे डिप्रेशन की समस्या अधिक बढ़ सकती है।

आशा करती हु Depression Meaning In Hindi अवसाद क्या है पूरी जानकारी अच्छे से दे पायी हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।

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